समाचार कथा

ब्रिटेन-भारत के आर्थिक और व्यापारिक संबंधो को और बेहतर बनाया जाएगा

फिलिप हैमंड 9वें यूके-इंडिया इकोनोमिक एंड फाइनेंशियल डायलॉग (ईएफडी) के अंतर्गत दिल्ली और मुंबई पधारेंगे, जिसकी मेजबानी भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा की जाएगी।

चांसलर के साथ एक वरिष्ठ व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी रहेगा, जिसमें यूके फिनटेक और वित्तीय कंपनियों के नेताओं के साथ साथ फिनटेक के प्रतिनिधि ईलीन बर्बिज, कमर्शियल सेक्रेटरी बैरॉनेस नेविल-रोल्फ़ और अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मार्क गार्नियर शामिल हैं। आर्टिकल 50 की शुरूआत से हफ्ते भर के अंदर होने वाली इस वार्ता में ब्रिटेन-भारत व्यापारिक संबंधों के भविष्य पर भी फोकस किया जाएगा।

चांसलर इस उच्च-स्तरीय वार्ता में भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य भारत के साथ यूके की इकोनॉमी और कारोबारी संबंध को मजूबत करना है और यह दिखाना है कि ब्रिटेन व्यवसाय करने के लिए दुनिया की सबसे अच्छी जगहों में से एक है।

पिछले नवंबर में भारत-यूके की रणनीतिक साझेदारी के लिए प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण के अंतर्गत 9वें ईएफडी में दो दिवसीय कार्यक्रम को शामिल किया गया है जिसमें व्यापार, वित्तीय सेवाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर पर चर्चा होगी। बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर मार्क कैर्ने और फाइनेंशियल कंडक्ट ऑथोरिटी के सीईओ एंड्रयू बेली भी अरुण जेटली के साथ चर्चा में भाग लेंगे।

दिल्ली में होने वाली इस वार्ता के दौरान इस बात पर भी फोकस किया जाएगा कि कैसे ब्रिटेन और भारत साथ मिलकर एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी बना सकते हैं।

मुंबई में, चांसलर बार्कलेज़ राइज में इंडियन फिनटेक स्टा्र्ट-अप्स के साथ ही महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन से मिलेंगे, और यूके-इंडिया फिनटेक कॉन्फ्रेंस में स्पीच देंगे।

एक्सचेकर के चांसलर फिलिप हैमंड ने कहा:

यूरोपीय यूनियन से निकलने की तैयारी करते समय हमारे लिए दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक और हमारे सबसे पुराने मित्रों और सहयोगियों में शामिल भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत बनाना बेहद महत्वपूर्ण है।

हमारे व्यापारिक और निवेश संबंध पहले से ही मजबूत है - ब्रिटेन पिछले 10 वर्षों के दौरान भारत का सबसे बड़ा जी-20 निवेशक रहा है और भारत ब्रिटेन में एक प्रमुख वैश्विक निवेशक है, जिसने पिछले साल अकेले 7,000 नई नौकरियों का सृजन किया है, लेकिन हम अभी भी बहुत कुछ कर सकते हैं। मैं वित्त मंत्री अरुण जेटली और उनकी टीम के साथ सकारात्मक और उत्पादक चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं।

बिजनेस, एनर्जी एंड इंडस्ट्रियल स्ट्रैतटजी के स्टेजट ऑफ सेक्रेट्री ग्रेग क्ला र्क ने कहा:

हम अपने दोनो देशों में स्थायी, सुरक्षित और किफायती ऊर्जा प्रदान करने की साझा प्रतिबद्धता के अंतर्गत काम कर रहे हैं इसलिए भारत-यूके एनर्जी के बीच ग्रोथ डायलॉग से दोनों पक्षों को इकोनॉमी मौकों को ढूंढने में काफी सहायता मिलेगी।

भारत यूरोपीय यूनियन के बाकी हिस्सों की अपेक्षा ब्रिटेन में अधिक निवेश करता है, जबकि ब्रिटेन भारत में सबसे बड़ा जी-20 निवेशक है। मैं इस बात पर चर्चा करना चाहता हूं कि कैसे यूके सरकार की औद्योगिक रणनीति हमारे दोनों महान देशों के बीच साझा व्यापारिक, निवेश और एनर्जी इनोवेशन की संभावनाओं को बढ़ाएगी।

ट्रेज़री की वित्तीय सचिव, बैरनेस नेविल-रोल्फ़ ने कहा:

यूके एक महान, वैश्विक व्यापारिक देश है और हम ब्रिटेन के लिए अपनी योजना के अंतर्गत भारत जैसे पुराने दोस्तों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

किसी अन्य क्षेत्र की अपेक्षा वित्तीय सेवाओं में यह साफ नजर आता है जहां ब्रिटेन के विश्व के प्रमुख वित्तीय क्षेत्र द्धारा पूरे भारत में विकास के लिए मदद की जा रही है।

मैं चाहता हूं कि यह भविष्य में लंबे समय तक जारी रहे और इसलिए मुझे इस बात की खुशी है कि इस तेजी से बढ़ते क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के लिए फिनटेक में अपनी साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं।

फिनटेक के लिए एचएम ट्रेजरी के विशेष प्रतिनिधि, ईलीन बार्बिज ने कहा:

इस आर्थिक वित्तीय वार्ता के अंतर्गत कई फिनटेक-संबंधित पहल की घोषणाओं को देखना शानदार है। चूंकि ब्रिटेन दुनिया का प्रमुख फिनटेक हब है, इसलिए हम भारत के बढ़ते फिनटेक इकोसिस्टम की मदद करने के लिए तत्पर हैं - और हम दोनों देशों के बीच विचार, प्रतिभा और निवेश का आदान-प्रदान करना चाहते हैं।

यूके नियामक द्धारा भारत के साथ अपने सहयोग को बढ़ाने के साथ यह यूके फिनटेक कंपनियों, एसएमई और बड़ी वित्तीय सेवाओं के संस्थानों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है, और अब इस साझेदारी के और आसान होने को मैं प्रोत्साहन के तौर पर देख रहा हूं।

डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल ट्रेड के पार्लमेन्टरी अंडर सेक्रेट्री ऑफ स्टेट, मार्क गार्नियर ने कहा:

ब्रिटेन और भारत के बीज एक मजबूत व्यापारिक संबंध है, हम भारत में सबसे बड़े जी-20 निवेशक हैं और भारत 2015-16 में ब्रिटेन का दूसरा सबसे बड़ा रोजगार निर्माता रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या और एक महत्वाकांक्षी रिफॉर्म एजेंडे के साथ भारत में ब्रिटेन के व्यवसायों के लिए काफी अवसर मौजूद हैं क्योंकि हमारे पास भारत की जरुरतों को पूरा करने के लिए कौशल, विशेषज्ञता और तकनीक उपलब्ध है। यूरोपीय यूनियन को छोड़ने की तैयारी के साथ हम यह सुनिश्चित करते रहेंगे कि हमारे व्यापार ब्रिटिश वस्तुओं और सेवाओं की वैश्विक मांग को पूरा करते रहें और मैं इस बात पर चर्चा करना चाहता हूं कि हम कैसे इस प्रमुख व्यापारिक भागीदार के साथ अपने संबंधों को और मजबूत कर सकते हैं।

इसी हफ्ते बिजनेस, एनर्जी एंड इंडस्ट्रियल स्ट्रैटजी के स्टेट ऑफ सेक्रेट्री ग्रेग क्लार्क ग्रोथ डायलॉग के लिए भारत-यूके एनर्जी के बीच पहले ग्रोथ डायलॉग में भाग लेंगे और दोनों देशों के बीच ऊर्जा साझेदारी को बेहतर बनाने के लिए अपने समकक्ष मंत्रियों से मिलेंगे। इस वार्ता के जरिए, भारत और ब्रिटेन द्विपक्षीय सहयोग के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का निर्धारण करेंगे और 40 से अधिक कंपनियों के एक व्यापार प्रतिनिधिमंडल द्वारा व्यवसायिक अवसरों की तलाश की जाएगी। 2000 के बाद से ब्रिटेन ने भारत में 19 बिलियन पाउंड से ज्यादा का निवेश किया है जो अमेरिका या किसी अन्य यूरोपीय देश से ज्यादा है और भारतीय कंपनियां यूके की अर्थव्यवस्था की सफलता में बेहद अहम भूमिका निभाती हैं। इनमें से कई टेक्नोलॉजी एंड कम्युनिकेशन (32%), फार्मास्यूटिकल्स (19%) और फाइनेंशियल सर्विसेज (10%) जैसे तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों में काम करती हैं।

मंत्रियों द्वारा निम्न बिंदुओ पर घोषणाओं के साथ यह दिखाया जाएगा कि कैसे ब्रिटेन व्यवसाय के लिए खुला हुआ है:

  • भारत के नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के यूके-इंडिया सब-फंड के माध्यम से भारत के तेजी से बढ़ते ऊर्जा और नवीकरणीय बाजार में निवेश के लिए लंदन के और अधिक शहरों को प्रोत्साहित करना। प्रत्येक सरकार द्वारा 120 मिलियन पाउंड के मुख्य निवेश के साथ इसका लक्ष्य भारत के प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए 500 मिलियन पाउंड का फंड जुटाना है।
  • यूके और भारतीय फिनटेक क्षेत्रों के बीच सहयोग में वृद्धि से - एक नियामक सहयोग समझौते के अंतर्गत इनोवेशन, उभरते ट्रेंड और विनियामक मुद्दों से संबंधित जानकारियों को साझा करना आसान हो जाता है जिससे भारत और यूके दोनो के फिनटेक में निवेश करना सरल हो जाता है।
  • शेविंनिंग फाइनेंशियल सर्विसेज स्कॉलरशिप - भविष्य के आठ टॉप इंडियन फाइनेंशियल लीडर्स स्प्रिंग के दौरान लंदन में आयोजित होने वाले आठ हफ्ते के फाइनेंशियल सर्विसेज के इन्टेन्सिव कोर्स में हिस्सा लेंगे। स्टैंडर्ड चार्टर्ड स्कॉलरशिप को प्रायोजित कर रही है, जिसमें सरकार की शेविंगिंग स्कीम के माध्यम से सहयोग किया जा रहा है।

इस यात्रा के दौरान कई व्यापारिक सौदों पर हस्ताक्षर होने उम्मीद है, जिससे अपने देश में नौकरियां निर्मित व सुरक्षित होंगी और ब्रिटिश अर्थव्यवस्था की ताकत में बाजार के आत्मविश्वास को प्रदर्शित किया जाएगा।

इसमें शामिल है:

  • मुंबई की इंडसुर ग्रुप, यूके की पश्चिमी थर्मल लिमिटेड में 12 मिलियन पाउंड का निवेश करेगी, जिससे ब्रिटेन में 100 नौकरियों का सृजन होगा
  • बार्कलेज द्धारा यूके-इंडिया फिनटेक एक्सचेंज प्रोग्राम बनाया जाएगा, जिसके अंतर्गत ब्रिटेन और भारत दोनों के तीन-तीन फिनटेक स्टार्ट-अप एक-दूसरे के देशों की यात्रा करेंगे और मेंटर्स व फाइनेंशियल प्रोफेशनल्स के साथ मिलकर काम करेंगे। फिनटेक स्टार्ट-अप में सहयोग करने वाली सफल स्कीम बार्कलेज राइज एक्सेलेरेटर मुंबई अब यूके सहित दुनिया भर में अपना विस्तार करेगी और कंपनियों को अधिग्रहित करेगी
  • लंदन की लॉयड मुंबई में अपनी भारतीय पुनर्बीमा शाखा के उद्घाटन और वहां काम करने वाले पहले लॉयड सिंडिकेट के रूप में एमएस अमलिन के सफल पंजीकरण का स्वागत करेगी जिससे भारत में पहली बार विशेष पुनर्बीमा सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी।
  • दुनिया की पहली यूके आधारित फॉरेन एक्सचेंज कंपनी द्धारा 2017 के शरद में बैंगलोर में अपने पहले कार्यालय खोलने की घोषणा की जाएगी जिसकी योजना 2020 तक अंतरराष्ट्रीय स्थानांतरण के आधे अरब पाउंड को संभालने की है।
  • भारत के प्रमुख वित्तीय संगठन एचडीएफसी द्धारा लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध नए मीडियम टर्म नोट प्रोग्राम के अंतर्गत 400 मिलियन मसाला बॉन्ड जारी किया जाएगा।
  • यूके की प्रमुख फॉर्मूलेशन टेक्नोलॉजी रिसर्च कंपनी एरेकोर द्धारा डाइबीटीज़ के लिए इंसुलिन गारग्रेन पर शोध और विकास हेतु कैडिला फार्मास्यूटिकल्स के साथ 45 मिलियन पाउंड के लाइसेंस समझौते पर हस्ताक्षर किया जाएगा।
  • ब्रिटेन की प्रमुख बायोफर्मासिटिकल कंपनियों में से एक एस्ट्राजेनेका ने 2 साल पहले 2,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ चेन्नई के ग्लोबल टेक्नोलॉजी सेंटर (जीटीसी) में निवेश किया था। आईटी और नॉन-आईटी सर्विसेज पर फोकस करने वाली नई फैसलिटी की शुरूआत के साथ कंपनी इस महीने जीटीसी के विस्तार की घोषणा करेगी।
  • वेल्थऑब्जेक्ट्स यूके की कंपनी है जो उपभोक्ता बैंकों, फंड मैनेजरों, निवेश फर्मों, और बीमा कंपनियों को मॉड्यूलर एपीआई, फाइनेंशियल प्लानिंग व इंगेजमेंट रेडी-मेड प्लेटफॉर्म, बी2बी रोबो एडवाइजरी प्रदान करती है। इससे कंपनियों को किफायती दर से और तेजी के साथ कस्टमाइज्ड और ऑटोमेटेड डिजिटल वेल्थ प्रपोशन को लॉन्च करने में मदद मिलती है। ग्राहकों की अपनी बढ़ती सूची को और आगे बढ़ाने के लिए जल्द ही वेल्थऑब्जेक्ट द्वारा भारत में भी इनकी लॉन्चिंग की जाएगी
  • अपने चौथे ग्लोबल फिनटेक प्रोग्राम के साथ, स्टार्टअपबूटकैम्प अपने मुंबई प्रोग्राम से स्टार्ट अप के पहले कोहॉर्ट की घोषणा करके फाइनेंशियल इनोवेशन में कंपनियों और स्टार्टअप के बीच साझेदारी को बढ़ावा देने के अपने उद्देश्यों को जारी रखेगी।

प्रतिनिधियों की सूची

  • मार्क कार्नी, गवर्नर, बीओई
  • एंड्रयू बेली, सीईओ, एफसीए
  • क्रिस वूलर्ड, कार्यकारी निदेशक, एफसीए
  • गैरी ग्रिस्टोम, स्टैंडर्ड लाइफ
  • जॉन नेल्सन, लॉयड ऑफ़ लंदन
  • क्रिस डेविस, सीईओ एचएसबीसी इंटरनेशनल
  • निखिल राठी, सीईओ, एलएसई
  • अशू खुल्लर, सह-प्रमुख कॉर्पोरेट बैंकिंग ईएमईए, सीआईटी ग्रुप
  • जॉन लॉज़, प्रबंध निदेशक, विनियामक और सरकारी संबंधों के प्रमुख, एशिया पैसिफिक, बार्कलेज
  • ईलीन बार्बिज, पार्टनर, पैशन कैपिटल और एचएम ट्रेजरी फिनटेक प्रतिनिधि
  • क्रिस्टोफ रीचे, सह-संस्थापक इवोका लिमिटेड
  • संजीव विश्वनाथन, अर्थपोर्ट
  • रोहित बम्मी, अर्थपोर्ट
  • क्रिस्टो कैरमैन, सह-संस्थापक, ट्रांसफरवाइज
  • हुसैन कसाई, ओनिफिडो
  • निखिल सैगल, ओनिफिडो
  • कुश पटेल, टैलिस्टिक्स
  • राज पोफेल, एससीए
  • एलिस्टेयर टेबिट, आरईएलएक्स
  • जेफ पार्कर, एशिया-पैसेफिक के प्रबंध निदेशक, वर्ल्डफर्स्ट
  • एमा डेविस, वर्ल्डफस्ट
  • राहुल त्रिपाठी, फंडौरा
  • उदय भास्कर, वेल्थऑब्जेक्ट्स
  • जूली लेक, फिनटेक50
प्रकाशित 4 April 2017