प्रेस विज्ञप्ति

प्रधानमंत्री आज के दौर में पुराने रिश्तों में गर्मजोशी भरने के लिए भारत में व्यापार शिष्टमंडल का नेतृत्व करेंगी

33 व्यापार प्रतिनिधियों के साथ प्रधानमंत्री यूरोप के बाहर अपनी पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा आरंभ करेंगी।

  • लगभग 30 ब्रिटिश व्यसायियों में शामिल होंगे देश के हरेक क्षेत्र के लघु और मध्यम आकार के उद्यमी; ये सभी प्रधानमंत्री के साथ उनके प्रथम व्यापार मिशन में साथ रहेंगे।
  • इस दौरान होने वाले वाणिज्यिक सौदों से यूके में 1370 नौकरियां सृजित होंगी
  • £2 बिलियन मूल्य के अवसरों के सृजन के लिए नवीन यूके-भारत शहरी सहयोग

प्रधानमंत्री आज यूरोप के बाहर के अपने पहले द्विपक्षीय दौरे पर रवाना होंगी, जिसमें उनके साथ 33 प्रतिनिधिमंडल भी होंगे, क्योंकि सरकार ब्रेक्जिट के अवसरों का लाभ उठाना चाहती है और ऐसी अर्थव्यवस्था का निर्माण करेगी जो सभी के लिए कारगर हो।

पहली बार व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ यात्रा करते हुए प्रधानमंत्री का दिल्ली और बैंगलोर का यह दौरा यूके और भारत के बीच मजबूत रणनैतिक सहयोग स्थापित करने की ओर लक्षित है, जहां प्रधानमंत्री श्रीमती थेरसा मे और श्री मोदी दोपहर में आपस में व्यापार, निवेश, रक्षा तथा सुरक्षा पर लगभग 2 घंटे की मुलाकात करेंगे।

प्रधानमंत्री भारत के साथ एक मजबूत व्यापार तथा निवेश रिश्ता बनाना चाहती हैं, जहां मौजूदा दौर में व्यापार तथा निवेश अवरोधों को दूर किया जाएगा और आधिकारिक स्तर पर बातचीत का समझौता किया जाएगा, जो यूके के ईयू से बाहर निकलने के बाद द्विपक्षीय व्यापार को आगे बढ़ाएगा। प्रधानमंत्री के साथ अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार सचिव लियाम फॉक्स तथा व्यापार सचिव ग्रेग हैंड्स मौजूद रहेंगे।

अपने दौरे पर रवाना होने से पहले श्रीमती प्रधानमंत्री ने कहा:

मैंने जब पद संभाला तो कहा कि इस सरकार का उद्देश्य होगा, दुनिया में यूके के लिए एक नई मजबूत सकारात्मक भूमिका तैयार करना और ब्रिटेन को एक ऐसा देश बनाना, जो केवल कुछ विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के बजाए हर किसी के लिए कारगर हो। और यही मैं इस हफ्ते करूंगी- यानी अपने पहले ट्रेड मिशन को भारत ले जा रही हूं, जिसमें देश के हर कोने के छोटे कारोबारी शामिल रहेंगे, क्योंकि हम यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने के अवसरों पर ध्यान देंगे।

चूंकि अन्य लोग हमारे मोलतोल वाले हाथों को बांधना करना चाहते हैं, ऐसे में सरकार ब्रिटिश लोगों के फैसले को मूर्त रूप देगी। देश के एमपीज ने उनके हाथों में जबर्दस्त रूप से फैसला सौंपा है। नतीजा स्पष्ट था। यह कानूनी था। ऐसे एमपी तथा सहकर्मी, जिन्हें जनमत संग्रह के नतीजे पर दुःख है, उन्हें लोगों के फैसले को मानना होगा।

और अब हमें अपना ध्यान इस बात पर केंद्रित करना होगा कि हम कैसे अपने देश के लिए सर्वोत्तम नतीजे पा सकते हैं। इसका अर्थ है अपनी योजना और समय सीमा का ध्यान रखना, अपनी मोल-तोल वाली रणनीति के विकास के लिए काम करना और अपने सभी पत्ते सामने न खोलना- यानी जो हमारे राष्ट्रीय हित में न हो और इससे ब्रिटेन के लिए सर्वोत्तम सौदा पाने में मदद नहीं मिलेगी।

इसका अर्थ अपने क्षितिज का विस्तार करना और दुनिया भर के देशों के साथ मजबूत सहयोग स्थापित करना भी है। यूके तथा भारत स्वाभावित मित्र हैं- यानी दुनिया का सबसे पुरानी लोकतंत्र और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र- और मुझे लगता है कि साथ मिलकर हम बड़ी चीजें हासिल कर सकते हैं - यानी नौकरियां और कौशल प्रदान कर सकते हैं, नई तकनीकों का विकास कर सकते हैं और अपने शहरों का विकास कर सकते हैं, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन से निपट सकते हैं। यह हमारी साझी सुरक्षा और साझी समृद्धि का सहयोग है। यह संभावनाओं का एक सहयोग है। और इस दौरे पर मैं इसी संभावना को हासिल करना चाहती हूं, अवसर के इस दौर में सदियों पुराने रिश्तों को फिर से मजबूत करना चाहती हूं और उनके साथ ही एक बेहतर ब्रिटेन बनाने में मदद करना चाहती हूं।

इस दौरे के दौरान कई सारे वाज्यिक समझौते पूरे किए जाने की उम्मीद है जिनसे उम्मीद है कि यूके में 1,370 नौकरियों का सृजन होगा, जिससे हमारे वास्तविक कार्यबल को बढ़ावा मिलेगा और देश भर के सैकड़ों परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।

उनमें शामिल हैं:

  • पैंडरोल ग्रुप यूके तथा राही ग्रुप, भारत के बीच £1.2 मिलियन का एक संयुक्त उपक्रम – जिसके तहत भारत में एक अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र लगाया जाएगा जो देश भर के मेट्रो तथा भारतीय रेल से जुड़ी परियोजनाओं को आपूर्ति करेगा।
  • लाइका हेल्थ यूके द्वारा चेन्नई में £15 मिलियन उच्च कोटि का इमेजिंग व डायग्नॉस्टिक सेंटर का विकास किया जाएगा।
  • ब्रिटिश स्टार्ट-अप क्लाउडपैड से £350 मिलियन का निवेश किया जाएगा जो कोची में हाई-टेक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए किया जाएगा। यह कंपनी एक विनिर्माण संयंत्र तैयार करेगी और साथ एक अत्यधिक उच्च अनुसंधान और विकास सुविधा विकसित करेगी जो उन्हें उनके वैश्विक पहुंच में विस्तार करने में मदद करेंगे।

दोनों ही सरकारें एक अहम समझौते पर भी हस्ताक्षर करेंगी ताकि यूके के इंटैलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस तथा डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रोमोशन](http://dipp.nic.in/English/default.aspx) के बीच एक सहयोग कार्यक्रम के साथ भारत के बौद्धिक संपदा परिदृश्य में सुधार लाया जा सके। यह दरअसल बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा तथा प्रवर्तन में सहायता देगा और इस प्रकार भारत में परिचालन करने वाली ब्रिटिश कंपनियों की एक समस्या को हल करेगा।

यूके भारत को सहायता देने के लिए भी प्रतिबद्ध है ताकि व्यवसाय माहौल को सुधारा जा सके, जिसमंर विनियम, कर तथा लोक प्रशासन, मानकों तथा दिवालिएपन के ऊपर सलाह भी शामिल होगी। इस क्षेत्र में किसी दूसरे देश का भारत के साथ इतना व्यापक सहयोग नहीं है, जो प्रधानमंत्री श्री मोदी के कारोबार करने की सुगमता के रैंकिंगमें भारत के स्थान को ऊपर लाने के प्रयास को बढ़ावा देगा, जहां अभी यह 130 वें दर्जे पर मौजूद है और इसके साथ यूके के लिए भारत में व्यापार तथा निवेश करना आसान बनाया जाएगा।

अंत में, दोनों प्रधानमंत्री स्मार्ट सिटीज तथा शहरी विकास पर एक भारत-यूके शहरी सहयोग का आरंभ करेंगे, जो अगले 5 वर्षों में ब्रिटिश बिजनेस में £2 बिलियन मूल्य के नए कारोबार शामिल करेगा।

यह सहयोग दो सरकारों के लिए ही नहीं है बल्कि यह दोनों देशों के कारोबारी, निवेशकों तथा शीर्ष स्तरीय शहरी के लिए भी है, ताकि अधिक स्मार्ट व समावेशी शहरों का निर्माण किया जा सके जो भारत तथा यूके में समृद्धि, रोजगार तथा विकास को बढ़ावा देगा। उम्मीद है कि यह सहयोग मध्य प्रदेश जैसे तेजी से विकास करने वाले तथा डाइनेमिक राज्य और भारत के पवित्र शहर वाराणसी पर लक्षित रहेगा।

प्रतिनिधिमंडल की सूची

  1. ऐरालिआ सिस्टम्स – डॉ. ग्लिन राइट, सीईओ (साउथ-वेस्ट-ब्रिस्टॉल)
  2. ब्रॉन्ज सॉफ्टवेयर लैब्स– रिचर्ड हॉवल्स, सीईओ (वेस्ट मिडलैंड्स - वुल्वरहैम्प्टन)
  3. डार्कट्रेस– पॉपी गस्टैफसन, सीईओ (EMEA) लंदन
  4. डोकोबो - ऐड्रियन फ्लोरडे, प्रबंध निदेशक (दक्षिण-पूर्व - लेदरहेड)
  5. जियोलैंग - डेबी गार्साइड, सीईओ (वेल्स)
  6. हंटले हेल्थकेयर - पीटर कैशिन, प्रबंध निदेशक (वेल्स- कार्डिफ)
  7. कैनोज - पॉल गैनन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (एसवीपी) सेल्स (नॉर्दर्न आयरलैंड )
  8. कैनो - अलेक्स क्लेन, सीईओ तथा सह-संस्थापक (लंदन)
  9. क्रोमेल ग्रुप पीएलसी - डॉ. अर्नब बासु (नॉर्थ-ईस्ट- सेजफील्ड)
  10. मॉर्निंगसाइड फार्मास्युटिकल्स - डॉ. निकोटेका, सीईओ (ईस्ट मिड्लैंड्स - लॉबोरो)
  11. इंक्वाइरिंगमाइंड्स - डॉ. निकोलस ऐलॉट, सीईओ तथा फाउंडर (साउथ-ईस्ट - साउथैम्पटन)
  12. एनवीएच ग्लोबल - हाना सिमको- रीड, सीईओ (साउथ-वेस्ट ससेक्स)
  13. ओकटेक - पॉल ऐड्रूज, संस्थापक तथा सीईओ (साउथ-वेस्ट - कंकाशायर) 14. ओनफिडो - हसायिनकासाई, सीईओ (लंदन)
  14. ऑक्सफोर्ड नैनोपोर टेक्नोलॉजीज - डॉ. गॉर्डन संघेरा, सीईओ (साउथ-वेस्ट - ऑक्सफोर्ड)
  15. ऑक्सीजन8 कम्युनिकेशंस - शेन लेही, ग्रुप सीईओ (वेस्ट मिडलैंड्स)
  16. प्युरिको ग्रुप - प्रॉसेफेसर नैट पुरी सीबीई, संस्थापक (ईस्ट मिड्लैंड्स - नॉटिंघम)
  17. क्वांटुएमडीएक्स ग्रुप - एलैन बार्बर्टन ओबीई, सीईओ (साउथ-ईस्ट - न्यूकैसल अपोन टाइने)
  18. रेड निंजा - ली उमर, सीईओ (साउथ-वेस्ट - लिवरपूल)
  19. स्कॉच व्हिस्की असोसिएशन - सारा डिकन, वैश्विक मामलों की निदेशक (स्कॉटलैंड)
  20. टेलेंसा - विलियम गिब्सन, प्रबंध निदेशक (ईस्ट - कैम्ब्रिज)
  21. द फ्लो, अल्डो मॉन्टेफोर्ट, चीफ एक्जेक्युटिव (यॉर्कशायर तथा हम्बर - शेफिल्ड)
  22. टॉर्फटेक ग्रुप - क्रिश डोडसन ओबीई डीएल, चेयरमैन (साउथ-ईस्ट - बर्कशायर)
  23. वर्नाकेयर - एमा शेल्डन, ग्रुप मार्केटिंग डाइरेक्टर (नॉर्थ-वेस्ट - बोल्टन)
  24. वीएसटी एंटरप्राइसेज – लुईस-जेम्स डेविस, सीईओ (नॉर्थ-वेस्ट- मैनचेस्टर)
  25. अविवा - डेविड मॅक मिलन, सीईओ
  26. यूके ग्रीन इंवेस्टमेंट बैंक - शाउन किंग्सबरी, सीईओ
  27. लॉर्ड जितेश गाधिया, सदस्य, यूके-भारत सीईओ फोरम
  28. अरूप -डेविड विट्लेटन, डेप्युटी चेयरमैन
  29. डियागो पीएलसी - इवान मेनेजेस, चीफ एक्जेक्युटिव
  30. लॉयड्स ऑफ लंडन - जॉन नेल्सन, अध्यक्ष
  31. स्टैंडर्ड चार्टर्ड पीएलसी - सर जॉन पीस, अध्यक्ष
  32. स्टैंडर्ड लाइफ पीएलसी- सर गेरी ग्रिमस्टोन, अध्यक्ष
प्रकाशित 6 November 2016