समाचार कथा

मुस्लिम विद्यार्थियों और उद्यमियों की मदद के लिए डेविड कैमरून द्वारा नए उपायों की घोषणा

ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन ने डाउनिंग स्ट्रीट में ईद अल-अधा के अवसर पर 21 अक्टूबर को एक स्वागत समारोह की मेज़बानी की I

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
David Cameron hosts an Eid al-Adha reception at Downing Street.

David Cameron hosts an Eid al-Adha reception at Downing Street.

समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा:

मैं चाहता हूं कि ब्रिटेन दुनिया में इस्लामी वित्त का एक केन्द्र बने- जहां उच्चतम और सबसे ताकतवर वित्तीय संस्थानों की स्थापना हो। हमारे यहां दसियों हजार युवा उद्यमियों ने अपने खुद के व्यवसाय शुरू किए हैं और आज रात मैं घोषणा कर सकता हूं कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि एक प्रकार के स्थापना ऋण (स्टार्ट-अप लोन) की व्यवस्था हो जो इस्लामी वित्त के सभी नियमों के अनुरूप हो। स्थापना ऋण के लिए, छात्र ऋण के लिए और उद्यम भत्ते (एंटरप्राइज अलाउंस) के लिए हम ऐसा अवश्य करेंगे। एक सौहार्द्रपूर्ण, सहिष्णु, बहु-प्रजातीय देश ऐसा ही करता है।

प्रधानमंत्री द्वारा वार्षिक ईद अल-अदा स्वागत समारोह में घोषित प्रस्ताव से तरक्की चाहने वाले मुस्लिम उद्यमियों और विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा जो वित्त संबंधी अपनी धार्मिक मान्यताओं के कारण खुद का व्यवसाय शुरू नहीं कर पाते या उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाते। नए प्रस्तावों से स्थापना ऋण और छात्र ऋण की उपलब्धता में विस्तार होगा ताकि वे खुद को इस्लामी वित्तीय सिद्धांतों के अनुरूप पाएं।

इन प्रस्तावों के लागू होने पर ऐसे वित्तीय सिद्धांत अपनाने वाला कोई भी व्यक्ति, जरूरी नहीं कि वह मुसलमान ही हो, योजनाओं का लाभ आसानी से उठा सकता है। और ऋण लेने वाले किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार फायदा या नुकसान नहीं होगा- ऋण लेने वाले दूसरे लोग जितनी रकम वापस करेंगे उन्हें भी उतनी ही वापस करनी होगी।

प्रधानमंत्री ने यह घोषणा मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के लिए की क्योंकि वे डाउनिंग स्ट्रीट में मुस्लिम त्यौहार ईद अल-अधा मना रहे थे। समारोह में बैरोनेस वारसी, सहित सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री, अनेक इमाम, विभिन्न समुदायों एवं व्यवसाय जगत की प्रमुख हस्तियां, चैरिटियों से जुड़े लोग, ब्रिटेन के मुस्लिम समुदायों के विभिन्न वर्गों से ताल्लुक रखने वाले सरकारी अधिकारी शामिल हुए।

ब्रिटेन के प्रति मुस्लिम समुदायों के योगदानों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा:

आज की रात ब्रिटेन के मुसलमानों के हमारे देश के प्रति किए गए योगदानों के लिए जश्न मनाने की रात है। ये योगदान महान हैं। लेकिन आज की रात अखंडता के मुद्दों, दुनिया भर के मुसलमानों को हमारी ओर से दी गई मदद और हमारे देश एवं समुदायों में आस्था के महत्व तथा उनमें मुस्लिम आस्था जो इतनी मजबूत है, की चर्चा करने के अवसर के बारे में भी है।

दुनिया भर के मुसलमानों और अन्य जरूरतमंद लोगों की सहायता में ब्रिटेन की भूमिका पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा:

मुझे इस बात को लेकर गर्व है कि मुश्किल आर्थिक दौर में यह देश दुनिया के उन थोड़े से गिने-चुने देशों में है जिन्होंने अपनी सकल राष्ट्रीय आय के 0.7% भाग जरूरतमंद समुदायों के विकास में खर्च करने के अपने वायदे को निभाया है। इस धनराशि का एक बड़ा भाग दुनिया के सबसे चुनौतीपूर्ण हालातों वाले इस्लामी देशों को जाता है। यह तथ्य गर्व करने लायक है कि ब्रिटेन के करदाताओं के दिए पैसों से दुनिया में कहीं न कहीं हर 2 सेकेंड पर एक बच्चे को टीका लगाया जाता है।

प्रकाशित 21 October 2013