समाचार कथा

ब्रिटेन-भारत विज़न स्टेटमेंट 2015

प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रथम ब्रिटेन यात्रा के अवसर पर ब्रिटेन और भारत के बीच एक विज़न स्टेटमेंट।

Foreign and Commonwealth Office

दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र युनाइटेड किंगडम और भारत अपने साझे मूल्यों, संस्थाओं, संस्कृति; इतिहास और दीर्घकालीन साझेदारी की अंतरंगता; और ब्रिटेन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले और ब्रिटिश जीवन और ब्रिटिश पहचान को प्रभावित करने वाले 15 लाख की आबादी वाले भारतीय प्रवासी समुदाय द्वारा निर्मित अटल मानव संबंध पर आधारित एक विशिष्ट सहभागिता का निर्माण करते हैं।

तरक्की और समृद्धि की भी हमारी एक स्वाभाविक साझेदारी है। भारत में ब्रिटेन जी20 का सबसे बड़ा निवेशक है जबकि भारत शेष सभी यूरोपीय यूनियन के देशों में किए जाने वाले संपूर्ण निवेश से भी अधिक निवेश ब्रिटेन में करता है। जीवन के हर क्षेत्र में, हमारे सहयोग से हमारे लोगों में कौशलों और अवसरों का सृजन किया जा रहा है और हमारे दोनों देशों तथा विश्व के लिए विज्ञान, तकनीक और नवप्रवर्तन की क्षमता का विस्तार किया जा रहा है।

अब, हमारे संबंधों की विशिष्ट खूबियां, हमारी अर्थव्यवस्थाओं की रफ्तार, हमारे समाजों में नवप्रवर्तन की संस्कृति, हमारे व्यवसाय का वैश्विक नेटवर्क, और हमारे बदलते विश्व में अवसर तथा चुनौतियां हमारे संबंधों के लिए एक उच्च महत्वाकांक्षा निर्धारित करने के लिए प्रेरित करते हैं। आधुनिक, विविधताओं से भरे, गतिशील और महत्वपूर्ण वैश्विक खिलाड़ियों के रूप में दो राष्ट्रों के तौर पर आज हम जो भी हैं उसकी शक्ति के आधार पर भविष्य के निर्माण के प्रति हम आशान्वित हैं।

1.25 अरब लोगों के जीवन में बदलाव की भारत की महत्वाकांक्षी योजनाओं तथा एयरोस्पेस से लेकर वित्तीय सेवाओं के क्षेत्रों में वैश्विक साझेदारी को कायम रखने और अपनी अर्थव्यवस्था को पुनर्संतुलन करने में हमारी सहभागिता से महत्वपूर्ण मदद मिल सकती है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रथम युनाइटेड किंगडम यात्रा के दौरान हमने अपने संबंधों को नई ऊर्जा प्रदान करने और हमारे दोनों के लिए महत्वपूर्ण वैश्विक साझेदारी के सृजन के लिए इसे सही मार्ग पर ले जाने को कृतसंकल्प हैं।

प्रगति को गति प्रदान करने और हमारे लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए हमारी सरकारें साथ मिलकर काम करेंगी। हम इस शताब्दी के लिए कौशल में निवेश करेंगे और अपने लोगों के लिए उच्च गुणवत्तायुक्त रोजगार का सृजन करेंगे। मानव विकास के लिए हम स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्रों में सहयोग करेंगे।

हम अवसंरचना में निवेश करेंगे और पृथ्वी पर विशालतम प्रौद्योगिकी फुटप्रिंट सहित विनिर्माण को बढ़ावा देंगे। ऐसा करते हुए, हम अपनी अनगिनत निजी साझेदारी, विशिष्ट उद्यम, संसाधनों और हमारे निजी क्षेत्र और सिटी ऑफ लंदन तथा भारत के वित्तीय क्षेत्र सहित बाजारों की क्षमताओं का उपयोग करेंगे। हमारे दोनों देश सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी हैं। साथ मिलकर हम डिजिटल युग के विशाल अवसरों का इस्तेमाल करेंगे, अपने नागरिकों की समृद्धि में वृद्धि करेंगे और अपनी साझी चुनौतियों से निबटेंगे।

अपने नागरिकों की विकास आकांक्षाओं की पूर्ति करते हुए निम्न कार्बन भविष्य के सपने को साकार करने में शोध, प्रौद्योगिकी और नवप्रवर्तन के क्षेत्रों में हम अग्रणी रहेंगे। स्वच्छ, किफायती और सुलभ ऊर्जा के जरिए हम हमारे लोगों के जीवन में सशक्तीकरण लाएंगे। और हम अपनी नदियों को स्वच्छ बनाने, अपने परिवेश को अधिक स्वस्थ बनाने तथा जिसमें सभी सुखी और समृद्ध हों ऐसे स्मार्ट, धारणीय शहरों के निर्माण की दिशा सहभागिता के साथ काम करेंगे।

अंतराष्ट्रीय कानूनों का पालन करते वाले और सं.रा. तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रावधानों के तहत वैश्विक समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करते हुए हम दोनों देश वैश्विक स्तर पर काम करते हैं। भारत के लिए सं.रा. सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता, अन्य अंतर्राष्ट्रीय निकायों में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और अंतर्राष्ट्रीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं की सदस्यता का ब्रिटेन प्रबल समर्थन करता है ताकि साथ मिलकर हम आज हमारे द्वारा सामना की जाने वाली कठिन वैश्विक चुनौतियों पर अनुक्रिया के लिए नियम आधारित अंतराष्ट्रीय प्रणाली को सशक्त बना सकें।

सुरक्षा और रक्षा सहयोग में हम अग्रगामी कदम उठाने पर सहमत हुए हैं। आतंकवाद और उग्रवाद, साइबर हमलों, परमाणु अप्रसार तथा हिंसक संघर्षों की चुनौतियों से निबटने के लिए हम और अधिक घनिष्ठतापूर्वक काम करना चाहते हैं। रक्षा क्षमता, विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी साझा करने, समकालीन चुनौतियों से बेहतर तरीके से निबटने की सक्षमता देने वाले विश्लेषण और सूचना के क्षेत्र में भी हम अधिक उन्नत सहयोग करेंगे।

गांधी अकसर कहा करते थे कि ‘हमें वह परिवर्तन खुद में लाना चाहिए जिसे हम विश्व में लाना चाहते हैं’। विश्व के दो महान लोकतंत्र के दो निर्वाचित नेताओं के तौर पर हम अपने लोगों लिए एक सुरक्षित और समृद्ध जीवन के लिए संबंधों को रूपांतरित करने और विश्व के एक शांतिमय, स्थायी और धारणीय भविष्य के निर्माण की अपनी जिम्मेदारी पहचानते हैं।

आज, इस लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में हमने एक बड़ा कदम उठाया है।

प्रकाशित 12 November 2015