प्रधानमंत्री का भारत दौरा: व्यापार और सामाजिक संबंधों को मजबूत करने का प्रयास
इस साल प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की यह दूसरी भारत यात्रा है जो ब्रिटेन-भारत के संबंधों को मजबूत करने की उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

एक छोटे से व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ आए प्रधानमंत्री अपनी इस यात्रा का उपयोग ब्रिटेन से बाहर ब्रिटेन के व्यवसायों को प्रोत्साहन देने के अवसर के रूप में करेंगे।

डेविड कैमरन की प्रतिबद्धता के बारे में उनका ब्लॉग strengthening the UK-India relationship देखें।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली और बंगलौर के केन्द्रों के बाद मुम्बई में एक नया व्यापार केन्द्र खोलने की योजना की घोषणा की है। ये केन्द्र भारत में व्यवसाय आरंभ करने के इच्छुक ब्रिटिश लघु एवं माध्यमिक उद्यमों को व्यावहारिक सहयोग प्रदान करेंगे। एक साथ मिलकर ये केन्द्र ब्रिटेन के लघु एवं माध्यमिक उद्यमों की 75 मांगों को पूरा करते हैं।

David Cameron speaking at the Indian Institute of Management in Calcutta.
भारत में इन केन्द्रों की सफलता को देखते हुए सरकार ने भविष्य में सरकारी स्थापना व्यय, साज-सज्जा और पहले वर्ष के किराए के साथ 6 और केन्द्रों की स्थापना अगले वर्ष करने की योजना बनाई है, क्योंकि यह चाहती है कि एक्सपोर्ट करने वाले लघु एवं माध्यमिक उद्यमों की संख्या में वृद्धि की जानी चाहिए।
बंगलौर-मुम्बई आर्थिक गलियारा
ब्रिटेन और भारत द्वारा साथ मिलकर बैंगलोर और मुंबई के बीच 100 किमी के आर्थिक कॉरीडोर के विकास के लिए व्यवहार्यता अध्ययन के लिए टेंडर निकालने और परियोजना के लिए ज्वाइंट स्टीयरिंग ग्रुप की स्थापना में प्रधानमंत्री ब्रिटिश व्यापार को भी आकर्षक और दूरगामी संविदाएं हासिल करने के लिए मुख्य धारा में लाएंगे। यह परियोजना ब्रिटेन के फर्मों को भारत के 1 ट्रिलियन या दस खरब अमेरिकी डॉलर मूल्य की इस आधारभूत संरचना निवेश की महत्वाकांक्षी परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर देगी।
ब्रिटिश और भारतीय समुदायों के बीच संबंध
ब्रिटिश और भारतीय समुदायों के बीच व्यापक रिश्ते को मजबूत करने तथा यह जानने के लिए हम ब्रिटेन के विशाल प्रवासी भारतीय समुदाय के लिए क्या कुछ कर सकते हैं, प्रधानमंत्री बंगाल की हृदयस्थली कोलकाता की भी यात्रा करेंगे। उन्होंने प्रीती पटेल एमपी को ब्रिटेन के लिए ब्रिटिश-भारतीय प्रवासी समुदाय के चैम्पियन की नई भूमिका में नियुक्त किया है ताकि सरकार और प्रवासी समुदाय के बीच संबंध मजबूत हो सके, ब्रिटेन-भारत के संबंध गहरे हों और व्यापार, निवेश तथा शिक्षा पर हमारे आपसी हित मजबूत किए जा सकें।

प्रधानमंत्री ने कहा:
मैं ब्रिटेन-भारत के संबंध मजबूत करने की दिशा में व्यक्तिगत रूप से प्रतिबद्ध हूं क्योंकि मेरा विश्वास है कि हम 21 वीं सदी के महान भागीदार हो सकते हैं। और मेरी यह दृढ़ धारणा है कि ब्रिटिश-भारतीय- जिनसे हमारे देश को बहुत लाभ पहुंचा है- इस रिश्ते को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। आज तक, मुझे नहीं लगता कि हमने उनकी क्षमता का पूरा सदुपयोग किया है, इसलिए मैंने प्रीती पटेल को हमारे प्रवासी समुदाय का चैम्पियन (हिमायती) बनाया है। यह नई भूमिका सरकार और ब्रिटिश-भारतीय समुदाय के बीच संबंध बढ़ाएगी और हम उनके अनुभवों और विशेषज्ञता का लाभ उठा पाएंगे और हमारे दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत कर पाएंगे।
अपनी नई भूमिका पर टिप्पणी करते हुए प्रीती पटेल एमपी ने कहा:
प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन-भारत के संबंध को मजबूती प्रदान करने को अपना व्यक्तिगत मिशन बना लिया है और मुझे हमारे दोनों देशों के बीच गहरा संबंध बनाने में उनकी मदद करते हुए बड़ी खुशी हो रही है। आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जैसे कई समान बंधनों से हम आपस में बंधे हैं। ब्रिटेन में रहने वाले ब्रिटिश-एशियायी हमारे देश की तरक्की में भारी योगदान करते हैं और हमारे समुदाय को समृद्ध करने में उनकी महती भूमिका रही है। यही कारण है कि किसी ऐसे पद पर आसीन होना, जो हमारे दोनों देशों के बीच के विशिष्ट संबंध को और गहरा करे, बड़े गर्व की बात है।