प्रेस विज्ञप्ति

नई वैश्विक साझेदारी को भविष्यगामी महामारियों से लड़ने के लिए शुरू किया गया है।

भविष्यगामी बीमारियों और अन्य वैश्विक महामारियों से जिंदगियों को बचाने हेतु सरकार एक नयी महामारी तत्परता साझेदारी (पीपीपी) शुरु करेगी।

  • प्रधानमंत्री के नये बीमारियों के लिए दवाईयों को विकसित करने के समय को घटाकर 100 दिन करने के लक्ष्य को अंतर्राष्ट्रीय महामारी तत्परता साझेदारी (पीपीपी) समर्थित करेगी।
  • इस साझेदारी की अध्यक्षता यू.के के मुख्य वैज्ञानिक परामर्शदाता सर पैट्रिक वैलेंस द्वारा की जाएगी तथा वह जून में होने वाले जी7 सम्मेलन में नेताओं को प्रतिवेदित करेंगे।
  • महमारी तत्परता नवाचारों (सीईपीआई) के सम्मिलन हेतु 16 मिलियन यूरो की नयी धनराशि भी वैश्विक टीका वितरण और विकसन को समर्थन प्रदान करेगी।

आज (20 अप्रैल) सरकार भविष्यगामी बीमारियों और अन्य वैश्विक महामारियों से जिंदगियों को बचाने हेतु एक नयी महामारी तत्परता साझेदारी (पीपीपी) शुरु करेगी।

यू.के जी7 की अध्यक्षता को पीपीपी इस बारे में सलाह देगी कि प्रधानमंत्री के नई बीमारियों हेतु उच्च गुणवत्तायुक्त टीकों को विकसित और प्रसारित करने वाले समय को 300 दिन से घटाकर 100 दिन करने के लक्ष्य को कैसे पूरा करना है, जो वैश्विक टीका वितरण पर सीईपीआई के कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए अतिरिक्त धनराशि से समर्थित है। इसकी अध्यक्षता सरकार के मुख्य वैज्ञानिक परामर्शदता सर पैट्रिक वैलेंस द्वारा की जाएगी।

सार्वजनिक-निजी भागीदारी उद्योगों, अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों तथा मुख्य पेशेवरों को एक दूसरे के करीब लायेगी। वे अनुसंधान एवं विकसन, उत्पादन, चिकित्सीय परीक्षणों तथा आंकड़ा-सहभाजन पर बृहत्तर वैश्विक सहकारिता के माध्यम से टीकों, उपचारों तथा निदानों को जल्द विकसित करने के लिए महत्वाकांशी लक्ष्यों को प्रदान करने हेतु सुझाव देंगे।

नयी नस्लों के खतरों के प्रति शीघ्रतम प्रतिक्रिया देने, नये प्रकार के विशिष्ट टीकों को विकसित करने को सहारा देने हेतु वैश्विक टीकाकरण उत्पादन क्षमता तथा मुख्य अनुसंधान एवं विकसन को 16 मिलियन यूरो का निवेश धन मुहैया कराएगा। सीईपीआई का टीकों के प्रति अनुसंधान, विकसन और उत्पादन के संदर्भ में किया गया कार्य उन प्रयासों को समर्थित करेगा जो एक संबंधित प्रकार को पहचानने के बाद 100 दिनों के भीतर आपातकालीन इस्तेमाल के लिए टीकों की लाखों खुराकों को उपलब्ध कराने के लिए किये जायेंगे।

पीपीपी औपचारिक तौर से पहली बार एक दो दिवसीय आभासी महामारी तत्परता साझेदारी सम्मेलन में मुलाकात करेगा, जो जी7 की यूके अध्यक्षता के तहत हो रहा है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए, स्वास्थ्य एवं सामाजिक कल्याण सचिव, मैट हैनकॉक ने कहा :

इस कोविड महामारी ने दुनिया को झकझोर दिया है मगर हमारे संकल्प को यह सुनिश्चित करने के लिए और मजबूत कर दिया है कि किसी भी बीमारी का भविष्य में ऐसा प्रभाव ना पड़े।

जी7 अध्यक्ष के तौर पर, यूके हमारे साझेदारों के साथ भविष्यगामी महामारियों से वैश्विक तत्परता को सुदृढ़ करने तथा कोरोनावायरस के बाद बेहतर निर्मिति हेतु काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

नया पेशेवर दल आने वाले वर्षों में हर जगह के लोगों को नयी बीमारियों से सुरक्षित रखने तथा जिंदगियों को बचाने के प्रयासों को संचालित करेगा।

पीपीपी के अध्यक्ष, मुख्य वैज्ञानिक परामर्शदाता सर पैट्रिक वैलेंस, ने टिप्पणी दी :

कोविड-19 ने हमें दर्शाया है कि पहले की कल्पना के मुकाबले उच्च-गुणवत्तायुक्त टीकों को ज्यादा तेजी से विकसित और प्रसारित करना संभव है। हम महामारी तत्परता साझेदारी को ये देखने के लिए एक साथ लायें हैं कि क्या इसकी गति और ज्यादा बढ़ाई जा सकती है और क्या इसका इस्तेमाल दवाईयों एवं निदानात्मक परीक्षणों के विकसन में किया जा सकता है।

विश्वभर के पेशेवर दल यू.के जी7 अध्यक्षता को इस बारे में सुझाव देंगे कि हम महामारी की संभाव्यता के साथ भविष्यगामी बीमारियों से जिंदगियों को बचाने हेतु प्रभावकारी टीकों, उपचारों तथा निदानों के विकसन को कैसे बढ़ा सकते हैं और मैं इस मुख्य कार्य को आगे बढ़ाने की सोच रखता हूँ।

मेलिंडा गेट्स, बिल एवं मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की समाज-सेवी तथा सह-अध्यक्ष, ने कहा:

कोविड-19 के संदर्भ में प्राप्त वैश्विक प्रतिक्रिया ने साबित किया है कि जब हम बहुपक्षीय संस्थानों के माध्यम से वैज्ञानिकों, उद्योगों, सरकारों तथा सामूहिक कार्रवाई को एक साथ लायें हैं तब हम सबसे ज्यादा सफल हुए हैं। यह साझेदारी जी7 सरकारों को सबके लिए एक सुरक्षित,महफूज और उचित भविष्य बनाने हेतु एक रोडमैप निर्मित करने योग्य बनायेगी।

यह साझेदारी जून में कार्नवॉल में आयोजित होने वाले जी7 सम्मेलन को उन कदमों को दर्शाते हुए एक रोड़मैप के साथ प्रतिवेदित करेगी जिन्हें जी7 द्वारा भविष्यगामी महामारियों से लोगों को बचाने के लिए उठाए जा सकते हैं।

पीपीपी के 20 सदस्यों में डब्लूएचओ टीका प्रतिनिधि सर एंड्रयू विट्टी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में दवा प्राध्यापक तथा बिल एवं मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन वैज्ञानिक परामर्शदाता समिति के सदस्य, सर जॉन बेल, कोवैक्स फैसिलिटी गवी के प्रबंधन निदेशक, ओरेलिया एनगुएन, तथा महामारी तत्परता नवाचारों (सीईपीआई) के सम्मिलन हेतु मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड हैचेट शामिल हैं।

औद्योगिक सदस्यों में मुख्य टीका विकासकों के प्रतिनिधि तथा जीव विज्ञान कंपनियाँ जैसे नोवारतिस में वैश्विक दवा विकसन प्रमुख एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जॉन साई, एस्ट्रोजेनेका में कार्यकारी उपाध्यक्ष बायोफॉर्मास्युटिकल्स अनुसंधान एवं विकसन, सर मेने पैंगलोस, फाईजर में मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी, मिकेल डोलस्टन तथा जॉनसन एंड जॉनसन में मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी, पॉल स्टोफेल्स शामिल हैं।

इन पेशेवरों के साथ हमारे जी7 साझेदारों के वैज्ञानिक परामर्शदाता जुड़ेंगे, जो जून में होने वाले नेताओं के सम्मेलन से पहले बैठकों की श्रृंखलाओं के माध्यम से अगले दो महीनों के दौरान सुझावों को एक व्यवहार्य रोड़मैप में रूपांतरित करने में मुख्य भूमिका अदा करेंगे।

स्वास्थ्य सचिव, मैट हैनकॉक, आभासी महामारी तत्परता साझेदारी सम्मेलन का आज उद्घाटन कर रहे हैं। यह दो दिवसीय सम्मेलन विश्व भर के प्रतिनिधियों और पेशेवरों का साक्षी बनेगा जो भविष्यगामी बीमारियों से बचने के लिए सार्वजनिक-निजी तथा अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों की महत्वता और महामारी तत्परता को स्थानांतरित करने में आने वाली चुनौतियों तथा अवसरों पर विचार-विमर्श करने के लिए बैठक करेंगे।

मेलिंडा गेट्स, बिल एवं मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की समाज-सेवी तथा सह-अध्यक्ष, महामारी तत्परता के लिए सहभाजन को सुदृढ़ करने तथा उचित बहाली को सुनिश्चित करने में दल द्वारा अदा की जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार-विमर्श के लिए सम्मेलन के अंत में सदस्यों से बातचीत करेंगी।

पीपीपी परिचालन समूह सदस्यों की संपूर्ण तालिका:

  • अध्यक्ष - सर पैट्रिक वैलेंस-यूके सरकार के मुख्य वैज्ञानिक परामर्शदाता
  • सर एंड्रयू विटी - सीईओ, यूनाईटेड हेल्थ गु्रप
  • सर जॉन बेल - रेगियस दवा प्राध्यापक, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय तथा बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन वैज्ञानिक परामर्शदाता समिति के सदस्य
  • मार्टिन लैंड्रे - दवा एवं महामारी विज्ञान प्राध्यापक, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
  • डेम एने जॉनसन - संक्रामक बीमारी महामारी विज्ञान प्राध्यापक यूसीएल
  • लॉर्ड जिम ओ नील - गोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेंट के पूर्व अध्यक्ष तथा कोषागार के पूर्व वाणिज्यिक सचिव
  • बेरोनेस मिनोऊचे शफीक - निदेशक एलएसई तथा बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व उप राज्यपाल।
  • ओरेलिया एनगुएन - कोवैक्स फैसिलिटी कार्यालय के प्रबंधन निदेशक, गवी।
  • सर जेरेमी फरार - निदेशक वेलकम ट्रस्ट तथा डब्लूएचओ अनुसंधान एवं विकसन योजना के वैज्ञानिक परामर्शदाता समूह के अध्यक्ष।
  • जॉन-आर्ने रोटिंगजन - सह-अध्यक्ष एसीटी-ए, महामारी तत्परता तथा प्रतिक्रिया पर वित्तीयन के लिए जी20 उच्च स्तरीय स्वायत्त पैनल के सदस्य (एचएलआईपी) तथा वैश्विक स्वास्थ्य के राजदूत, विदेश मामलों का नॉर्वेजियन मंत्रालय।
  • पीटर सैंड्स - कार्यकारी निदेशक - वैश्विक कोष
  • रिचर्ड हैटचेट - मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीईपीआई
  • सर्जियो कारमोना - कार्यकारी मुख्य निष्पादन अधिकारी तथा मुख्य चिकित्सीय अधिकारी एफआईएनडी।
  • सौम्या स्वामीनाथन - मुख्य वैज्ञानिक डब्लूएचओ।
  • जॉन टेसाई - वैश्विक दवा विकसन के प्रमुख तथा मुख्य चिकित्सीय अधिकारी, नोवारतिस।
  • सर मेने पैंगालोस - कार्यकारी उपाध्यक्ष बायोफॉर्मास्यटिकल्स अनुसंधान एवं विकसन, एस्ट्राजेनेका।
  • मिकेल डोलस्टन - मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी, फाईजर।
  • पॉल स्टोफेल्स - उपाध्यक्ष तथा मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी, जे एंड जे।
  • रोजर कोनोर - अध्यक्ष ग्लोबल वैक्सीन्स, जीएसके।
  • जून रेनी - मुख्य कार्यकारी, एमएचआरए।

संपादकों के लिए टिप्पणियाँ:

  • पीपीपी सम्मेलन एक बंद कमरे में होने वाला कार्यक्रम है।
  • जी7 पर अतिरिक्त जानकारी हमारी वेबसाईट g7uk.org से प्राप्त की जा सकती है।
  • हमें टिवटर एवं इंस्टाग्राम @G7 पर फॉलो करें।
  • मीडिया संबंधी पूछताछ के लिए कृपया जी7 मीडिया दल से g7media@cabinetoffice.gov.uk पर संपर्क करें या 0207 2769 797 पर फोन करें।
प्रकाशित 20 April 2021