एशिया मंत्री ने एशिया-युरोप शिखर वार्ता में ब्रिटेन की प्राथमिकताओं पर चर्चा की
एशिया युरोप बैठक में 51 देशों के मंत्रियों तथा अधिकारियों ने आर्थिक तथा सुरक्षा चुनौतियों पर साथ मिलकर शिरकत की।

भारत में इस वर्ष संपन्न एशिया युरोप बैठक एशिया तथा उसके बाहर ब्रिटेन की कई प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने का एक अवसर प्रदान करती है। इस बैठक में भाग लेने वाले विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय में राज्य मंत्री श्री ह्यूगो स्वायर ने कहा:
इस सरकार को एशिया में अपने कदम को विस्तार करने का गर्व अनुभव हो रहा है। इस शिखर बैठक में इसी पर चर्चा की जाएगी।
ब्रिटेन की अर्थव्यस्था में एशिया अहम स्थान रखती है। हम एशियाई देशों जैसे- सिंगापोर, भारत, जापान, विएतनाम तथा थाइलैंड तथा ईयू के साथ कई तरह के मुक्त व्यापार समझौते की प्रगति के लिए कार्य करेंगे। हाल में ईयू-कोरिया के बीच संपन्न करार ने इससे होने वाले बदलावों को रेखांकित किया, साथ ही इसने व्यापार को बढ़ावा देकर इसे लगभग $10 बिलियन के स्तर तक पहुंचाया। हम दिसम्बर में बाली में एक वैश्विक करार को भी बढ़ावा देंगे। इससे वैश्विक तथा एशिया व युरोप की अर्थव्यवस्था में एक वर्ष में $110 बिलियन का योगदान मिलेगा, जो दुनिया के वाणिज्य का 60% होगा। इस शिखर बैठक में किसी भी तरह की गुंजाइश हमें इस क्षेत्र में ब्रिटिश निवेश को बढ़ावा देने के अवसर प्रदान करेगी ।
एशिया हमारी व्यापक वैश्विक हितों के लिहाज से काफी अहमियत रखती है। युरोप तथा एशिया कई क्षेत्रों में एक जैसी सोच रखते हैं और एक वास्तविक बदलाव लाने के लिए हमारे बीच में एक गहन सहयोग संबंध है। हम जी8 की अपनी व्यापक व्यापार, कर तथा पारदर्शिता से जुड़ी प्राथमिकताओं को और भी सुदृढ़ करेंगे ताकि इन दो भूभागों में समृद्धि लाई जा सके। सीरिया से लेकर ईरान और उत्तर कोरिया जैसी समस्याओं से निपटने के लिए हम साथ मिलकर कैसे काम करें इसपर भी चर्चा की जाएगी।
एशिया हमारे मूल्यों के लिए भी अहमित रखती है। कई एशियाई देश लोकतंत्र तथा मानवाधिकार को बढ़ावा देने में हमारे गहन सहयोगी रहे हैं। पर हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते और हम इसके लिए यहां अपनी बैठकों का उपयोग करेंगे। उदाहरण के लिए बर्मा में संवैधानिक सुधार करना, कंबोडिया में राजनैतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का आह्वान करना और इस समूचे क्षेत्र में मानवाधिकारों के प्रति चिंताओं को बढ़ावा देना। हम विदेश मंत्री के यौन हिंसा रोकने के प्रयासों को भी प्रोत्साहन और बढ़ावा देंगे।
एशिया इसलिए भी अहमियत रखती है, क्योंकि ब्रिटेन की इस क्षेत्र से लंबे समय से कई ऐतिहासिक रिश्ते रहे हैं। ब्रिटेन आज भी इन रिश्तों के लिए प्रतिबद्ध है और जहां इसे मजबूत करने की जरूरत है वहां मदद प्रदान कर रहा है।
हमारी सहानुभूति फिलीपिंस के लोगों के साथ है। टाइफून योलांडा से हुई भारी तबाही के लिए मैं फिर से वहां के लोगों के प्रति शोक-संवेदना प्रकट करता हूं और घोषणा करता हूं कि ब्रिटेन की ओर से भेजी जाने वाली सहायता पैकेज आगे भी जारी रखी जाएगी।