भाषण

'कंप्यूटर साक्षरता भी उतनी ही जरूरी है जितनी खुद सामान्य सारक्षता'

16 दिसंबर 2014 को कोलकाता के ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त स्कॉट फर्सेडोन-वुड द्वारा दारा गांव में एक ई-लर्निंग संसाधन केन्द्र के उद्घाटन समारोह में दिए गए अभिभाषण की अनूदित प्रति।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
Scott Furssedonn-Wood MVO

मंच पर उपस्थित सम्मानित अतिथिगण, देवियो और सज्जनो, दोस्तो

आज मैं यहां आकर सचमुच ही बहुत प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूं और आपके हार्दिक स्वागत का बहुत-बहुत आभारी हूं। मैं भारत एक साल पहले आया था और मुझे उन तेरह राज्यों का दौरा करने का सौभाग्य मिला जिनमें मैं ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व करता हूं। लेकिन अब तक, मुझे ग्रामीण बंगाल घूमने का मौका नहीं मिला था। इसकी मुझे बहुत अधिक तमन्ना रही है। तो आप समझ पाएंगे कि आज यहां उपस्थित होना मेरे और मेरी पत्नी के लिए कितना खास है।

जो बात इसे और भी महत्वपूर्ण बनाती है वह है कि हम यहां आज दारा गांव में यहां के लोगों की जीवन-दशा सुधारने और महिलाओं के लिए ई-साक्षरता केन्द्र खोलने के लिए प्रगति संघ की ओर से किए जा रहे कामों को देखने के लिए उपस्थित हुए हैं।

ब्रिटिश उप-उच्चायोग का आपके और प्रगति संघ के साथ संबंध कई वर्षों से रहे हैं। 2006 में हमें यहां और आस-पास के गांवों में लोगों की आमदनी बढ़ाने और उनके जीवन-स्तर में सुधार के लिए आर्थिक सहायता देकर बड़ी खुशी हासिल हुई थी। हमने 30 तालाबों की खुदाई के लिए भी कोष उपलब्ध कराया था जिनमें किसान सिंचाई के लिए जल एकत्र कर अपने खेतों में अनेक फसल और सब्जियां उगा सकें और साथ ही इन तालाबों का उपयोग मछली पालन में किया जा सके। पेयजल की उपलब्धता बढ़ाने के लिए हमने दो गहरे नलकूप भी लगाए। हमें बताया गया कि उस साल बंगाल में गंभीर सूखा पड़ा था और ऐसे में इन नलकूपों ने लोगों की भारी मदद की।

हालांकि ये छोटी परियोजनाएं हैं, लेकिन जीवन में किए जाने वाले ये ऐसे छोटे हस्तक्षेप हैं जिनसे बड़े अंतर पड़ते हैं। मुझे बताया गया कि तालाबों ने किसानों की वार्षिक आय में लगभग 300 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह बात सचमुच गर्व करने लायक है। और साथ ही, प्रगति संघ द्वारा किए गए बेहतरीन कामों तथा तालाबों की सफलता किसी से छुपी नहीं है। ओएनजीसी ने इस सफलता को देखकर आस-पास के गांवों में अतिरिक्त 55 तालाबों की खुदाई के लिए धन मुहैया कराए जबकि अन्य कंपनियों और चैरिटीज ने यहां आधारभूत संरचना के लिए धन प्रदान कर, शौचालयों का निर्माण कर और पेय-जल की सुविधा मुहैया कर प्रगति संघ की सफलता को पुरस्कृत किया है। यह सचमुच सराहनीय है। मैं आपमें में से बहुतों से भेंट करना चाहता हूं जिन्हें पहले की परियोजनाओं से लाभ हुआ है, और आज ही बाद में मैं आपके खेतों को भी देखना चाहूंगा।

मैं यह समझता हूं कि अभी हाल तक यहां बिजली की उचित व्यवस्था नहीं थी। जब इस इलाके में अंततः बिजली आई तो प्रगति संघ ने हमें कहा कि आधुनिक तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक सुविधाओं का इस्तेमाल करने के लिए वंचित और साधनविहीन महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लिए एक ई-लर्निंग और संचार केंद्र की स्थापना की एक परियोजना में हम उनके सहयोगी बनें। उद्देश्य था उनके कौशल को बढ़ाना, सूचनाओं तक उनकी पहुंच सरल बनाना और उनके अधिकारों के बारे में उन्हें जागरुक करना।

हमने सोचा यह एक शानदार परियोजना है। आज की दुनिया में कंप्यूटर तकनीक और इंटरनेट तक पहुंच लोगों को जोड़ने और उन्हें सशक्त बनाने के जरूरी साधन हैं। कार्य-स्थल पर लोगों को अपनी सक्षमता साबित करने और सेवाओं तक पहुंच की उनकी क्षमता तथा समाज में पूर्ण सशक्तता हासिल करने की दिशा में लोगों के लिए कंप्यूटर साक्षरता स्वयं में एक अनिवार्य साक्षरता बनती जा रही है।

प्रगति संघ द्वारा स्थापित यह केन्द्र दारा के युवा महिलाओं और बच्चों को कंप्यूटर का पहला ज्ञान प्रदान करेगा। इसके बाद कंप्यूटर की आधारभूत जानकारी देने तथा जरूरी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सिखाने के लिए उन्हें इस केन्द्र के द्वारा छह महीने का एक कोर्स कराया जाएगा। लेकिन, इससे भी बढ़कर, यह लोगों को यह दिखाएगा कि तकनीक किस प्रकार उनके सामाजिक उत्थान में योगदान कर सकती है, उन्हें ज्ञान उपलब्ध करा सकती है और उन्हें उनके अधिकारों से परिचित कराने में मददगार हो सकती है।

हालांकि इस केन्द्र ने अभी पूरी तरह परिचालन करना आरंभ नहीं किया है, मुझे इस बात से बड़ी खुशी हुई कि 127 लोगों ने प्रशिक्षण के लिए अपना नामांकन करा लिया है। मुझे यह जानकर भी गर्व हुआ कि हमारे प्रयास ने अन्य संगठनों को आगे आने और भविष्य में परियोजना को विस्तार देने के लिए प्रेरित किया है। केन्द्र की शुरुआत महज पांच कंप्यूटरों से की गई है, प्रगति संघ को दो अतिरिक्त मशीनें मिल चुकी हैं और दो नई मशीनें एक अन्य संगठन द्वारा इस महीने दी जाएंगी। दरअसल, केन्द्र के शुरू होने से प्रगति संघ अपनी संसाधन क्षमता को दुगुना करने पर विचार कर रहा है। यह बात यहां उपस्थित कुछ युवाओं के लिए एक स्वागत योग्य जानकारी होगी, जिनके बारे में मुझे विश्वास है कि वे भी कंप्यूटर साक्षरता कार्यक्रम का लाभ उठाएंगे।

कंप्यूटर साक्षरता कार्यक्रम में नामांकन कराने वाले युवाओं से मैं मिलना और बातचीत करना चाहूंगा। मेरी ओर से आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं!

धन्यवाद।

प्रकाशित 17 December 2014