ब्रिटेन और भारत: प्रधानमंत्री का व्यापार शिष्टमंडल और द्विपक्षीय यात्रा
प्रधानमंत्री थेरेसा मे पदग्रहण के बाद से अपनी पहली प्रमुख द्विपक्षीय यात्रा पर भारत के लिए एक व्यापारिक शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रही हैं।

प्रधानमंत्री पदग्रहण के बाद यूरोप के बाहर अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर नवम्बर 6 से नवम्बर 8 के बीच ब्रिटेन के सबसे नामचीन व्यापारियों को भारत यात्रा पर साथ लाएंगी।
यह प्रधानमंत्री का पहला व्यापारिक शिष्टमंडल होगा, जिसमें ब्रिटेन भर के क्षेत्रों से एकजुट किया गया एक प्रतिनिधिमंडल भारत की यात्रा पर उनके साथ रहेगा। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री लियाम फॉक्स और व्यापार मंत्री ग्रेग हैंड्स भी यात्रा में शामिल होंगे।
ट्रेड मिशन ड्वारा किए वाणिज्यिक सौदों की जानकारी पाएं।
मंगलवार 8 नवंबर: बैंगलोर
- प्रधानमंत्री ने इंडियन इनोवेशन के साइंस म्यूजियम समारोह का स्वागत किया
- प्रधानमंत्री ने यूके-भारत के £120 मिलियन के समझौते का स्वागत करने के लिए ऐरोस्पेस कंपनी का दौरा किया
- भारत-यूके टेक समिट बैंगलोर रिसेप्शन में प्रधानमंत्री का भाषण
प्रधानमंत्री भारत में व्यापार अवसरों के बारे में बताते हुए।
सोमवार 7 नवंबर: दिल्ली
- दिल्ली से प्रधानमंत्री का प्रेस स्टेटमेंट
- प्रधानमंत्री और मोदी का संयुक्त स्टेटमेंट
- प्रधानमंत्री का भारत-यूके टेक समिट भाषण
यूके-भारत संबंध के बारे में प्रधानमंत्री का बयान
प्रधानमंत्री भारत-यूके टेक समिट में व्यापार के बारे में बताते हुए।
रविवार 6 नवंबर: दिल्ली आगमन
प्रधानमंत्री ने भारत आगमन के बारे में बताते हुए।
यात्रा की अधिक जानकारी
प्रधानमंत्री ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन के लिए अपने महत्वकांक्षी लक्ष्य को पूर्णता प्रदान करेंगी जिसके तहत यूरोपीय महाद्वीप से परे ब्रिटेन के लिए एक नई वैश्विक भूमिका को विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। वे भारत के प्रमुख बाजारों में नए और उभरते उद्यमों के साथ-साथ प्रतिष्ठित व्यापारों की शुरुआत कर सभी के लिए उपयोगी अर्थव्यवस्था के लिए अपनी प्रतिज्ञा को भी सार्थक करने का प्रयास करेंगी। इस यात्रा के दौरान अनेक वाणिज्यिक सौदों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जिससे घरेलू स्तर पर रोजगार उत्पन्न और सुरक्षित होंगे और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में बाजार के विश्वास का प्रदर्शन भी होगा।
प्रधानमंत्री मे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर ब्रिटेन और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा करेंगी और जिसके आधार में होगा दोनों देशों के बीच की साझा कड़ी व सहयोग। प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर प्रधानमंत्री दक्षिण एशिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी सम्मेलन भारत-यूके टेक समिट,का उद्घाटन करेंगी।
ब्रिटेन में भारतीय मूल के 1.5 मिलियन से अधिक लोगों की उपस्थिति और वर्तमान में भारतीय कम्पनियों द्वारा 1,00,000 से ज्यादा ब्रिटेन वासियों को रोजगार मुहैया कराते हुए भारतीय प्रवासी जनसंख्या राष्ट्रीय स्तर पर काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत अब हमारा दूसरा सबसे बड़ा रोजगार निर्माता राष्ट्र है और पिछले वर्ष 7,105 नई नौकरियां उपलब्ध कराई गई हैं।

The Prime Minister and Stonehill School pupils watched a military flypast.