भारत आये व्यापार शिष्टमंडल ने एनएचएस नवाचार के 70 वर्षों का जश्न मनाया
एनएचएस और स्वतंत्र भारत दोनों की 70 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करते हुए, एनएचएस ट्रस्ट्स और सहयोगी कंपनियों को हेल्थकेयर यूके भारत लेकर आया है यहां वे संभावित ग्राहकों से मिल सकेंगे।

Sir Malcolm Grant, Chair of NHS England, speaking at the India-UK Createch Summit
भारतीय स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में नए स्वास्थ्य देखभाल समाधानों की मांग कभी इतनी अधिक नहीं रही है। एनएचएस के 70 वर्ष नवाचार मिशन को रोमांचक नए दृष्टिकोण, सिस्टम और सेवाओं के उदाहरण दिखाने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
भारत में स्वास्थ्य देखभाल
केपीएमजी के मुताबिक 2020 तक भारत के स्वास्थ्य देखभाल बाजार के 280 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है। सरकारी स्वास्थ्य सेवा स्वास्थ्य देखभाल सेवा पर जीडीपी का केवल 1.4% खर्च करती है। स्वास्थ्य देखभाल पर समग्र व्यय जीडीपी का 4.7% जो कि अधिकतर भारतीयों की जेब पर असर डालता है।
निजी दवाएं और सेवाएं कुछ उत्कृष्ट अग्रणी स्वास्थ्य देखभाल कंपनियों द्वारा प्रदान की जाती हैं साथ ही साथ विविध गुणवत्ता के छोटे प्रदाताओं के एक विभाजित संग्रह द्वारा प्रदान की जाती है।
उन्नतिशील स्वास्थ्य देखभाल समाधान निम्न कारणों से आवश्यक हैं:
- गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) में नाटकीय वृद्धि, विशेष रूप से मधुमेह और हृदय रोग
- वृद्धों की बढ़ती आबादी
हेल्थकेयर यूके मिशन
3 एनएचएस ट्रस्ट और 11 यूके स्वास्थ्य देखभाल कंपनियों ने इस मिशन में भाग लिया, जो कि भारतीय स्वास्थ्य देखभाल उद्योग के साथ काम करने के लिए व्यावसायिक अवसर तलाश रहे हैं। जिनका नेतृत्व सर मैल्कम ग्रांट, एनएचएस इंग्लैंड के अध्यक्ष, सारा विल्किनसन, एनएचएस डिजिटल की सीईओ और दबोरा कोबेका, हेल्थकेयर यूके के प्रबंध निदेशक ने किया।
3 एनएचएस ट्रस्ट में इनोवेटिव प्रशिक्षण और परामर्श प्रदान किए गए हैं जिनमें शामिल हैं:
- एक प्रोटॉन चिकित्सा विद्यालय
-
कार्डियो-थोरैसिक रोबोटिक सर्जरी
- 100,000 जीनोम परियोजना
- गूगल के डीम माइंड
दबोरा कोबेका ने कहा:
यह एक उल्लेखनीय रूप से सफल शिष्टमंडल था, जिसे अति विशिष्ट लोगों का समर्थन मिला, जहां कुछ चुनिंदा यूके कंपनियों और एनएचएस ट्रस्टों को भारत की अधिकांश स्वास्थ्य देखभाल कंपनियों से उनकी सेवा देने का अनुरोध प्राप्त हुआ, जिन कंपनियों से हम 3 शहरों में मिले थे।
शिष्टमंडल के मुख्य आकर्षण
शिष्टमंडल के मुख्य आकर्षण में एचआरएच प्रिंस एडवर्ड, द अर्ल ऑफ़ वेसेक्स द्वारा संबोधित मुंबई में भारत यूके क्रीटेक 2018 शिखर सम्मेलन से जुड़ना शामिल है।
इस कार्यक्रम में, स्वास्थ्य देखभाल में भविष्य की रचनात्मक तकनीक परिवहन, अंतरिक्ष यात्रा, संगीत और फिल्म के भविष्य के साथ चित्रित की गई थी। एक अन्य आकर्षण, 114 मिलियन से अधिक निवासियों वाले भारत के सबसे लोकप्रिय राज्य महाराष्ट्र के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के माननीय मंत्री से द अर्ल ऑफ़ वेसेक्स की मुलाकात थी।
सर मैल्कम ग्रांट ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और साथी मंत्रालयों के साथ भी मुलाकात की, जिसमें 5000 प्रमुख नैदानिक और उपचार क्लिनिक के साथ 11 प्रमुख अस्पतालों और दवाएं बनाने के लिए इंडो यूके इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के कार्यक्रम पर चर्चा की गई।
भारत की प्रतिक्रिया
प्रतिनिधिमंडल दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद में निजी और सरकारी दोनों क्षेत्रों के वरिष्ठ स्वास्थ्य सेवा के अग्रणी व्यक्तियों से गोल मेज वार्ता, सेमिनार और नेटवर्किंग रिसेप्शन की श्रृंखलाओं में मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने 3 शहरों में 250 से अधिक संभावित ग्राहकों से मुलाकात की और उनमें सबसे बड़े अपोलो हॉस्पिटल्स से मिलकर उनके साथ चर्चा के साथ समाप्त हुई।
प्रत्येक भारतीय प्रतिनिधि बहुत ही स्पष्ट थे कि वे किन कंपनियों के साथ काम करना चाहते हैं और हेल्थकेयर यूके आशावादी है कि इसके परिणामस्वरूप कुछ उत्कृष्ट सहयोग और व्यापारिक उद्यमों को महसूस किया जाएगा।
सर मैल्कम ग्रांट ने कहा:
जब ब्रिटेन 5 जुलाई को एनएचएस की 70 वीं वर्षगांठ के अपने ऐतिहासिक दिन की खुशियां मना रहा है, मैं हेल्थकेयर के क्षेत्र में पहले से कहीं ज्यादा मजबूत भारत-यूके सहयोग की अपेक्षा करता हूं।
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