समाचार कथा

मेक इन इंडिया, फाइनेंस इन द यूके, चांसलर का संदेश

इस सप्ताह दिल्ली और मुंबई में चांसलर का संदेश है कि यूके भारत में विनिर्माण विकास को वित्तीय सहयोग के लिए पूरी तरह से तैयार है।

UK-India Flag colours

एक्सचेकर के चांसलर फिलिप हैमंड एमपी इस सप्ताह अपनी दिल्ली और मुंबई यात्रा के बारे में कहेंगे कि दुनियां के प्रमुख वित्त केंद्र के रूप में ब्रिटेन की स्थिति; भारत की महत्वाकांक्षी विकास योजनाएं और ग्लोबल ब्रिटेन बनाने के लिए यूके की परिकल्पना, दोनों देशों के रिश्तों को अगले स्तर तक ले जाने के ‘शानदार संयोजन’ की पेशकश करते हैं।

देश को ग्लोबल मैनुफैक्चरिंग हब में बदलने के लिए प्रधान मंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ विज़न के संदर्भ में फिलिप हैमंड बताएंगे कि कैसे यूके भारत की योजनाओं को कार्यान्वित करने में मदद करने और उनके साथ वित्तीय भागीदारी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है ।

चांसलर दिल्ली और मुंबई में वार्ता के लिए एक उच्च स्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर मार्क कार्नी, कमर्शियल सेक्रेटरी बैरनेस नेविल-रोल्फ़ और अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मार्क गार्नियर शामिल हैं।

यह वार्षिक यूके-भारत आर्थिक और वित्तीय वार्ता का हिस्सा है और चांसलर के प्रतिनिधिमंडल में वित्तीय सेवाओं के मामले में ब्रिटेन के कुछ सबसे अनुभवी नेता और ब्रिटेन के सबसे बेहतरीन फिनटेक उद्यमीगण शामिल हैं।

ब्रिटेन पहले से ही वित्तीय सेवाओं में दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक और फिनटेक का अग्रणी केंद्र रहा है।

भारत की महत्वाकांक्षी विकास योजनाओं के लिए उसे अपने फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करना होगा और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करना होगा क्योंकि अनुमान के मुताबिक आने वाले वर्षों में भारत को आधारभूत ढांचे के लिए 1.5 खरब डॉलर के पूंजी की आवश्यकता होगी।

चांसलर कहेंगे कि इसलिए ब्रिटेन और सिटी ऑफ़ लंदन भारत का भागीदार बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है ताकि उसे अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए वित्त जुटाने में मदद मिल सके।

विशेष रूप से यदि भारत तकनीक का उपयोग करते हुए सभी को बैंकिंग व फाइनेंस की सुविधा उपलब्ध कराता है और कैश पर कम निर्भर समाज के प्रति अपना अभियान जारी रखता है तो वह ब्रिटिश फिनटेक फर्मों के सहयोग के लिए प्रमुख अवसरों की भी पहचान करेंगे।

पूरे भारत में चल रहे इस अभियान का मतलब है कि इस क्षेत्र में नए पेमेंट फर्म, छोटे फाइनेंस बैंक और बीमा कंपनियों के आगमन के साथ ही भारत का फाइनेंस सेक्टर एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है।

इस परिवर्तन से यूके को भारत के अपने आकर्षक फिनटेक सेक्टर के साथ मिलकर काम करने के काफी अवसर मिलेंगे और इसी वजह से, इस हफ्ते की यात्रा में ट्रांसफरवाइज और वर्ल्ड फर्स्ट जैसी ब्रिटेन के कुछ सबसे आकर्षक नए फिनटेक फर्मों को शामिल किया गया है - जो भारत में अपने व्यापार व गतिविधियों को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं।

पहले से ही इन क्षेत्रों में ब्रिटेन और भारत के मजबूत संबंध रहे हैं। सभी मसाला बॉन्ड में से लगभग 80% लंदन से जारी किए गए हैं। भारत में 18,000 से अधिक लोगों को रोजगार देने वाले ब्रिटिश फर्म स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने हाल ही में दोनों देशों के बीच एक नये शेवनिंग छात्रवृत्ति कार्यक्रम को प्रायोजित किया था। इस साल लंदन में भविष्य के 8 उच्चतम भारतीय नेता वित्तीय सेवा के सघन पाठ्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

आर्टिकल 50 की शुरूआत के बाद होने वाली यह यात्रा चांसलर के लिए दुनिया में ब्रिटेन की नई भूमिका पर चर्चा करने का महत्वपूर्ण अवसर भी है, क्योंकि यह मित्रों और सहयोगियों के साथ अपने संबंधों को पुनर्जीवित करने, ब्रिटिश व्यापारों के लिए नए बाजारों और नए अवसरों की शुरूआत करने के लिए तैयार है।

चांसलर फिलिप हैमंड ने कहा:

ब्रिटिश व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए भारत जाने वाले इस बेहद अहम प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैं कहीं जाकर अपनी सबसे अच्छी पेशकश को बढ़ावा देते हुए वास्तविक ग्लोबल ब्रिटेन बनाने के लिए पूरी तरह से तत्पर हूं।

हम यूरोप की सीमा के बाहर अपने व्यापार और निवेश को बेहतर बनाने और दुनिया के सबसे जीवंत अर्थव्यवस्थाओं के साथ हमारे संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यूरोपीय संघ से बाहर निकल रहे हैं और अपने आर्थिक इतिहास के एक नए रोमांचक चरण की शुरूआत कर रहे हैं।

ऐसे में भारत के निरंतर विकास के लिए आवश्यक वित्तीय मदद को करते हुए ब्रिटेन पूरी तरह से भारत का पसंदीदा वित्तीय भागीदार बनने के लिए तैयार है और मेरा संदेश है ‘मेक इन इंडिया, फाइनेंस इन यूके’।

हमारे इनोवेटिव मार्केट ने मसाला बॉन्ड जैसे नए उत्पादों के विकास में मदद की है जो भारत के बदलाव में सहायक होगा।

प्रकाशित 2 April 2017