भारतीय वित्त मंत्री ने छठी वार्षिक ब्रिटेन-भारत आर्थिक एवं वित्तीय वार्ता में भाग लिया
वित्त मंत्री जॉर्ज ओस्बोर्न ने ब्रिटेन में चर्चा और यूरोप की विशालतम विनिर्माण परियोजना क्रॉसरेल के दौरे के लिए आए भारतीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम एवं भारतीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।

The UK Chancellor and Indian finance minister at Crossrail
ब्रिटेन के वित्त मंत्री जॉर्ज ओस्बोर्न ने बृहस्पतिवार, 16 मई को अपने कार्यालय में छठी वार्षिक ब्रिटेन-भारत आर्थिक एवं वित्तीय वार्ता में भाग लेने के लिए आए भारतीय वित्त मंत्री और भारतीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।
दोनों देशों के मंत्रियों के बीच व्यापार एवं निवेश, ढांचागत सुविधाओं पर व्यय और वित्तीय सेवाओं जैसे कुछ प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई और इसके बाद उन्होंने ईस्ट लंदन में क्रॉसरेल का दौरा किया। इस दौरे में ब्रिटिश राजकोष के वाणिज्य मंत्री लॉर्ड डाइटन भी साथ थे।
इस दौरे के दौरान मंत्रियों ने क्रॉसरेल के निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली टनलिंग मशीन को देखा। यह यूरोप की विशालतम विनिर्माण परियोजना है। मंत्रियों ने ढांचागत सुविधाओं के क्षेत्र में ब्रिटेन और भारतीय कंपनियों के लिए अवसरों पर चर्चा की।
इस दौरे में दोनों मंत्रियों के बीच हुई पिछली वार्ताओं की सफलताओं को आगे बढ़ाया। पिछली वार्ताओं में जनवरी में लंदन में हुई बैठक भी शामिल है।
मौजूदा दौरे में दोपहर बाद व्यापक औपचारिक वार्ताओं में ब्रिटेन एवं भारत के अन्य मंत्रियों और अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें ब्रिटिश व्यापार, नव-प्रवर्तन एवं निपुणता मंत्री विन्स केबल तथा भारतीय वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव शक्तिकांत दास भी शामिल थे।
वित्त मंत्री ओस्बोर्न ने कहा :
भारत विश्व के उभरते विशालतम बाजारों में एक है और हम इस बात के लिए दृढ़-प्रतिज्ञ हैं कि ब्रिटेन भारत का पसंदीदा साझेदार बने। भारत ढांचागत सुविधाओं में एक विशाल राशि खर्च कर रहा है, जिसका उदाहरण अहमदाबाद, नवी मुंबई और कोच्चिं में मेट्रो िसस्टम्स में किया जा रहा निवेश है। हमने आज क्रॉसरेल में किए गए कार्य को देखा, जो उत्कृष्ट ब्रिटिश टेक्नोलॉजी एवं विशेषज्ञता का एक प्रमुख उदाहरण है। हम इस टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता को भारतीय ढांचागत कार्यक्रम में प्रदान कर सकते हैं।
आर्थिक एवं वित्तीय वार्ता की बैठकें सदैव अत्यंत रचनात्मक होती हैं और मुझे भारतीय वित्त मंत्री चिदम्बरम के साथ यह महत्वपूर्ण वार्ता जारी रखते हुए बहुत खुशी है।
इस दौरे में यह सहमति हुई कि यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट और भारत की बहुराष्ट्रीय कंपनी टाटा ब्रिटेन स्थित उन नव-प्रवर्तनकारी टेक्नोलॉजी वाले लघु एवं मझोले उद्यमों के लिए शिक्षा एवं परामर्श पर एक कार्यक्रम तैयार करेंगे, जो भारतीय कंपनियों के साथ वाणिज्यिक साझेदारी के इच्छुक हैं।
यह भी सहमति हुई कि भारत का एक्जिम बैंक ब्रिटेन एवं भारतीय कंपनियों के बीच व्यावसायिक अवसरों को बढ़ावा देने और व्यापार तथा निवेश को सुगम बनाने के लिए यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट के साथ मिलकर कार्य करेगा।
आर्थिक एवं वित्तीय वार्ता के बाद ब्रिटेन के वित्त मंत्री और भारत के वित्त मंत्री द्वारा जारी किया गया संयुक्त बयान पढ़ें।