विश्व की समाचार कथा

ब्रिटेन-भारत साथ मिलकर ‘ग्रेट’ स्मार्ट शहर बना सकते हैं

पहले राउंड टेबल का आयोजन आज 17 फरवरी को अमरावती में होगा, जिसके बाद 1 मार्च को भोपाल में होना है।

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत में 100 स्मार्ट शहर बनाने की एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। नवंबर 2015 में अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने अमरावती, इन्दौर और पुणे के तीन स्मार्ट शहर विकसित करने हेतु एक नई पंचवर्षीय साझेदारी पर सहमत हुए। इस प्रयास में एक भाग के रूप में भारतीय उद्योग महासंघ (सीआईआई) तथा इन्डिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए) के साथ यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट (यूकेटीआई) द्वारा स्मार्ट शहरों के बारे में गोलमेज वार्ताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य है अमरावती, पुणे और इन्दौर स्मार्ट शहरों के विकास के लिए भारत और ब्रिटेन के बीच संयुक्त रूप से अवसरों की तलाश करना।
अमरावती आंध्र प्रदेश का नया घोषित राजधानी शहर है। राज्य सरकार की योजना है फाइबर ऑप्टिक कनेक्टिविटी और स्मार्ट अवसंरचना प्रणालियों के साथ अमरावती को ‘स्मार्ट शहर’ के एक उदाहरण के रूप में विकसित करना। ब्रिटिश कंपनियों के पास विश्वस्तरीय परामर्श, परियोजना प्रबंधन और इंजीनियरिंग कौशल हैं जो इन नए शहरों के नियोजन, डिजायन और निर्माण में मददगार साबित होंगे। गोल मेज वार्ता में सात ब्रिटिश कंपनियां शामिल होंगी। गोलमेज के दौरान ब्रिटिश कंपनियां सरकार और भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख नीति निर्माताओं से मिलेंगे जिसमें शामिल हैं शहरी विकास मंत्रालय, नगर नियोजन, स्थानीय नगरनिकाय, पर्यटन विभाग और भारतीय कंपनियां, साथ ही वार्ता में स्मार्ट शहरों के सपने में आपके इलाके किस प्रकार शामिल हो सकते हैं इन अवसरों की भी तलाश करना।

हैदराबाद में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त एंड्र्यू मैकएलिस्ट ने कहा:

‘मेक इन इंडिया’ अभियान को ब्रिटेन और ब्रिटेन का व्यवसाय जगत अपना समर्थन और सहयोग देता है। हमारी कंपनियां स्मार्ट शहर के ढांचे के सभी चार स्तंभों में भारत की मदद कर सकती हैं। अवसंरचना के मामले में – स्मार्ट परिवहन और यातायात से लेकर जल और कचरा प्रबंधन तक - हमारी विशेषज्ञता सिद्ध है और हम डिजिटल क्षेत्र में भी, खास कर फिन टेक और ई-कॉमर्स में तथा डिजायन, पेशेवर सेवाओं, स्वास्थ्य सेवा और ई-गवर्नेंस तक के क्षेत्रों में निपुणता रखते हैं। गोलमेज आयोजन के जरिए हम, यह समझने हेतु कि इस पर हम मिलकर कैसे काम कर सकते हैं, ब्रिटिश कंपनियों और भारतीय हितधारकों को एक साथ ला रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के हालिया ब्रिटेन दौरे के दौरान प्रधानमंत्री श्री कैमरन और उनके बीच हुए उस समझौते को हम आगे बढ़ाना चाहते हैं जिसमें हमारे प्रधानमंत्री ने भारत के ‘100 स्मार्ट शहरों’ के लक्ष्य में सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता की घोषणा की थी। आंध्र प्रदेश में इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए हमें विशेष प्रसन्नता हो रही है जहां नई राजधानी, अमरावती की स्थापना के साथ ही स्मार्ट शहर बनाने का काम एकदम आरंभिक चरण से शुरू करना होगा।

पिछले साल ब्रिटिश वाणिज्य मंत्री लॉर्ड फ्रैंसिस मॉड ने भारत के स्मार्ट शहर कार्यक्रम की एक रिपोर्ट – ‘द यूके ऑफर टू बिल्ड टुगेदर’ जारी की थी। इस रिपोर्ट में भारत के लिए उपयोगी ब्रिटिश विशेषज्ञता की संभावनाओं वाले उन अनेक क्षेत्रों, जैसे- भौतिक क्षेत्र (अवसंरचना जिसमें शामिल है परिवहन, जल, कचरा प्रबंधन, पर्यावरण निर्माण), डिजिटल क्षेत्र (आईसीटी, डेटा, सॉफ्टवेयर, विश्लेषण संबंधी तथा स्मार्ट मीटरिंग), व्यावसायिक क्षेत्र (पेशेवर सेवाओं, नियामक मानकों, वित्तीय और कानूनी) एवं सामाजिक (नगरनिकाय की सेवाएं, समुदाय-प्रवर्तित डिजायन और सेवाएं, ई-गवर्नेंस, स्वास्थ्य सेवा) के साथ इस संदर्भ में ब्रिटिश कंपनियों की क्षमता का विश्लेषण किया गया था, जो भारत सरकार के स्मार्ट शहरों पर ड्राफ्ट फ्रेमवर्क में उल्लेखित चार स्तंभों के अनुरूप हैं।

आगे की जानकारी:

स्थानिक (त्रिविम)

  • शहरी डिजायन, नियोजन और आर्किटेक्चर
    • ब्रिटिश आर्किटेक्चर फर्म – 2012 में 66,000 रोजगार, 12,000+ उपक्रम, 5.4 अरब पाउंड का टर्नओवर, 35 करोड़ वैश्विक निर्यात।
    • ब्रिटेन ने BREEAM हरित भवन निर्माण मानकों तथा बिल्डिंग इनफॉर्मेशन मैनेजमेंट (बीआईएम) सॉफ्टवेयर का विकास किया है जिसका इस्तेमाल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है।

भौतिक

  • अवसंरचना, इंजीनियरिंग और निर्माण
    • ब्रिटिश निर्माण एवं सिविल इंजीनियरिंग फर्मों ने दुनिया भर में प्रमुख अवसंरचना विकास के कार्यों में सहयोग किया है।

डिजिटल

  • डेटा, सॉफ्टवेयर और विश्लेषण संबंधी (एनालिटिक्स)
    • ब्रिटेन शहरी ओपन डेटा एवं स्पैशल (स्थानिक) डेटा विश्लेषण, मॉडलिंग और विजुअलाइजेशन के क्षेत्र में विश्व-अग्रणी है।

व्यावसायिक

  • परियोजना प्रबंधन, वित्तीय एवं रियल इस्टेट
    • प्रमुख अवसंरचना और शहरी विकास वित्तीयन तथा परियोजना क्रियान्वयन के लिए ब्रिटिश क्षमता का उपयोग विश्व स्तर पर किया जाता है।

सामाजिक

  • जन सहभागिता और सेवा डिजायन नवप्रवर्तन
    • ब्रिटिश फर्में दुनिया भर में प्रयोक्ता-आधारित अभिनव सेवा अभिकल्पन (डिजायन) समाधान मुहैया करती हैं।

गोलमेज के विवरण

शहर तारीख स्थान
विजयवाड़ा बुधवार, 17 फरवरी 2016 गेटवे होटल, विजयवाड़ा
भोपाल बुधवार, 01 मार्च 2016 होटल जेहन नुमा पैलेस, भोपाल

गोलमेज में भाग लेने वाली ब्रिटिश कंपनियां

  • एआरयूपी – इंजीनियरिंग कंसल्टेंट
  • नॉर्थ गेट – स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन
  • जीएचके कंसल्टेंट
  • PwC – पेशेवर सेवा
  • सीमेंस लिमिटेड – इंजीनियरिंग
  • एटकिंस – ऊर्जा
  • ब्लैक & वीच – इंजीनियरिंग
  • वोडाफोन – टेलीकॉम
  • सिलिकॉन टेक लिमिटेड - प्रौद्योगिकी

यूकेटीआई स्मार्ट शहर रिपोर्ट

पूछताछ के लिए कृपया यहां संपर्क करें:

स्टुअर्ट ऐडम, प्रमुख,
प्रेस और संचार
ब्रिटिश उच्चायोग,
चाणक्यपुरी, नई दिल्ली- 110021
टेलीफोन: 44192100; फैक्स: 24192411

मेल करें: जागोरी धर

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प्रकाशित 17 February 2016