सरे सैटेलाइट फर्म भारत से प्रक्षेपित होने के लिए तैयार
पृथ्वी पर जीवन को कई तरह के लाभ प्रदान करने वाला ब्रिटिश निर्मित रडार सैटेलाइट (रविवार 16 सितंबर) की शाम को भारत से अंतरिक्ष में लॉन्च किया जाएगा।
सरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड (एसएसटीएल) द्वारा गिल्डफोर्ड में डिजाइन किया और बनाए गया नोवा एसएआर -1, बादलों के माध्यम से देखने और दिन-रात दुनिया की तस्वीरों को लेने में सक्षम होगा।
एसएसटीएल का नया अंतरिक्ष यान ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्त साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च ऑर्गेनाइज़ेशन (सीएसआईआरओ) और इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइज़ेशन (इसरो) सहित ग्लोबल कस्टमर्स को कम लागत में रिमोट इमेजिंग प्रदान करेगा।
एसएसटीएल ब्रिटिश की एक शानदार सक्सेस स्टोरी है जिसके पास पहले से ही दुनिया के छोटे उपग्रह वाले निर्यात बाजार का 40% हिस्सा मौजूद है।
विज्ञान मंत्री सैम ग्यामा ने कहा:
सरकार द्वारा 21 मिलियन पाउंड के निवेश से समर्थित इस उपग्रह के डेटा से इनोवेटिव स्टार्ट-अप को नए ऐप विकसित करने में मदद मिलेगी जिससे हमारे जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आ सकते हैं।
यह हमारे द्वारा आधुनिक इंडस्ट्रीयल स्ट्रेटेजी के माध्यम से स्पेस सेक्टर में किए जा रहे काम का बेहतरीन उदाहरण है जो सुनिश्चित करता है कि हम साइंस व एक्सप्लोरेशन के क्षेत्र में अग्रणी बने हुए हैं।
ब्रिटेन अर्थ ऑब्जरवेशन टेक्नोलॉजीज़ में वर्ल्ड लीडर है जिसके पास यूके स्पेस एजेंसी के इंटरनेशनल पार्टनरशिप प्रोग्राम (आईपीपी) सहित कई व्याहारिक एप्लिकेशन हैं। यह प्रोग्राम ब्रिटिश स्पेस सेक्टर की विशेषज्ञता द्वारा सैटेलाइट कनेक्टिविटी के माध्यम से वियतनाम में डेंगू बुखार फैलने के पूर्वानुमान से लेकर नाइजीरिया में स्वास्थ्य सेवा में सुधार सहित दुनिया भर की कई समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी।
अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट सर्विसेज द्वारा 235 बिलियन पाउंड से अधिक के कारोबार का प्रतिनिधित्व करने वाले उद्योगों के सहयोग के अनुमान के साथ इसके महत्वपूर्ण वाणिज्यिक अवसर भी है।
1981 के बाद से एसएसटीएल ने यूरोप, अमेरिका और कनाडा सहित 20 अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के लिए 50 से अधिक उपग्रहों का निर्माण और लॉन्चिंग की है - और ईएसए, नासा, इंटरनेशनल गवर्नमेंट और कमर्शियल कस्टमर्स को ट्रेनिंग व डेवलपमेंट प्रोग्राम, कंसलटेंसी सर्विसेज और मिशन स्टडीज प्रदान किया है।
इंटरनेशनल ट्रेड सेक्रेट्ररी लिआम फॉक्स ने हाल ही में अमेरिका और भारत में अवसरों को पूरा करने के लिए डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल ट्रेड के पहले स्पेस एक्सपोर्ट कैंपेन को लॉन्च किया है।
‘स्पेस एक्सपोर्ट’ कैंपेन ट्रेड मिशन के लक्ष्य के साथ दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते 2 बाजारों को देखेगा। डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल ट्रेड (डीआईटी) ब्रिटिश स्पेस सेक्टर के विशेषज्ञों को बाजार में काम करने के लिए नियुक्त करते हुए भारत में अपने संचालन को भी बढ़ाएगा।
डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल ट्रेड के मिनिस्टर ऑफ स्टेट, बैरोनेस फेयरहेड ने कहा:
एसएसटीएल ब्रिटेन के इनोवेशन और इंजीनियरिंग के वैश्विक प्रभाव का शानदार उदाहरण है। यह स्पष्ट है कि हमारा स्पेस सेक्टर विकास के मामले में संपन्न, परिणाम देने वाला है जिससे इस सेक्टर में लीडर के तौर पर ब्रिटेन की प्रतिष्ठा और मजबूत हुई है।
इस वृद्धि को बनाए रखने के लिए विदेशी बिक्री महत्वपूर्ण है, और हमारे हाल ही में लॉन्च हुई एक्सपोर्ट स्ट्रेटेजी कंपनियों की निर्यात क्षमता को पूरा करने में मदद के लिए उपलब्ध सहयोग को रेखांकित करती है। मैं उन कंपनियों की सराहना करता हूं जो यूके एक्सपोर्ट फाइनेंस और GREAT.gov.uk पर सूचीबद्ध व्यापक निर्यात अवसरों का उपयोग करने के लिए एसएसटीएल के पदचिन्हों पालन करना चाहते हैं।
यूके स्पेस एजेंसी ने नोवाएसएआर-1 के विकास में 21 लाख पाउंड का निवेश किया है और इसे स्पेसक्राफ्ट से डेटा प्राप्त होने से लाभ होगा जिससे ब्रिटेन की सर्वश्रेष्ठ अर्थ ऑब्जरवेशन क्षमता को बढ़ाने और यूके स्पेस इंडस्ट्री में अत्यधिक कुशल रोजगार सृजन से ब्रिटेन के लिए अतिरिक्त निवेश प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
नोवाएसएआर -1 सिंथेटिक एपर्चर रडार (एसएआर) का उपयोग करेगा, जो घने बादल मौजूद होने पर भी दिन और रात दोनों समय पृथ्वी की सतह का निरीक्षण कर सकता है। नोवाएसएआर -1 के रडार को यूके की स्पेस एजेंसी इनोवेट यूके और दक्षिण पूर्व इंग्लैंड डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा वित्त पोषित 2 मिलियन पाउंड की परियोजना के माध्यम से मौजूदा उपकरणों की अपेक्षा सस्ते और अधिक कॉम्पैक्ट रूप में विकसित किया गया है।
यूके स्पेस एजेंसी के मुख्य कार्यकारी डॉ ग्राहम टर्नोक ने कहा:
शक्तिशाली इमेजिंग रडार सिस्टम और कॉम्पैक्ट डिजाइन वाले इस आकर्षक नए उपग्रह को ब्रिटेने में विकसित किया और बनाया गया है जो तेल रिसाव, बाढ़ की निगरानी और कृषि का पता लगाने सहित अनुप्रयोगों को कई तरह का लाभ प्रदान प्रदान करेगा।
सरकार चाहती है कि यूके आधुनिक औद्योगिक रणनीति के अंतर्गत कमर्शियल स्पेस में आगे बढ़े। यह मिशन एसएसटीएल के वर्ल्ड लीडिंग स्किल्स और इस क्षेत्र में और विकास के लिए इसकी बेहतरीन क्षमता को प्रदर्शित करता है।
इस सैटेलाइट को 17:37 (बीएसटी) पर भारत के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा।
नोवाएसएआर-1 को एस-बैंड एसएआर पेलोड को पोर्ट्समाउथ में एयरबस डिफेंस एंड स्पेस और हनीवेल एयरोस्पेस द्वारा सप्लाई किए गए ऑटोमेटिक आइडेंटिफिकेशन रिसीवर के साथ एसएसटीएल द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है।