समाचार कथा

ह्यूगो स्वायर ने अरबों डालर के गुजरात गैस सौदे का स्वागत किया

गुजरात को तरल प्राकृतिक गैस की सप्लाई के लिए ब्रिटेन और भारत की कंपनियां एक 20 वर्षीय समझौते पर सहमत हुईं हैं।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था

यह ब्रिटेन और भारत के बीच व्यापार का विशालतम सौदा है।

तरल प्राकृतिक गैस की दीर्घकालीन बिक्री पर बीजी ग्रुप और गजुरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर के समय उपस्थित ब्रिटिश विदेश मंत्रालय के मंत्री ह्यूगो स्वायर ने यह कह कर इस समझौते का स्वागत किया:

‘‘यह सौदा कंपनियों, गुजरात, ब्रिटेन और भारत के लिए एक शुभ समाचार है। पिछले महीने ब्रिटिश प्रधानमंत्री की अत्यंत सफल यात्रा के बाद यह सौदा इस बात का अन्य प्रमाण है कि ब्रिटेन और भारत एक अधिक मजबूत, अधिक व्यापक और अधिक गहन साझेदारी के निर्माण की दिशा में वास्तविक प्रगति कर रहे हैं।’’

‘‘यह गौर करने वाली बात है कि एक ब्रिटिश कंपनी दुनिया की तेजी से प्रगति करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक को ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने में मदद कर रही है। भारत पहले से ही तरल प्राकृतिक गैस के विश्व के विशालतम बाजारों में से एक है और इस गैस की मांग बढ़ना निश्चित है।’’

हम 2015 तक भारत के साथ अपना व्यापार दुगुना करने की दिशा में अग्रसर हैं और मेरा मानना है कि इससे ब्रिटिश कंपनियों को भारत के साथ व्यापार, निवेश और अपनी उपस्थति में वृद्धि के प्रयासों को बल मिलेगा।

स्वायर नवंबर 2000 के बाद गुजरात की यात्रा करने वाले पहले ब्रिटिश मंत्री है और यह यात्रा गुजरात के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ पुन: संवाद कायम करने के ब्रिटेन सरकार अक्टूबर 2012 के फैसले के पांच महीने बाद हुई है।

उपरोक्त सौदे पर हस्ताक्षर से पूर्व स्वायर ने गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और मानव अधिकारों सहित पारस्परिक हितों पर विचार विमर्श किया। बैठक के बाद स्वायर ने कहा:

इस महत्वपूर्ण राज्य में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नेतृत्व के साथ पुन: संवाद कायम करने के हमारे फैसले के बाद मेरी आज की यात्रा अगला तार्किक कदम है। मुझे यकीन है कि सक्रिय संवाद गुजरात में ब्रिटिश हितों को आगे बढ़ाने का सर्वोत्तम तरीका है। इसमें गुजरात में कार्यरत ब्रिटिश नागरिकों, ब्रिटेन में रहने वाले गुजरात के विशाल समुदाय, मानव अधिकार और गुड गवर्नेंस (सुप्रशासन) का समर्थन भी शामिल है। मेरा यकीनन मानना है कि हम उन क्षेत्रों में एक निकटस्थ साझेदारी कायम कर सकते हैं, जहां ब्रिटेन और गुजरात विश्व में अग्रणी है, जैसे- शिक्षा, विज्ञान, तकनीकी नव-प्रवर्तन के क्षेत्रों में।

अपनी गुजरात-यात्रा के दौरान स्वायर अन्य वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे, जिनमें विभिन्न आस्था समूह एवं ब्रिटिश कांसुलर वार्डन्स भी शामिल हैं।

स्वायर बृहस्पतिवार, 21 मार्च को दिल्ली की यात्रा करेंगे। वे व्यापार के अवसरों और सहयोग के अन्य संभावनाशील क्षेत्रों पर चर्चा के लिए भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।

प्रकाशित 20 March 2013