समाचार कथा

चांसलर ने अवसंरचना तथा वित्तीय सेवाओं पर भारत के साथ गहन सहयोग की घोषणा की

चांसलर जॉर्ज ऑसबॉर्न तथा भारत के वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आठवें यूके-भारत ईएफडी के अनुसार कई समझौते किए।

George Osborne at EFD. Copyright PA images.

चांसलर जॉर्ज ऑसबॉर्न तथा भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली आज ब्रिटेन और भारत के मध्य एक आर्थिक संबंध निर्मित करने के लिए कई समझौतों तक पहुंचे- जो वित्तीय सेवाओं, अवसंरचना तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर केंद्रित थे।

ये समझौते, जो लंदन में आठवें यूके-भारत आर्थिक तथा वित्तीय वार्ता (ईएफडी) के दौरान किए गए थे, दोनों देशों के मध्य परस्पर सहयोग को मजबूती प्रदान करने का साझा लक्ष्य प्रकट करते हैं तथा वाणिज्य और निवेश को और गति प्रदान करते हैं।

ईएफडी पर बोलते हुए, चांसलर ऑफ द एक्सचेकर (ब्रिटेन के वित्तमंत्री) जॉर्ज ऑसबॉर्न ने कहा:

ये समझौते जो आज हमने आज किए हैं, भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक संबंधों को और गहनता प्रदान करने की दिशा में अगले महत्वपूर्ण कदम हैं।

अवसंरचना तथा वित्तीय सेवाओं पर एक साथ काम करते हुए हम उन महत्वपूर्ण साझा चुनौतियों का सामना करने में सफल होंगे, जिनसे हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं में संवृद्धि पैदा करने में सहायता मिलेगी।

मैं अरुण तथा उनकी टीम को लंदन का भ्रमण करने तथा आज की वार्ता को सफल बनाने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनसे हम अपनी दोनों महान अर्थव्यवस्थाओं को परस्पर निकट लाने में सफल हुए हैं।

ईएफडी के दौरान हुए समझौतों में सम्मिलित हैं:

भारतीय राष्ट्रीय अवसंरचना सहभागिता

यह समझौता भारत में प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं को कार्यान्वित करने में ब्रिटिश सरकार के सहयोग पर विचार करेगा, जिनमें स्मार्ट सिटी, नवीकरणीय ऊर्जा तथा रेलवे शामिल हैं, ये सभी भारत की आगामी संवृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं।

यह प्रयास भारत के विकास में सहायक होगा तथा यह अवसंरचना कार्यान्वयन तथा वित्तीय और पेशेवर सेवा क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करते हुए ब्रिटिश कारोबारों के लिए महत्वपूर्ण नए व्यावसायिक अवसर भी उपलब्ध करा सकता है।

भारतीय कानूनी सेवा बाजार का उदारीकरण

भारत में विदेशी कानूनविदों को संचालन के अधिकार की अनुमति प्रदान कर भारत के कानूनी सेवा बाजार के उदारीकरण के साथ भारत आगे बढ़ेगा।

यह भारत में अंतर्राष्ट्रीय निवेश के लिए उत्प्रेरक का काम करेगा और व्यवसायों को उनके लिए अपेक्षित अंतर्राष्ट्रीय कानूनी सलाह हासिल करने के अवसर प्रदान करेगा। इससे ब्रिटिश पेशेवरों को भी नए अवसर प्राप्त होंगे, जिन्हें उन अधिकारों को हासिल करने के अवसरों का लाभ मिलेगा, जो भारतीय फर्मों को ब्रिटेन में पहले से प्राप्त हैं, तथा इनसे उन्हें भारतीय फर्मों के साथ गठबंधन करने तथा अपनी विशेषज्ञताएं भारत में उपलब्ध कराने का अवसर मिलेगा।

रुपया बांड प्रतिबद्धताएं

दोनों पक्षों ने लंदन में भारतीय कॉरपोरेट द्वारा रुपया बांड जारी करने की भावी संभावना का स्वागत किया और इस पर सहमति व्यक्त की है कि इसे पहले-पहल सार्वजनिक क्षेत्र में भारतीय रेलवे वित्त निगम द्वारा जारी किया जाएगा।

इससे लंदन में अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम द्वारा रुपया बांड जारी किए जाने को सफल बनाने में सहायता मिलेगी, तथा यह विश्व की तीव्रतम विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के पसंदीदा व्यावसायिक भागीदार के रूप में ब्रिटेन की स्थिति को प्रदर्शित करता है।

रुपया बाजारों के प्रारंभ स्थल के तौर पर, लंदन का पूंजी बाजार भारत के अनवरत तीव्र आर्थिक विकास के लिए वित्तीयन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

फिनटेक गठबंधन

दोनों राष्ट्रों ने भारत तथा ब्रिटेन के अग्रणी फिनटेक समुदायों के बीच संपर्कों को पर्याप्त सुदृढ़ करने पर सहमति व्यक्त की। इसके तहत दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय फिनटेक वाणिज्यिक मिशनों हेतु महत्वपूर्ण संयुक्त प्रतिबद्धताएं तथा ‘डिजिटल इंडिया” के कार्यान्वयन में ब्रिटिश फिनटेक कंपनियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ प्राथमिक क्षेत्रों जैसे सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीयन उपलब्ध कराने की दिशा में बड़े कदम उठाना सम्मिलित हैं।

फर्स्टग्रुप द्वारा भारतीय आईटी पार्क में शटल बसें उपलब्ध कराना

फर्स्टग्रुप, जो ब्रिटेन तथा उत्तरी अमेरिका के अग्रणी परिवहन परिचालक हैं, भारत में पुणे के हिंजेवाडी आईटी पार्क में कर्मचारी शटल बसों का परिचालन करनेवाले हैं।

इस पंचवर्षीय अनुबंध की शुरुआत प्रारंभिक रूप से अप्रैल 2016 में हिंजेवाडी में होगी तथा इसे देशभर में विस्तारित किए जाने की संभावना है।

यह ग्रुप उत्तरी अमेरिका में अपने मौजूदा फर्स्ट ट्रांजिट परिचालनों से हासिल शटल बस विशेषज्ञताओं का इस्तेमाल करेगा और स्थानीय भागीदार, बस निर्माता टाटा के साथ मिलकर काम कर रहा है, जो वाहनों का रखरखाव करेंगे।

टिंटोमीटर ने भारत में 1 मिलियन पाउंड निवेश की प्रतिबद्धता जताई

लेवीबॉन्ड टिंटोमीटर- जो विल्टशायर स्थित ब्रिटेन के एक अग्रणी जल विश्लेषण उपकरण आपूर्तिकर्ता हैं- हैदराबाद में एक कारखाना तथा विक्रय सेवा संचालन स्थापित करने को प्रतिबद्ध हैं, जिसका उद्देश्य भारत में उच्च गुणवत्ता वाले जल- जांच-उपकरणों की तेजी से बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए उपकरणों तथा रासायनिक अभिकारकों के उत्पादन को प्रोत्साहित करना है। टिंटोमीटर प्रथम तीन वर्षों में इस परियोजना पर 1 मिलियन पाउंड से ज्यादा का निवेश करने जा रहा है।

पेल फ्रिचमैन ने मुंबई में परामर्श अनुबंध हासिल किए हैं

लंदन स्थित परामर्श अभियंत्रण फर्म पेल फ्रिचमैन ने मुंबई क्षेत्र में तीन बड़े अनुबंध हासिल करने की घोषणा की है। ये अनुबंध इसे वृहन्न्मुंबई महानगर निगम (एमसीजीएम) द्वारा प्रदान किए गए हैं तथा इसके तहत 33 किमी. लंबी मुंबई तटीय सड़क परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट और बोली प्रक्रिया प्रबंधन का आकलन करते हुए पेल फ्रिचमैन पर विचार किया जाएगा, जिसके साथ-साथ मुंबई उपनगरों में स्थित बड़े अपशिष्ट जल परिष्करण संयंत्रों हेतु दो अनुबंध भी सम्मिलित हैं।

ड्राइडेन एक्वा ग्रामीण समुदायों में 500,000 पाउंड के निवेश से 5,000 पेयजल प्रणालियां स्थापित करेगा

एडिनबर्ग स्थित ड्राइडेन एक्वा, जो जल गुणवत्ता तथा परिष्करण प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता प्राप्त एक समुद्री जैवविज्ञानी कंपनी है, ने भारत में वर्ष 2016 में 5,000 ग्रामीण सामुदायिक पेयजल प्रणालियों में अपने उत्पाद स्थापित करने का एक अनुबंध प्राप्त किया है। इन समुदायों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता बढाने वाली प्रौद्योगिकी के साथ वर्तमान परियोजना का मूल्यांकन इस वर्ष 500,000 पाउंड किया गया है।

मुंबई में फिनटेक एक्सिलेरेटर ‘स्टार्टअपबूटकैम्प’ की स्थापना होगी

भारत में फिनटेक क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए, स्टार्टअपबूटकैम्प फिनटेक, जो वित्तीय सेवाओं में नवोन्मेष पर केंद्रित एक ब्रिटेन स्थित अग्रणी उत्प्रेरक हैं, जल्द ही मुंबई में अपनी एक शाखा की शुरुआत करेंगे।

यह नई शाखा भारत में संपूर्ण फिनटेक वातावरण के विकास को प्रोत्साहन प्रदान करेगी तथा इस सक्रिय क्षेत्र में अगली पीढ़ी के अन्वेषण प्रारम्भ करने में तेजी लाएगी।

डायबीटाकेयर की लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ 500,000 पाउंड की भागीदारी पर सहमति

डायबीटाकेयर को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में डायबीटा सेवाओं हेतु एक भागीदारी परियोजना प्राप्त हुई है- जो भारत में 3600 से अधिक बिस्तरों वाला एक बड़ा अस्पताल है।

इस अनुबंध के तहत डायबीटाकेयर द्वारा दो वर्षों की अवधि में लगभग 500,000 पाउंड का निवेश किया जाएगा, जिनके माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन को प्रत्यक्ष समर्थन प्रदान करते हुए- नर्सों को डायबीटा में विशेषज्ञ नर्सिंग के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

डेलएक्वा ने पश्चिम बंगाल में 700,000 पाउंड के पानी की जांच के समझौते पर हस्ताक्षर किए

ब्रिटेन स्थित पानी जांच करने वाली कंपनी डेल एक्वा ने पश्चिम बंगाल सरकार से संपूर्ण राज्य में 1 वर्ष तक पानी जांच कार्यक्रम संचालन हेतु 700,000 पाउंड का अनुबंध प्राप्त किया है। इस परियोजना से स्थानीय जनता को विभिन्न जल दूषक जैसे आर्सेनिक तथा फ्लोराइड से सुरक्षित करने में मदद मिलेगी।

सीडीई ग्लोबल तथा भरतिया परिवार ने 1 मिलियन पाउंड का प्रसंस्करण संयंत्र अनुबंध प्राप्त किया

खानों और खदानों हेतु धोवन उपकरणों के एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता- सीडीई ग्लोबल तथा उनके भारतीय सहयोगी भरतिया परिवार ने, निर्माण तथा भंजन कार्यों से निकलनेवाले अपशिष्ट हेतु एक प्रसंस्करण संयंत्र के डिजाइन, अभियंत्रण तथा अधिष्ठापन के लिए 1 मिलियन पाउंड का अनुबंध प्राप्त किया है।

इस हरित प्रौद्योगिकी का उपयोग कर अपशिष्टों को उच्च गुणवत्ता तथा मूल्य की सामग्रियों में बदल दिया जाएगा।

टमप्लर एक्जीक्यूटिव्स लिमिटेड ने सुरक्षा प्रशिक्षण सहभागिता पर सहमति व्यक्त की

ब्रिटेन स्थित टमप्लर एक्जीक्यूटिव्स लिमिटेड ने साइबर सिक्यूरिटी इंटीग्रेटर्स (इंडिया) प्रा. लि. के साथ सहभागिता की है, जिसके तहत भारतीय निगमों तथा सरकारी एजेंसियों को ऑनलाइन तथा विशेषीकृत साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण तथा परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

इसे भारत तथा ब्रिटेन के बीच प्रथम ‘साइबर वैल्यू एक्सचेंज’ के तौर पर देखा जाता है।

मुंबई में डार्कट्रेस का प्रारंभ

कैंब्रिज स्थित मुख्यालय वाले सुरक्षा फर्म डार्कट्रेस ने घोषणा की है कि उनकी पुरस्कार-प्राप्त ‘एंटरप्राइज इम्यून सिस्टम’ प्रौद्योगिकी अब भारतीय बाजार को और भी आसानी से उपलब्ध होगी, क्योंकि इन्होंने मुंबई में अपना एक कार्यालय शुरू किया है।

अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ हेल्थ एजुकेशन इंग्लैंड की भागीदारी होगी

अपोलो हॉस्पिटल्स, जो भारत तथा एशिया के सबसे बड़े स्वास्थ्य सेवा समूह हैं, ने भारत और ब्रिटेन के बीच स्वास्थ्यसेवा शिक्षण में सहयोग तथा परस्पर संपर्क को बढ़ावा देने के लिए हेल्थ एजुकेशन इंग्लैंड (एचईई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सहभागिता का उद्देश्य ब्रिटेन, भारत तथा इस क्षेत्र के मरीजों को स्वास्थ्यसेवा देखभाल की यथासंभव उच्चतम गुणवत्ता उपलब्ध कराने के साथ ही, छात्रों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता तथा सहभागिता में बढोत्तरी करना है।

बीआरसी वैश्विक मानदंडों का भारत में विस्तार

बीआरसी वैश्विक मानदंड- जो एक प्रमुख खाद्य सुरक्षा तथा गुणवत्ता प्रमाणन कार्यक्रम है- वर्ष 2016 में भारत में अपने विस्तार की शुरुआत कर रहा है।

अपने बाजार के लिए एक तेजी से बढ़ते हुए देश के तौर पर भारत को केंद्र बनाने के उद्देश्य से, यह फर्म एक स्थानीय प्रतिनिधि नियुक्त करने के साथ ही भारत में अपना एक दफ्तर खोलना है।

प्रकाशित 19 January 2016