विश्व की समाचार कथा

दुनिया कार्बन उत्सर्जन में कमी लाकर बेहतर ढंग से जी सकती है

कार्बन उत्सर्जन में कमी लाकर वैश्विक तापमान वृद्धि को 2°C तक सीमित किया जा सकता है, और साथ ही जीवन स्तरों में सुधार लाया जाता है। यह एक नए ऑनलाइन टूल की सलाह है।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था

दुनिया भर के लोग बेहतर खाना खा सकते हैं, अधिक यात्रा कर सकते हैं, अधिक सुविधाजनक घरों में रह सकते हैं तथा ग्लोबल कैल्कुलेटर टूल के अनुरूप अंतर्राष्ट्रीय कार्बन कटौती बचनबद्धता का पालन कर सकते हैं। गौरतलब है कि ग्लोबल कैल्कुलेटर टूल प्रॉजेक्ट का हाल ही में लंदन में यूके के डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी तथा क्लाइमेट चेंज (डीईसीसी) द्वारा शुभारंभ किया गया, जिसे क्लाइमेट-नॉलेज एंड इनोवेशन कम्युनिटीज (केआइसी) द्वारा वित्त प्रदान किया गया है।

अमेरिका, चीन, भारत तथा युरोप के कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के सदस्यों के सहयोग से निर्मित यह कैल्कुलेटर व्यवसायियों, एनजीओ तथा सरकारों के लिए कार्बन उत्सर्जन में कटौती तथा ऊर्जा की लेन-देन तथा 2050 तक भूमि उपयोग के लिए एक इंटरैक्टिव टूल है।

यूके की एनर्जी एंड क्लाइमेट चेंज मिनिस्टर एड डेवी ने कहा:

पहली बार इस ग्लोबल कैल्कुलेटर ने दिखाया है कि वैश्विक तापमान वृद्धि को 2°C तक सीमित कर जलवायु परिवर्तन के गहरे प्रभाव को रोका जा सकता है तथा दुनिया में हर कोई समृद्ध हो सकता है।

इसके बावजूद इस कैल्कुलेटर का स्पष्ट मानना है कि यदि हमें इस हरित विकास को हासिल करना है तो हमें ऊर्जा के निर्माण तथा इस्तेमाल के तरीके में बदलाव लाना होगा और हम अपनी भूमि का कैसे इस्तेमाल करते हैं उसमें परिवर्तन लाना होगा।

जलवायु परिवर्तन पर यूके अपने देश और विदेशों में सबसे आगे है। ब्रिटेन के ग्लोबल कैल्कुलेटर से दुनिया की निर्णायक जलवायु बहस में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही कई देशों पर आधारित 2050 कैल्कुलेटर्स में भी हम आगे हैं, हम वैश्विक परिवार को यह दिखाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि जलवायु को लेकर की कई कार्यवाहियों से लोगों को लाभ मिलेगा।

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त सर जेम्स बेवन केसीएमजी ने कहा:

ग्लोबल कैल्कुलेटर कहता है कि जलवायु को लेकर उचित कार्यवाही विकल्प आर्थिक विकास के लिए अनुकूल होंगे। यह एक बहुत अच्छा टूल है, जो व्यावसायियों, निति निर्माताओं, तथा सिविल सोसाइटी को अपनी ऊर्जा मांगों की पूर्ति के तरीके खोजने और कार्बन उत्सर्जन में कमी द्वारा तापमान को 2°C की सीमा के भीतर रखने में मदद करेगा।

150 अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित आंकड़े का इस्तेमाल करते हुए, यह फ्री और इंटरैक्टिव टूल दर्शाता है कि वर्ष 2050 तक दुनिया की आबादी मौजूदा 7 अरब से बढ़कर 10 अरब हो जाएगी, इस तत्थ्य के बावजूद भौतिक रूप से हर किसी के लिए उत्तम जीवन स्तर हासिल कर पाना संभव होगा, साथ ही वैश्विक तापमान की वृद्धि को 2°C तक सीमित किया जा सकता है।

हालांकि यह टूल दर्शाता है कि सफल होने के लिए दुनिया को अब काम करने की जरूरत और तकनीकियों और साथ ही हम जिन इंधनों का इस्तेमाल करते हैं, उनमें बदलाव लाने की जरूरत है और खाद्य, वानिकी तथा इंधन के लिए अपनी भूमि का अधिक विवेकपूर्ण उपयोग करने की जरूरत है।

उदाहरण के लिए पूरी दुनिया में प्रति यूनिट बिजली से निकलने वाले CO2 को कम से कम 90% तक कम करना होगा तथा वर्ष 2050 तक हमारे वनों की रक्षा तथा विस्तार में 5-15% का इजाफा करना होगा।

अधिक जानकारी:

ग्लोबल कैल्कुलेटर के पास एक सीमित भौगोलिक विवरण है तथा यह देशों में किन तकनीकियों को वापस किया जाए इस पर कोई सलाह नहीं देता है। यह देशों द्वारा उपभोग का वितरण कैसे किया जाए, इसपर भी कुछ नहीं कहता है। हालांकि इनमें से कुछ देशों के कुछ विशिष्ट प्रश्नों का उत्तर उस देश के कैल्कुलेटर्स के इस्तेमाल द्वारा दिया गया है, जैसे कि भारत के लिए आप आइईएसएस 2047 (इंडिया एनर्जी सिक्योरिटी सेनैरियोज) मॉडल का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसे नीति आयोग में शामिल किया गया है, जिसका विकास यूके के डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी एंड क्लाइमेट चेंज के सहयोग से किया गया है।

पृष्ठभूमि:

वर्ष 2010 में, DECC ने ‘UK 2050 कैल्कुलेटर’ प्रकाशित किया था, जो एक सरल और पारदर्शक ऑनलाइन टूल है और किसी को भी वर्ष 2050 तक यूके के लिए संभावित ऊर्जा भविष्य की गणना करने तथा ऊर्जा सुरक्षा, लागतों, भूमि उपयोग, वायु गुणवत्ता तथा उत्सर्जन पर प्रभावों का अनुमान लगाने की इजाजत देता है। इस टूल का इस्तेमाल यूके सरकार की 2011 “कार्बन प्लान” के तहत वर्ष 2050 के लिए यूके की ऊर्जा प्रणाली के लिए विकल्पों की तलाश तथा सूचना प्रदान करने के लिए किया गया।

यूके कैल्कुलेटर सरकार के बाहर के प्रतिष्ठानों के लिए भी कारगर साबित हुआ है। उदाहरण के लिए फ्रेंड्स ऑफ अर्थ तथा नेशनल ग्रिड जैसे संगठनों ने भी इस टूल का इस्तेमाल कर यूके को ध्यान में रखते हुए विकल्पों तथा आदान-प्रदान की बेहतर समझ हासिल की।

यह टूल इतना सफल रहा है कि अन्य देशों ने भी इस तरीके को अपनाया है, उनमें से कुछ डीईसीसी की सहायता से इंटरनेशनल क्लाइमेट फंड के लिए वित्त प्रदान करते हैं। वर्तमान में भारत समेत ऐसी 20 सरकारें हैं, जिन्होंने अपने देश के लिए ऐसे कैल्कुलेटर का विकास कर लिया है या करने के क्रम में हैं।

देश स्तर के कैल्कुलेटर टूल्स काफी उपयोगी हैं, हालांकि वे हमें यह नहीं बताते कि वैश्विक स्तर पर कैसी कार्यवाही की जानी चाहिए तथा यदि हम ग्लोबल उत्सर्जन को कम करने के लिए कार्यवाही न करें तो कैसे खतरे पैदा हो सकते हैं। यही कारण है कि डीईसीसी ने क्लाइमेट केआइसी से संयुक्त निधि के साथ मिलकर कई वैश्विक सहयोगियों से चर्चा की है ताकि एक वैश्विक संस्करण का निर्माण किया जा सके।

क्लाइमेट-केआइसी

क्लाइमेट-केआइसी युरोप का सबसे बड़ा पब्लिक-प्राइवेट इनोवेशन सहयोग है जो जलवायु परिवर्तन को कम करने तथा उसके अनुरूप कदम उठाने पर लक्षित है। इसमें कंपनियां, अकादमिक संस्थान तथा सार्वजनिक सेक्टर शामिल हैं।

इस संगठन का मुख्यालय लंदन, यूके में है तथा इसके कई केंद्र पूरे युरोप में फैले हुए हैं, जो स्टार्ट-अप कंपनियों को सहायता प्रदान करते हैं और उन्हें आविष्कारी परियोजनाओं पर साथ लाते हैं, साथ ही छात्रों को ज्ञान तथा अभिकल्पनाओं को लगावपूर्ण, रचनात्मक रूपांतरित कर ऐसे उत्पादों तथा सेवाओं में बदलने के लिए बढ़ावा देते हैं, जो जलवायु परिवर्तन को कम करे और उसके अनुरूप काम करें।

टीम

ग्लोबल कैल्कुलेटर का निर्माण यूके की डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी एंड क्लाइमेट चेंज, क्लाइमेन-केआइसी, इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी, एनर्जी रिसर्च इंस्टिट्युट (चीन), वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टिट्युट, अर्नस्ट एंड यंग, इम्पीरियल कॉले लंदन, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, पोट्सडैम इंस्ट्ट्युट, क्लाइमेट, क्लाइमेट मीडिया फैक्टरी, रोथ्मैस्टेड रिसर्ज, वाकर इंस्टिट्युट, यूके नेशनल एंवायर्मेंट रिसर्ह काउंसिल, यूके नेशनल ओशनोग्राफी सेंटर, यूके मेट ऑफिस तथा यूनिसर्सिटी डे वर्सलीज एसटी-क्वंटिन-एन-व्येलिंस द्वारा किया गया है, और इसके निर्माण के क्रम में दुनिया भर से 150 विशेषज्ञों से सलाह ली गई है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:

स्टुअर्ट ऐडम, प्रमुख,
प्रेस तथा संचार
ब्रिटिश उच्चायोग, चाणक्यपुरी
नई दिल्ली 110021
टेली: 44192100; फैक्स: 24192411

मेल करें: Kitty Tawakley

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प्रकाशित 28 January 2015