ब्रिटेन ने भारत में दाह पीड़ित महिलाओं के लिए अभियान को समर्थन दिया
तमिलनाडु महिलाओं के प्रति हिंसा के एक सर्वाधिक प्रचलित पक्ष (मामलों) में राष्ट्रीय अभियान को प्रेरित कर रहा है।

इस हफ्ते तमिलनाडु अपनी तरह के पहले राज्यस्तरीय नीति गोलमेज बैठक की मेजबानी करेगा जो दाह-हिंसा से पीड़ित महिलाओं के प्रति अधिक समग्र रूप से सहयोग के लिए कार्य करेगा। इस गोलमेज बैठक का आयोजन 21 जनवरी को चेन्नई आधारित स्वयंसेवी संगठन, पीसीवीसी द्वारा किया जा रहा है तथा यह उस राष्ट्रीय अभियान का एक अंग है जिसे ब्रिटिश उप उच्चायोग (बीडीएचसी) चेन्नई द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त चेन्नई, भरत जोशी ने कहा:
मुझे बहुत गर्व है कि हम इस अभिनव अभियान में पीसीवीसी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिसके तहत जानकारियों और अच्छे कार्यों को साझा किया जाना है तथा जिसके तहत अग्नि दाह से पीड़ित महिलाओं को बेहतर सहयोग मुहैया कराने में सहायता हेतु नए सार्वजनिक, निजी और नागरिक समाज सहभागिताओं का सृजन किया जाना है। यह भारत भर में महिलाओं के प्रति हिंसा को रोकने और उसका सामना करने के प्रति हमारे अनवरत समर्थन का एक हिस्सा है जहां हमने जागरुकता या क्षमता का निर्माण करने और कई प्रकार के मुद्दों पर एक विस्तृत सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करने में सहायता प्रदान की है।
चेन्नई के पीसीवीसी के सीईओ, डॉ. प्रसन्ना गेट्टू ने कहा:
हम बीडीएचसी चेन्नई के समर्थन के लिए उनके प्रति आभार प्रकट करते हैं। खासतौर पर चेन्नई के किलपौक मेडिकल कॉलेज तथा हॉस्पीटल और अधिक व्यापक रूप से तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग के दूरदर्शी नेतृत्व का धन्यवाद, कि पीसीवीसी एक मॉडल के रूप में उभरा है जिसके तहत दाह-हिंसा से पीड़ित महिलाओं के प्रति संवेदनाशील चिकित्सा सहयोग के साथ ही संवेदनाशील शारीरिक-सामाजिक सहयोग का संयुक्त स्वरूप प्रदान किया जाता है। इस नए अभियान के माध्यम से, हमें खुशी है कि हम न केवल तमिलनाडु बल्कि पूरे भारत से जानकारियों, अनुभवों और विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण, पुलिस, कानूनी सेवा विभागों के प्रतिनिधि इसमें भाग लेंगे। अन्य प्रतिभागियों में तमिलनाडु के सार्वजनिक, निजी तथा नागरिक समाजों से आनेवाले वे चिकित्सकीय तथा गैर-चिकित्सकीय प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे जो महिला अग्नि दाह- पीड़िताओं के प्रति अधिक समग्र रूप से सहयोग के प्रति आकांक्षी होंगे।
अधिक जानकारी
यह गोलमेज बैठक चेन्नई में 21 जनवरी को अपार्टमेंट लोफ्ट, प्रथम तल, पार्क हयात, गुंडी में आयोजित है।
1000-1030 बजे आयोजित उद्घाटन समारोह तत्पश्चात प्रेस बातचीत के लिए मीडिया को आमंत्रित किया जाता है।
अग्नि दाह हिंसा से पीड़ित महिलाओं के प्रति सहायता विकसित करने का यह नया अभियान, जिसे बीडीएचसी चेन्नई का सहयोग प्राप्त है तथा जिसकी अगुवाई चेन्नई आधारित स्वयंसेवी संगठन पीसीवीसी द्वारा किया जा रहा है, को 2016 में, चार राज्यों- नई दिल्ली, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और तेलंगाना में चिकित्सकों में पूर्व से ही शोध तथा सूचना-साझाकरण का सहयोग प्राप्त है। इसके बाद जनवरी/फरवरी में राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में मार्च 2017 में नीति-चर्चा का आयोजन किया जाना है। इसका उद्देश्य दाह घटनाओं, रिपोर्टिंग, रिकार्डिंग, मेडिकल तथा मेडिकल पश्चात प्रबंधन की समझ प्राप्त करना तथा महिला पीड़िताओं के लिए अधिक समग्र रूप से शारीरिक-सामाजिक सहयोग निर्मित करना है। अधिक जानकारी के कृपया यहां देखें।
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बीडीएचसी चेन्नई
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