प्रेस विज्ञप्ति

यूके और भारत भविष्य में महामारी को रोकने के लिए वैक्सीन्स पर सहयोग में तेजी लाएंगे

यूके के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने आज भारत में घोषणा की कि कोरोनावायरस और अन्य घातक वायरसों का वैक्सीन देने के लिए भारत और यूके के विशेषज्ञ एक नए वर्चुअल हब के माध्यम से भाग लेंगे।

Foreign Secretary Dominic Raab speaks to a Indian vaccine health worker during his visit in New Delhi.

यूके के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने आज (बुधवार 16 दिसंबर) भारत में घोषणा की कि कोरोनावायरस और अन्य घातक वायरसों का वैक्सीन देने के लिए भारत और यूके के विशेषज्ञ एक नए वर्चुअल हब के माध्यम से भाग लेंगे।

विदेश मंत्री ने प्रधान मंत्री मोदी के साथ मुलाकात के दौरान इस बात पर चर्चा की, कि कैसे यूके और भारत एक फोर्स फॉर गुड के रूप में काम कर रहे है, और एक नए अग्रणी वैक्सीन हब के शुभारंभ पर, जो रेगुलेशन और क्लिनिकल ट्राइल्स के लिए सबसे उत्कृष्ट उदाहरण सामने रखेगा और इनोवेशन को बढ़ावा देगा। उन्होंने दिल्ली में एक क्लिनिक का भी दौरा किया जहाँ ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन वितरित होगी।

भारत का सीरम इंस्टीट्यूट, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोरोनोवायरस वैक्सीन की एक अरब से अधिक खुराक बनाने के लिए तैयार है। अन्य वैक्सीन के विपरीत, इसे सामान्य फ्रिज के तापमान पर स्टोर किया जा सकता है, जिससे यह दुनिया भर में उत्पादन और भंडारण करने और वितरित करने में आसान और सस्ता हो जाता है।

विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने कहा:

सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के बीच यह साझेदारी यूके और भारत के बीच सबसे अच्छे संबंध को प्रदर्शित करती है: यूके में विकसित और भारत में निर्मित वैक्सीन; एक ग्लोबल फोर्स फॉर गुड के रूप में जीवन की रक्षा के लिए हमारे सबसे प्रतिभाशाली लोगों को एकसाथ ले कर आया है।

एक वैश्विक महामारी के लिए वैश्विक समाधान की आवश्यकता होती है। वैज्ञानिक सहयोग से कोरोनोवायरस के वैक्सीन्स विकसित करने में रिकॉर्ड गति से सफलता हासिल हुई है, और अब इस विपत्ति को समाप्त करने और भविष्य की महामारियों से हम सभी की रक्षा करने के लिए इन इनोवेशंस के आधार पर यूके-भारत वैक्सीन हब का निर्माण होगा।

सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित लाखों खुराक विश्व स्वास्थ्य संगठन और गावी, वैक्सीन एलायंस के साथ साझेदारी में वैश्विक पहल “कोवेक्स “ के माध्यम से दुनिया के सबसे गरीब लोगों में वितरित किया जाएगा।

यूके ने उन लोगों के लिए किसी भी कोरोनावायरस वैक्सीन के लिए समान पहुंच का समर्थन किया है, जिन्हें इसकी जरुरत है, और विश्वभर में कोविड-19 वैक्सीन पहुंच को सुरक्षित करने और वितरित करने के लिए यूके ने कोवेक्स को £619 मिलियन तक देने का वादा किया है।

भारत दुनिया के 50% से अधिक वैक्सीन्स और एनएचएस (NHS) के 25% जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति करता है। दवाओं और वैक्सीन्स की मंजूरी में यूके-इंडिया का नजदीकी सहयोग यूके को भारत-निर्मित फार्मास्यूटिकल्स तक सबसे जल्दी पहुंचने में सुनिश्चित करेगा और एनएचएस (NHS) को भविष्य में भी आपूर्ति सुरक्षित रखने में मदद करेगा।

नया हब ब्रिटिश और भारतीय विशेषज्ञों को क्लिनिकल ट्रायल्स और रेगुलेटरी अप्रूवल पर जानकारी साझा करने और उन लोगों तक वैक्सीन पहुँचाने में सावधानीपूर्वक, सुरक्षित और एनर्जी-एफिशिएंट तरीके से सक्षम करेगा, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।

है। यह कोरोनोवायरस वैक्सीन के विकास और वितरण पर बेहतर सहयोग, अंतर्राष्ट्रीय वैक्सीन विनियमन के बेहतर सामंजस्य बनाने और इनोवेशन को विकसित और साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए यूके और भारत की रक्षा करेगा और अगले दशक और उसके बाद तक वैक्सीन वितरण को आकार दे सकता है।

प्रधान मंत्री मोदी के साथ आज अपनी बैठक के दौरान विदेश मंत्री ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हमारी साझेदारी पर भारत और यूके के नजदीकी संबंधों के अपने लक्ष्य का संकेत दिया। उन्होंने 10-वर्षीय रोडमैप के बारे में भी बात की, जो यूके और भारत के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा, जिसमें उन्नत व्यापार साझेदारी के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना है।

विदेश मंत्री ने शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से भी मुलाकात की और शैक्षणिक योग्यता की पारस्परिक मान्यता पर एक साथ काम करने पर सहमति व्यक्त की, जो कि अगले साल से मास्टर डिग्री के साथ शुरू होगा।

संपादकों के लिए नोट्स

  • यूके विश्व स्वास्थ्य संगठन को सबसे ज्यादा फंड देने वाले देशों में से एक है, और महामारी की तैयारी के लिए बने गठबंधन (CEPI) और गावी, वैक्सीन एलायंस को फंड देने वाला सबसे बड़ा दानकर्ता है।
  • यूके ने कोवेक्स के लिए, देशों को वैक्सीन तक सुरक्षित और प्रभावी एक समान पहुंच प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई एक वैश्विक पहल है, उसको £619 मिलियन देने की प्रतिबद्धता जाहिर की है, उसमें से विकासशील देशों को £548 मिलियन तक उनकी आवश्यकतानुसार कोरोनवायरस वैक्सीन प्राप्त करने में मदद के लिए मिलेगी। कोवेक्स को गावी, सीइपीआइ और डब्ल्यूएचओ के सह नेतृत्व से चलाया जा रहा है।
  • यूके और भारत ने आज भारत के सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) और यूनाइटेड किंगडम मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (यूके एमएचआरए) के बीच यूके-इंडिया वैक्सीन और फ़ार्मास्युटिकल रेगुलेशंस पर लगातार अधिक चर्चाओं पर सहमति व्यक्त करते हुए एक नए मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग की घोषणा की, जिससे बेहतर मानक बनेंगे और बिना लाइसेंस वाले उत्पादों के व्यापार के खिलाफ जानकारी साझा हो पाएगी।
  • इसके अलावा, यूके और भारत ने यूके और भारतीय वैज्ञानिकों को डेटा की शक्ति को पहचानने में मदद के लिए, जिसमें हमारे जीन के भीतर का डेटा भी शामिल है, एक नई साझेदारी की घोषणा की, जिससे कैंसर, डायबिटीज, मातृ स्वास्थ्य समस्याओं और दुर्लभ रोगों के लिए बेहतर डायग्नॉस्टिक्स, उन्नत और जीवन-रक्षक उपचार प्रदान किया जा सके।
  • विदेश मंत्री की यात्रा की तस्वीरें यहाँ उपलब्ध हैं।

Media enquiries

ईमेल newsdesk@fcdo.gov.uk

Telephone 020 7008 3100

Contact the FCDO Communication Team via email (monitored 24 hours a day) in the first instance, and we will respond as soon as possible.

प्रकाशित 16 December 2020