प्रेस विज्ञप्ति

प्रधानमंत्री शांति और समृद्धि के लिए साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए भारत का दौरा करेंगे

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इस सप्ताह गुजरात और नई दिल्ली का दौरा करेंगे।

  • प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार बोरिस जॉनसन गुजरात और नई दिल्ली का दौरा करेंगे - ब्रिटेन के हिंद-प्रशांत क्षेत्र झुकाव के हिस्से के रूप में
  • इस दौरा से प्रमुख नए निवेश समझौतों को सुरक्षित किये जाने की उम्मीद है, जो ब्रिटेन के व्यवसायों, नौकरियों और विकास को सहायता प्रदान करते हैं
  • प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक साझा वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए आर्थिक, रक्षा, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगा

प्रधानमंत्री वैश्विक आर्थिक चुनौतियों और निरंकुश देशों से खतरों का सामना करते हुए एक मित्र अग्रणी लोकतंत्र के साथ शांति और समृद्धि के लिए हमारी दीर्घकालिक साझेदारी को गहरा करने के लिए इस सप्ताह भारत का दौरा करेंगे।

यह दौरा गुरुवार (21 अप्रैल) को अहमदाबाद में प्रमुख व्यवसायों के साथ बैठक करने और ब्रिटेन और भारत के संपन्न वाणिज्यिक, व्यापार और लोगों से लोगों के संबंधों पर चर्चा करने के लिए शुरू होगा । यह पहली बार होगा जब कंजर्वेटिव पार्टी के किसी यूके प्रधानमंत्री ने गुजरात का दौरा किया है, जो भारत का पांचवां सबसे बड़ा राज्य है और ब्रिटेन में ब्रिटिश-भारतीय आबादी के लगभग आधे हिस्से का पैतृक घर है।

इसके बाद प्रधानमंत्री शुक्रवार (22 अप्रैल) को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने नई दिल्ली जाएंगे। दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व ब्रिटेन और भारत की रणनीतिक रक्षा, राजनयिक और आर्थिक साझेदारी पर गहन बातचीत करेंगे, जिसका उद्देश्य हमारी करीबी साझेदारी को मजबूत करना और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग बढ़ाना है।

गुजरात में प्रधानमंत्री ब्रिटेन और भारत दोनों में प्रमुख उद्योगों में बड़े निवेश की घोषणा करने, देश में नौकरियों और विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ अत्याधुनिक विज्ञान, स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी पर नए सहयोग की घोषणा कर सकते हैं।

वह इस दौरा का उपयोग इस वर्ष की शुरुआत में शुरू की गई मुक्त व्यापार समझौते की वार्ताओं में प्रगति को बढ़ावा देने के लिए करेंगे - भारत के साथ समझौते से 2035 तक हमारे कुल व्यापार को वार्षिक तौर पर £28 बिलियन तक बढ़ाने और ब्रिटेन में आय में £3 बिलियन तक की वृद्धि होने की भविष्यवाणी की गई है।

यात्रा से पहले प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा:

जैसा कि हम निरंकुश देशों से हमारी शांति और समृद्धि के लिए खतरों का सामना कर रहें हैं, यह महत्वपूर्ण है कि लोकतंत्र और मित्रता एक साथ रहें। भारत, एक प्रमुख आर्थिक शक्ति और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, इस अनिश्चित समय में ब्रिटेन के लिए एक अत्यधिक मूल्यवान रणनीतिक भागीदार है।

मेरा भारत दौरा उन चीजों को पूरा करेगी जो वास्तव में हमारे दोनों देशों के लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं - रोजगार सृजन और आर्थिक विकास से लेकर ऊर्जा सुरक्षा और रक्षा तक।

पिछले वर्ष, प्रधान मंत्री और प्रधान मंत्री मोदी ने यूके-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी,पर सहमति व्यक्त की, ब्रिटेन में निवेश में £ 530 मिलियन से अधिक की घोषणा की और व्यापार, स्वास्थ्य, जलवायु, रक्षा और सुरक्षा में गहरे द्विपक्षीय संबंधों के लिए प्रतिबद्ध किया, और हमारे लोगों से लोगों को जोड़ा।

भारत को 2021 की एकीकृत समीक्षा में ब्रिटेन के लिए प्राथमिकता संबंध के रूप में पहचाना गया था और ब्रिटेन द्वारा कार्बिस बे में पिछले वर्ष के जी-7 सम्मलेन में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।

ब्रिटेन भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ ब्रेक्सिट के बाद के व्यापार अवसरों का लाभ उठा रहा है ताकि उपभोक्ताओं के लिए प्रमुख वस्तुओं में कीमतों को कम किया जा सके, ग्रीन टेक और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में यूके व्यवसायों के लिए खुले अवसर पैदा किए जा सकें, और उच्च मजदूरी, उच्च कौशल वाली नौकरियां सृजित की जा सकें।

भारतीय कंपनियों का निवेश पहले से ही ब्रिटेन भर में 95,000 नौकरियों को सहायता प्रदान करता है, जिसे आगामी घोषणाओं और भविष्य के मुक्त व्यापार समझौते से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

प्रकाशित 17 April 2022