समाचार कथा

नॉर्दम्बरलैंड स्वास्थ्य एवं देखभाल अग्रणियों ने भारत के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए

नॉर्दम्बरलैंड स्वास्थ्य तथा देखभाल अग्रणियों ने समेकित स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में विशेषज्ञताएं साझा करने के लिए अग्रणी भारतीय स्वास्थ्यसेवा प्रदाता के साथ एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

Leaders signing the MOU with Alnwick Castle in the background

Signing the MOU (from left to right) Professor John Hollingdale, IUIH Programme Board Member, Dr. Mohan Kaul , Vice Chairman of the IUIH Programme, Mr Ajay Rajan Gupta, CEO of the IUHP, Alan Richardson, Chairman of Northumbria Healthcare NHS Foundation Trust and Steve Mason, CEO of Northumberland County Council.

नॉर्दम्बरिया हेल्थकेयर एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट तथा नॉर्दम्बरलैंड कंट्री काउंसिल (नॉर्दम्बरिया) ने इंडो-यूके इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ प्रोग्राम के समर्थन में इंडो-यूके हेल्थकेयर प्रा. लि. (आईयूएचपी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

नॉर्दम्बरिया तथा आईयूएचपी के बीच इस समझौते के तहत एनएचएस विशेषज्ञताओं को साझा करने पर विचार किया जाएगा क्योंकि भारत नॉर्दम्बरलैंड में मौजूद उच्चस्तरीय चिकित्सा देखभाल प्राप्त करना चाहता है। इस परियोजना का लक्ष्य अस्पताल के बाहर एकीकृत चिकित्सा के विकास में तेजी लाना है। यह सभी के लिए सस्ती स्वास्थ्य देखभाल सुविधा उपलब्ध कराने की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकांक्षाओं के अनुरूप है।

यह नॉर्दम्बरलैंड कंट्री काउंसिल तथा नॉर्दम्बरिया हेल्थकेयर एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट के बीच एक दीर्घावधि और अनूठे गठबंधन का ही श्रेय है कि यह क्षेत्र में पूर्ण एकीकृत देखभाल उपलब्ध कराता है जो भले ही पूरी दुनिया में नहीं लेकिन एनएचएस जरूर सर्वश्रेष्ठ है। इस मॉडल में मरीजों के लिए उपलब्ध कुछ सुगम अनुभवों में शामिल हैं:

  • एक्यूट हॉस्पिटल (आपातसेवा सहित)
  • सामुदायिक सेवाएं
  • घर पर देखभाल की उपलब्धता

केयर क्वालिटी कमीशन द्वारा इस सेवा को ‘शानदार’ माना गया है।

डॉ. अजय राजन गुप्ता, आईयूएचपी के प्रबंध निदेशक तथा समूह के मुख्य कार्यकारी ने कहा:

लाखों भारतीय नागरिकों के स्वास्थ्य में सुधार की हमारी महत्वाकांक्षा की राह में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। नॉर्दम्बरिया अपने नागरिकों के लिए बेहतरीन उच्च-स्तरीय समेकित स्वास्थ्य तथा सामाजिक देखभाल सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं। यह बिल्कुल वही अनुभव है जिसे हम अपनी योजनाओं में आगे बढ़ाना चाहते हैं।

एनएचएस ने समूचे भारत के लिए जो प्रस्ताव दिए हैं हम उसमें से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करना चाहते हैं, और इसमें कोई शक नहीं कि नॉर्दम्बरिया अपने काम में श्रेष्ठ हैं।

नॉर्दम्बरलैंद कंट्री काउंसिल के उप मुख्य कार्यकारी दलजीत लाली, जिनकी दोनों काउंसिलों तथा नॉर्दम्बरिया हेल्थकेयर एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट में एक अनौपचारिक संयुक्त भूमिका रही है, ने कहा:

हमें आईयूएचपी के साथ मिलकर काम करने में, तथा आपस में वे अनुभव साझा करते हुए प्रसन्नता हो रही है जो गत वर्षों में हमने यहां नॉर्दम्बरलैंड में एनएचएस तथा सामाजिक देखभाल के बीच विकसित सुदृढ़ सहभागिता से सीखे हैं।

भारत में दुनिया की एक बहुत बड़ी आबादी रहती है इसलिए यहां की स्वास्थ्यसेवा प्रणाली पर बहुत ज्यादा दबाव है। हालांकि हमारा प्राथमिक लक्ष्य तो यह साझा करना है कि हमने नॉर्दम्बरलैंड में किस प्रकार ऐसी एकीकृत चिकित्सा देखभाल उपलब्ध कराने की एक अत्याधुनिक सुविधा विकसित की है, लेकिन मुझे कोई शक नहीं कि यह हमारे लिए भी एक बड़ा आदान-प्रदान होगा जिससे एनएचएस लाभान्वित होगा।

स्टीव मैसन, काउंसिल के मुख्य कार्यकारी ने इस सहभागिता का स्वागत करते हुए कहा:

हम भारत में प्राथमिक चिकित्सा प्रणाली के लिए लक्ष्यों की पूर्ति में सहायता हेतु आईयूआईएच प्रोग्राम टीम के साथ मिलकर काम करने की आशा करते हैं, जिसे अस्पताल से बाहर एक पूर्ण एकीकृत तरीके से अधिक से अधिक लोगों की देखभाल कर सकने के लिए प्रकल्पित किया गया है।

इस सहभागिता से भारत तथा विश्व के अन्य भागों में भावी अंतर्राष्ट्रीय कार्यों के लिए एक ठोस नींव तैयार होगी, जो हमसे यह सीख सकते हैं कि हमने किस प्रकार नॉर्दम्बरलैंड में काम किया है।

हेल्थकेयर यूके ने आईयूएचपी तथा नॉर्दम्बरिया के बीच सहभागिता स्थापित करने में सक्रिय भूमिका निभाई है। हेल्थकेयर यूके के प्रबंध निदेशक, डेबोराह कोबेव्का ने भी इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर का स्वागत किया:

एनएचएस और नॉर्दम्बरलैंड का सामाजिक देखभाल तंत्र मिलकर इंग्लैंड के इस एक सबसे बड़े ग्रामीण इलाके के हजारों लोगों को बेहतरीन चिकित्सा देखभाल उपलब्ध कराते हैं।

इससे यह उपक्रम भारत के लिए बिल्कुल उपयुक्त साबित होता है।

नार्दम्बरिया को त्वरित अस्पताल, सामुदायिक, प्राथमिक तथा सामाजिक चिकित्सा देखभाल व्यवस्थाओं सहित पूर्ण एकीकृत स्वास्थ्य तथा सामाजिक देखभाल में शानदार महारत हासिल है।

यह और भी बेहतर है कि, वे भारत के साथ अपने अनुभवों, ज्ञान और विशेषज्ञताओं को साझा करने के लिए आश्वस्त, इच्छुक तथा सक्षम हैं, और इस क्रम में, वे नॉर्दम्बरलैंड में अपनी अग्रिम पंक्ति की सेवाओं में पुनर्निवेश कर पाएंगे।

इंडो यूके इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (आईयूआईएच) कार्यक्रम

यह कार्यक्रम वर्तमान में कार्यरत दुनिया के सबसे बड़े स्वास्थ्य देखभाल प्रयासों में से एक है। इसका उद्देश्य भारत भर में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा तथा मेडिकल शिक्षा व्यवस्था का पुनर्निर्माण करना है।

यह कार्यक्रम 100 शहरों में भारत सरकार के स्मार्ट सिटी प्रोग्राम के साथ संबद्ध होकर चरणबद्ध तरीके से लागू होगा और इसके तहत 100 स्मार्ट शहरों में 11 इंडो यूके इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेडीसिटी की स्थापना के साथ ही, 89 इंडो यूके क्लिनिकों की स्थापना करना भी शामिल है।

नॉर्दम्बरिया हेल्थकेयर तथा नॉर्दम्बरलैंड कंट्री काउंसिल एक सीमित संख्या में कार्यरत कुछ अन्य एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्टों के साथ-साथ काम करेंगे, जिन्होंने 2015 में पहले चरण में भारत के 11 राज्यों में अस्पताल सेवाओं की उपलब्धता में सहायता के लिए आईयूएचपी के साथ मिलकर काम करना शुरू किया था।

इन आईयूआईएच अस्पतालों को भारत भर में सामुदायिक देखभाल क्लीनिकों के नए मॉडल से समर्थन प्राप्त होगा। नॉर्दम्बरिया के समेकित देखभाल अनुभव, औजार, शिक्षण तथा तकनीकी जानकारियों से यह सुनिश्चित हो पाएगा कि आईयूआईएच कार्यक्रम द्वारा प्रदान की जा रही चिकित्सा देखभाल उसी मानक की है जो नॉर्दम्बरलैंड में उपलब्ध है।

भारतीय स्वास्थ्यसेवा बाजार में अवसर

स्वास्थ्यसेवा पर सार्वजनिक व्यय परंपरागत रूप से निम्न रहा है और अनुमानित रूप से यहां की 70% आबादी अब भी ग्रामीण इलाकों में रहती है, जहां अस्पताल या क्लीनिकों की उपलब्धता अत्यंत सीमित अथवा नहीं है।

हाल के वर्षों में, तथापि, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्यसेवा की मांग बढ़ी है, और इसके साथ ही, एनएचएस के लिए अवसरों और भारत के स्वास्थ्यसेवा क्षेत्र में निवेश में उछाल आया है।

डेबोराह कोबेव्का ने टिप्पणी की:

एनएचएस को अपनी देखभाल, कुशलता तथा नवाचार और लगातार सीखने की जारी प्रक्रिया के मानकों की वजह से एक विश्वस्तरीय प्रतिष्ठा प्राप्त है।

अपनी स्वयं की स्वास्थ्य सेवाएं विकसित करने के लिए इच्छुक देश एनएचएस के साथ काम करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें एनएचएस द्वारा प्रदत्त परामर्श तथा व्यवस्थाओं की गुणवत्ता, तथा धन के मूल्य के बारे में पता है।

यह अवसर का समय है और हम आश्वस्त हैं कि न तो एनएचएस इससे चूकेगा और न इसमें पीछे रहेगा, क्योंकि विदेश की सहभागिताओं की प्राप्त लाभों को यूके में वर्तमान अग्रिम पंक्ति की सेवाओं को सुधारने में इस्तेमाल किया जा सकता है।

सर मैल्कम ग्रांट, एनएचएस इंग्लैंड क्र अध्यक्ष की अगुवाई में भारत के लिए हालिया स्मार्ट हेल्थकेयर मिशन के बारे में पढ़ें।

भारत में और अधिक अवसरों के बारे में जानने के लिए, संपर्क करें हेल्थकेयर यूके

प्रकाशित 18 October 2016