भारतीय नेवी के साथ एचएमएस वेस्टमिंस्टर का प्रशिक्षण
एचएमएस वेस्टमिंस्टर ने हाल ही में गोवा का दौरा किया जहां शिप की कंपनी ने भारतीय नौसेना के साथ मिलकर अभ्यास कोंकण के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया।
![HMS Westminster (foreground) and the INS Delhi during Exercise Konkan 13 [Picture: Leading Airman (Photographer) Dan Rosenbaum, Crown copyright]](https://assets.publishing.service.gov.uk/media/5a60f649ed915d7dfb580292/s300_SC_MB130221055g.jpg)
HMS Westminster (foreground) and the Indian navy ship (INS) Delhi
रॉयल नेवी टाइप 23 फ्रिगेट ने खाड़ी क्षेत्र के अपने आतंकवाद तथा मादक पदार्थ विरोधी अभियानों के व्यस्त कार्यक्रम से भारतीय नौसैनिक पोत (आइएनएस) दिल्ली तथा सहयोगी कंपनी के साथ एक संयुक्त अभ्यास के लिए समय निकाला है।
अभ्यास ‘कोंकण’ ब्रिटेन और भारत के दीर्घावधि करार का एक हिस्सा है, जो संयुक्त अभियानों के दौरान मजबूत गठबंधन को बनाए रखने तथा परस्पर सम्मिलित एवं प्रभावी रूप से कार्य-क्षमता को विकसित करने के लिए है।
अभ्यास के दो विभिन्न चरण थे। प्रथम चरण गोवा तट पर आयोजित किया गया, जहां वेस्टमिंस्टर तथा दिल्ली ने साथ-साथ लंगर डाले । इस मौके पर कुछ अंतर्राष्ट्रीय मैत्री प्रतियोगिताओं के आयोजन का अवसर मिला जिसमें फुटबॉल और गोल्फ शामिल थे; वेस्टमिंस्टर टीम ने फुटबॉल मैच 3-1 से जीता लेकिन वह गोल्फ 2-1 से हार गई।
एचएमएस वेस्टमिंस्टर पर आइएनएस दिल्ली के चालक-दल के कुछ सदस्यों के लिए जहाज के भ्रमण तथा व्याख्यान सत्रों का भी आयोजन किया गया; जिसका लक्ष्य था विभिन्न उपकरणों तथा उनकी कार्य-विधि के बारे में एक परस्पर समझदारी विकसित करना।
एचएमएस वेस्टमिंस्टर के फ्लाइट ऑबजॉर्वर तथा शिप के विजिट लाइजन अधिकारी लेफ्टिनेंट साइमन येट्स के शब्दों में:
हमारे तौर-तरीकों को समझने में भारतीय क्रू का उत्साह और उनकी इच्छा इन भ्रमणों के दौरान स्पष्ट थे।
हमारी दोनों नौसेनाओं के बीच पहले से ही प्रक्रियाओं संबंधी आदान-प्रदान होता रहा है। अभ्यास कोंकण ने आपसी समझ को गहरा किया है और मैं भारतीय नौसेना के साथ दुबारा काम करने की उम्मीद रखता हूं।
हार्बर फेज के दौरान एचएमएस वेस्टमिंस्टर के कमांडिंग अधिकारी कैप्टन हफ बियर्ड ने, गोवा क्षेत्र और नौसैनिक उड्डयन- फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल बलविन्दर सिंह परहार से भेंट की।
बाद में ब्रिटिश फ्रिगेट पर औपचारिक सूर्यास्त के साथ एक संध्याकालीन स्वागत समारोह (रिसेप्शन) का अयोजन किया गया, जिसमें एडमिरल, बहुत से वरिष्ठ अधिकारियों, गोवा के मेयर तथा अन्य स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
अभ्यास के दूसरे चरण में पोतों ने समुद्र में अभियान किया और जो कुछ सीखा गया उसका अभ्यास हिन्द महासागर में किया गया।
एचएमएस वेस्टमिंस्टर तथा आईएनएस दिल्ली ने बंदूक चलाने, पनडुब्बी-रोधी युद्धविद्या, बोर्डिंग परिचालन, क्लोज मनूवरिंग और क्रॉस-डेक फ्लाइंग का पूर्वाभ्यास किया। वेस्टमिंस्टर का लिंक्स हेलीकॉप्टर को दिल्ली के फ्लाइट डेक पर उतारा गया जबकि भारतीय पोत के चेतक हेलीकॉप्टर का स्वागत एचएमएस वेस्टमिंस्टर के फ्लाइट क्रू द्वारा किया गया।
कैप्टन बियर्ड ने अभ्यास की प्रगति से प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा:
आइईएनएस दिल्ली के अधिकारी और क्रू ने मिलकर इसे एक सफलतम अभ्यास बना डाला। बहुत से महत्वपूर्ण बारीकियां हासिल की गईं और दीर्घकालीन सौहार्द्र मजबूत हुआ।
भारतीय नौसेना समुद्र और आकाश में, हमारा अनमोल मित्र है और खेल के मैदान में सुयोग्य प्रतिद्वंद्वी।
एचएमएस वेस्टमिंस्टर अब खाड़ी क्षेत्र के अपने सुरक्षा अभियानों पर लौट गया है जहां उसे 2014 तक रहना है।