विश्व की समाचार कथा

गुवाहाटी के डॉन बॉस्को विश्वविद्यालय में शेवनिंग एल्यूमिनी लेक्चर

ब्रिटिश उच्चायोग ने शेवनिंग एल्यूमिनी इंडिया के साथ मिलकर 15 मार्च 2017 को गुवाहाटी के डॉन बॉस्को विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ व्याख्यान का आयोजन किया।

यह 2016 to 2019 May Conservative government के तहत प्रकाशित किया गया था
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‘साइज मैटर्स: अ जर्नी टू नैनो वर्ल्ड’ शीर्षक वाले इस व्याख्यान में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टैक्नोलॉजी (आईआईईएसईटी) शीबपुर के स्कूल ऑफ मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग (एसएमएसई) के सहायक प्रोफेसर मालार रे ने नैनोमैटरियल्स के मौलिक पहलुओं पर चर्चा की और नैनोस्केल में आकार के महत्व के बारे में विस्तार से बताया।

प्रोफेसर रे ने एक बेहद महत्वपूर्ण वैज्ञानिक विषय को जीवंत तरीके से समझाया और नैनो टेक्नोलॉजी की जटिलताओं के बारे में बताया जो भविष्य में काफी अहम भूमिका निभाएंगे। भविष्य में नैनो टेक्नोलॉजी का प्रभुत्व नजर आ रहा है जो छोटी दवाओं के उपयोग के साथ साथ अंतरिक्ष की खोज में अहम भूमिका निभाएंगे।

इस व्याख्यान के माध्यम से, शेवनिंग एल्यूमिनी इंडिया (सीएआई) का उद्देश्य इस शहर के साथ एल्यूमिनी के रिश्तों को बेहतर बनाना और भारत व ब्रिटेन की भावी पीढ़ी के बीच समन्वय बनाने में मदद करना है।

अधिक जानकारी

सीएआई: शेवनिंग ब्रिटेन सरकार की इंटरनेशनल अवॉर्ड स्कीम है। पूरी तरह से प्रायोजित शेवनिंग स्कॉलरशिप और फैलोशिप भावी लीडर्स और निर्णयकर्ताओं को पेशेवराना और शैक्षणिक स्टार पर विकसित होने और ब्रिटेन का अनुभव प्राप्त करने के अवसर प्रदान करती है। सीएआई भारत में सभी शेविनिंग स्कॉलर्स और शेवनिंग अवॉर्ड विनर्स की सोसाइटी है। पूरे भारत में 30 लेक्चर सीरीज सहित आउटरीच प्रोग्राम की सीरीज के माध्यम से सीएआई भारत के अधिक से अधिक प्रोफेशनल्स और छात्रों के लिए इस प्रमुख स्कॉलरशिप और फेलोशिप स्कीम को पेश करने की कोशिश कर रही है।

प्रोफेसर मल्लार रे, आईआईईएसईटी, शीबपुर के एसएमएसई में सहायक प्रोफेसर हैं। कलकत्ता विश्वविद्यालय से भौतिकी में अपनी स्नातक और स्नातकोत्तर उपाधि पूरी करने के बाद उन्होंने 2003 में ब्रिटिश शेवनिंग स्कॉलर के तौर पर ब्रिटेन के नॉटिंघम विश्वविद्यालय से दूसरी बार स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने सिलिकॉन नैनोस्ट्रक्चर के क्षेत्र में अपनी डॉक्टरेट की डिग्री पूरी की है। उनके शोध का विषय सेमीकंडक्टर्स और मेटल पर विशेष फोकस करते हुए कम डिमेन्शन वाले मैटेरियल्स के आकार संबंधित गुणों को समझना है। इन्हें जी सी जैन स्मारक पुरस्कार भी दिया जा चुका है।

मीडिया

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मैनाक डे
प्रेस, कम्युनिकेशन और पॉलिटिकल इंगेजमेंट, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत
ब्रिटिश उप उच्चायोग कोलकाता
टेलीफोन: +91 98300 70623

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प्रकाशित 15 मार्च 2017