समाचार कथा

प्रधानमंत्री की भारत यात्रा से हुए एक बिलियन पाउंड के सौदे

6 से 8 नवम्बर 2016 के बीच प्रधानमंत्री थेरेसा मे की भारत यात्रा के परिणामस्वरूप एक बिलियन पाउंड से अधिक मूल्य के सौदों पर लगी मोहर।

प्रधानमंत्री के पहले व्यापारिक मिशन के परिणामस्वरूप ब्रिटेन और भारतीय कम्पनियों के बीच 1.2 बिलियन पाउंड के मूल्य का व्यापार हुआ है।

प्रधानमंत्री ने इस यात्रा के जरिए ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन के लिए नए महत्वकांक्षी लक्ष्य को प्रस्तुत किया है जिसके तहत ब्रिटेन के लिए एक ऐसे देश के रूप में नई भूमिका विकसित की जा रही है जो आत्मविश्वास से परिपूर्ण है और यूरोप महाद्वीप से परे देखने को आजाद है।

प्रधानमंत्री ने कहा:

यूरोपीय संघ से अलग होने पर हमारे लिए अपार अवसरों के द्वार खुल गए हैं और मैं इन अवसरों का लाभ उठाने के प्रति दृढ़संकल्पी हूं। इसलिए मैंने एक वैश्विक ब्रिटेन की छवि प्रस्तुत करने के लिए भारत की यात्रा की और मुझे यह कहना है कि मुझे जो भारत से प्रतिक्रिया मिली वह उत्कृष्ट है। यह मेरा पहला व्यापारिक मिशन है लेकिन हमने इस यात्रा पर बिलियन पाउंड के सौदों पर ह्स्ताक्षर होते हुए देखा।

हमने भारत सरकार के साथ हमारे व्यापारिक संबंधों पर साथ कार्य करने पर समझौता किया है। इसका सीधा मतलब है ब्रिटेन के व्यापार के लिए अधिक अवसर, ब्रिटेन में अधिक रोजगार और निवेश और यह समूचे राष्ट्र के लिए अच्छी बात है।

इस यात्रा पर कई व्यावासायिक सौदों पर हस्ताक्षर हुए, जिससे ब्रिटेन में रोजगार निर्माण होने के साथ-साथ सुरक्षित भी रहेंगे और यह यूरोपीय संघ के जनमत संग्रह के बाद ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था की ताकत पर बाजार के विश्वास को दर्शाता है।

  • डायनामैटिक और एयरबस ने फ्लैप ट्रैक बीम के व्यावसायिक उत्पादन की घोषणा की जो उच्च तकनीक के गाइड रेल हैं जिन्हें विमानों के पंखों में लगाया जाता है और ये गति, दिशा और संतुलन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण होते हैं। इन पुर्जों को डायनामैटिक्स के स्विंडन और ब्रिस्टल स्थित कारखानों में मशीनीकृत कर बेंगलुरु में निर्मित और संकलित किया जाता है। डायनामैटिक ने 205 मिलियन पाउंड के सौदे पर हस्ताक्षर किया है जिसमें से 102 मिलियन पाउंड ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाएंगे और डायनामैटिक के ब्रिटेन में दो साइट पर 60 नई नौकरियां निर्मित होंगी।

  • डायसन भारत में दिल्ली और मुम्बई समेत कई प्रमुख शहरों में अपने प्रमुख स्टॉर खोलेगा और साथ प्रमुख खुदरा व्यापारियों के सहयोग से भारतीय उपभोक्ताओं तक अपनी प्रौद्योगिकी पहुंचाएगा। डायसन वर्ष 2017 तक भारत में स्थापित होने की अपेक्षा रखता है और अगले पांच सालों में लगभग 150 मिलियन पाउंड का राजस्व हासिल करने की उम्मीद करता है।

  • बफ्फेलो ग्रिड ऑफ-ग्रिड समुदाय तक मोबाइल पावर और इंटरनेट सेवाएं पहुंचाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करता है। कम्पनी भारत में ग्रामीण गांवों तक मोबाइल पावर और इंटरनेट पहुंचाने के लिए इंटरनेट से जुड़े 500 सौर ऊर्जायुक्त केंद्र निर्यात करने की अपेक्षा रखता है, जिसके जरिए 2,50,000 लोगों को जोड़ा जाएगा जो भारत को सबसे गरीब गांवों में बसते हैं। ये केंद्र ब्रिटेन में निर्मित किए जाएंगे और अगले पांच सालों में 24 मिलियन पाउंड तक का राजस्व एकत्रित करेंगे।

  • किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल, एर्न्स्ट एंड यंग यूके और प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स के साथ ब्रिटेन की प्रमुख स्वास्थ्यसेवा प्रदाताओं ने इंडो-यूके इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (आइयूआइएच) के साथ 300 मिलियन पाउंड के कई व्यावसायिक और वित्तीय साझेदारियों पर ह्स्ताक्षर किया है।

  • वेस्टमिंस्टर हेल्स्थकेयर 14 से 15 मिलियन पाउंड के निवेश से भारत में एक अग्रणी नैदानिक केंद्र स्थापित करेगा जो जनवरी 2017 में शुरू होगा। ब्रिटेन से निर्यात किए गए वस्तु और सेवाओं का मूल्य लगभग 10 मिलियन पाउंड होगा और अगले पांच सालों में उसकी कुल बिक्री 75 मिलियन पाउंड तक होगी।

  • गर्र जोंस जो सेवाएं प्रदान करेगा उनमें शामिल हैं कला के प्रति उत्साही लोगों और संग्रहकर्ताओं के लिए ललित और सजावटी कला, प्राचीन और संग्रहणीय वस्तुओं का मूल्यांकन और समीक्षा करना। इस सौदे से अगले 3 से 5 सालों 50 मिलियन पाउंड की कुल बिक्री की उम्मीद है।

  • ही-मैंन डुअल कंट्रोल्स चेन्नई में अपना संयत्र शुरू कर रहे हैं जिसमें अगले पांच सालों में 8,00,000 पाउंड का निवेश और निर्यात मूल्य अपेक्षित हैं।

  • अत्याधुनिक तकनीक, प्रशासन, प्रसंस्करण और भुगतान सेवाओं के एक बुद्धिमान प्रदाता इक्विंटी इंडिया ने अपनी विस्तार योजना के तहत 3.1 मिलियन पाउंड का अतिरिक्त निवेश किया है।

  • भारत के प्रमुख दवा और जैव प्रौद्योगिकी कम्पनी वोकहार्ट की व्रेक्सहैम, नॉर्थ वेल्स में स्टेराइल मन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है जो लगभग 380 कर्मियों को रोजगार मुहैता कराता है। इस साइट की क्षमता फिलहाल 25 मिलियन एम्पूल्स, वाइल्स और कार्ट्रिजेस निर्माण करने की है। अब वह व्रेक्सहैम में अपनी मौजूदा उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त 10 मिलियन पाउंड का निवेश कर रहा है। इस निवेश से अतिरिक्त 50 मिलियन एम्पूल्स और वाइल्स निर्मित करने की क्षमता बढ़ जाएगी और 40 से 50 नई नौकरियों का निर्माण होगा।

  • पैंड्रोल राही टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड लगभग 1.5 मिलियन पाउंड की लागत से हैदराबाद में एक अत्याधुनिक निर्माण इकाई की स्थापना कर रहा है। यह संयत्र विशिष्ट रेल्वे क्ल्पिस बनाएगा और अगले पांच सालों में इसकी कुल बिक्री 45 से 50 मिलियन पाउंड के होने की अपेक्षा है।

  • लंदन आधारित क्लौपैड ब्रिटेन की उत्कृष्ट डिजाइन प्रौद्योगिकी निर्यात करता है और भारत में एक नए औद्योगिक कारखाने में 50 मिलियन पाउंड का निवेश कर रहा है। इससे लाभ 300 मिलियन पाउंड से बढ़ जाएगा और लंदन में 50 नई नौकरियां उत्पन्न होंगी।

  • फर्स्टसोर्स सोल्युशंस, जिनके इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में सात केंद्र हैं, अगले छह महीने में 1,000 नए कर्मी नियुक्त कर रहा है। बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट कम्पनी पहले से ही ब्रिटेन में 4,000 लोगों को रोजगार दे रहा है। इस फर्म ने वॉरिंग्टन में एक नया केंद्र खोल है जिसमें 250 लोग कार्यरत हैं।

  • विप्रो ने लंदन में 150 सीटों की सुविधा वाले दूसरे कार्यालय की शुरुआत के साथ अपने विप्रो डिजिटल के व्यापार के विस्तार की घोषणा की है। विप्रो डिजिटल ने पिछले साल लंदन में 75 सीतों वाले डिजिटल पॉड की शुरुआत की है। ये दोनों पॉड विप्रो डिजिटल को डिजिटल रणनीति, डिजाइन और इंजीनिअयरिंग में विशिष्ट क्षमता में वृद्धि प्रदान करेगा। यह ब्रिटेन और वैश्विक ब्रांड को संयोजित और शुरुआत से अंत तक डिजिटल परिवर्तनीय सेवाएं प्रदान करेगा।

ब्रिटेन में भारतीय मूल के 1.5 मिलियन से अधिक लोगों की उपस्थिति के साथ भारतीय प्रवासी जनसंख्या हमारे राष्ट्रीय जीवन में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत अब हमारा दूसरा सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय रोजगार निर्माता राष्ट्र है और भारत ने पिछले वर्ष 140 योजनाओं के जरिए 7,105 नई नौकरियां उपलब्ध कराई हैं। और वर्तमान में भारतीय कम्पनियां 1,00,000 से ज्यादा ब्रिटेन वासियों को रोजगार मुहैया करा रही हैं। दोनों देशों के बीच हमारे विशिष्ट संबंध हैं और विकास की अपार संभावनाएं हैं।

प्रधानमंत्री ने भारत में दो शहरों की यात्रा की, और शुरुआत राजधानी नई दिल्ली की जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ भारत-यूके टेक समिट का उद्घाटन किया। यह टेक समिट, जो दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा प्रौद्योगिकी सम्मेलन है, दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी पर आधारित व्यापार के लिए मंच मुहैया कराता है।

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प्रकाशित 10 November 2016