चिकित्सीय लेखन और आचारनीति पर कोलकाता में कार्यशाला
कोलकाता में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त स्कॉट फर्सेडोन-वुड गेस्ट ऑफ ऑनर थे।
चिकित्सीय लेखन और आचारनीति पर दो-दिवसीय कार्यशाला का संयुक्त आयोजन ब्रिटिश मेडिकल जर्नल, इंडिया (बीएमजे इंडिया) तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (आईएचएफडब्ल्यू), कोलकाता द्वारा पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में 7-8 जुलाई को कोलकाता में किया गया।
ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त स्कॉट फर्सेडोन-वुड इस अवसर पर कोलकाता में गेस्ट ऑफ ऑनर (मुख्य अतिथि) थे। कार्यक्रम की शुरुआत पं. बंगाल सरकार के चिकित्सा शिक्षा निदेशक के स्वागत भाषण के साथ हुई और कार्यक्रम की अध्यक्षता आईएचएफडब्ल्यू के निदेशक द्वारा की गई।
कार्यशाला का मुख्य विषय था राज्य चिकित्सा विश्वविद्यालयों और अस्पतालों के चिकित्सा शिक्षकों के शोधपत्र लेखन कौशल को निखार कर तथा चिकित्सीय शोध एवं प्रकाशन से जुड़े आचारनीति या नैतिकता के मुद्दों के प्रति उन्हें और अधिक संवेदनशील बनाकर मेडिकल जर्नल में उनकी कृतियां प्रकाशित करने हेतु उन्हें प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करना।
इस कार्यक्रम में राज्य चिकित्सा विश्वविद्यालयों और अस्पतालों के 30 से अधिक चिकित्सा शिक्षकों एवं राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर के महत्वपूर्ण संस्थानों के अतिथि वक्ताओं ने भाग लिया, जिनमें प्रतिष्ठित इंडियन मेडिकल जर्नल्स के संपादक भी शामिल थे। बीएमजे की भारत में संपादक डॉ. अनिता जैन ने बेहतरीन वैज्ञानिक शोध आलेख लिखने तथा समकक्ष मूल्यांकन प्रक्रिया के आवश्यक बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की साथ ही उन्होंने शोध पत्रों के स्ट्रक्चर्ड ऐब्स्ट्रैक्ट्स के लेखन पर सत्रों का आयोजन भी किया।
इस कार्यक्रम को आयोजकों तथा प्रतिभागियों- दोनों के द्वारा सफल बताकर इसकी प्रशंसा की गई।
कोलकाता के ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त इससे पहले कोलकाता में बीएमजे इंडिया को शुरू करने में मदद कर चुके हैं । इस अवसर पर स्कॉट फर्सेडोन-वुड ने बीएमजे द्वारा प्रकाशन के क्षेत्र में निभाई जाने वाली सशक्त समर्थक की भूमिका को रेखांकित किया और उम्मीद जताई कि बीएमजे की प. बंगाल में सार्वजनिक क्षेत्र के साथ गहरी और व्यापक सहभागिता होगी।
हमारा अनुसरण करें: Twitter, Facebook, Flickr, YouTube, LinkedIn, Storify, Eventbrite, Blogs, Foursqare