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ब्रिटेन के आप्रवासन मंत्री का इनवेंचर एकेडमी, बेंगलुरु का दौरा

यह दौरा ब्रिटिश काउंसिल के साथ बेंगलुरु के एक सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय स्कूल हेतु आयोजित किया गया।

BENGALURU

ब्रिटेन के आप्रवासन मंत्री जेम्स ब्रोकनशायर इनवेंचर एकेडमी, बेंगलुरु के स्कूली छात्रों से आज मिले, और ब्रिटेन की शिक्षा तथा विदेशों में अध्ययन के बारे में उनके विचार जाने।

आप्रवासन मंत्री फिलहाल भारत के पांच-दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उन्होंने दिल्ली तथा बेंगलुरु में शिक्षा, यात्रा तथा व्यापार क्षेत्रों से जुड़े प्रमुख ब्रिटिश वीज़ा धारकों से मुलाकात की, और उनसे यह जानकारी प्राप्त की कि वे किस प्रकार वीज़ा सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं।

गोलमेज विमर्श में, लगभग 15 छात्रों से पूछा गया कि वे जब वे किसी विश्वविद्यालय का चुनाव करेंगे और विदेश में अध्ययन करने या न करने का फैसला करेंगे तो किन बातों का ध्यान रखना चाहेंगे।

मंत्री ने ब्रिटेन की शिक्षा क्षमताओं के साथ इस तथ्य को रेखांकित किया कि ब्रिटेन में दुनिया के कुछ सबसे सम्मानित और मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय मौजूद हैं।

आप्रवासन मंत्री जेम्स ब्रोकनशायर ने कहा:

भारत हमेशा हमारा एक बड़ा और बेहद महत्वपूर्ण वीज़ा मार्केट रहा है, और तब से यहां अपने ग्राहकों से इसके बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त करने के लिए मैं सुन रहा हूं कि किस प्रकार हमारी आप्रवासन नीतियां उनके लिए व्यवहार में कार्य कर रही हैं।

आज सचमुच एक अच्छा मौका मिला है, छात्रों से बात करने और उनसे यह जानने का, कि वे ब्रिटिश शिक्षा के बारे में क्या सोचते हैं, और यह भी कि क्या ब्रिटेन की आप्रवासन नीतियों का उनके फैसले पर कोई असर होता है, जब वे किसी ब्रिटिश विश्वविद्यालय में अध्ययन के बारे में सोचते हैं।

ब्रिटिश सरकार यह देखना चाहती है कि ज्यादातर भारतीय छात्र हमारे विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों में अध्ययन का विकल्प चुनें और उन्हें यहां एक गर्मजोशी भरा स्वागत मिले। हमारी वीज़ा नीति इस लक्ष्य में मददगार है और हम छात्रों के लिए फिर से एक बेहतरीन प्रस्ताव लेकर आए हैं- छात्र वीज़ा के लिए आवेदन करनेवाले 10 में से नौ भारतीय छात्रों को वीज़ा मिलेगा और श्रेष्ठ स्नातक अपनी पढ़ाई के बाद ब्रिटेन में रह सकते हैं, अगर वे एक स्नातक स्तरीय रोजगार हासिल कर लें।

यह यात्रा, नवंबर 2015 में प्रधानमंत्री मोदी के सफल ब्रिटेन दौरे के उपलक्ष्य में आयोजित है, जब प्रधानमंत्री कैमरन ने भारत को इसकी नई पीढ़ी को 21वीं सदी के लिए तैयार करने के लक्ष्य में मदद करने का प्रस्ताव दिया था। दोनों नेताओं ने फैसला किया कि वर्ष 2016 को शिक्षा, शोध और अभिनव प्रयोगशीलता के लिए ब्रिटेन-भारत वर्ष के रूप में चिह्नित किया जाएगा। इसके तहत द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती को रेखांकित करने के साथ ही, और भी सहभागिताओं को प्रोत्साहन दिया जाएगा, जिसके तहत विभिन्न प्रकार की डिजिटल प्रौद्योगिकी युक्त शिक्षा तथा प्रशिक्षण प्रयास शामिल हैं, जिससे दोनों देश शिक्षा, शोध और अभिनव सहभागी के रूप में, वैश्विक संदर्भ में, एक नई 21वीं सदी कार्ययोजना बना सकें।

इनवेंचर एकेडमी की प्राचार्या मल्लिका सेन ने इस अवसर पर कहा:

हम ब्रिटेन के आप्रवासन मंत्री जेम्स ब्रोकनशायर को अपने बीच यहां इनवेंचर एकेडमी में पाकर सम्मानित अनुभव कर रहे हैं। चूंकि हमारे ऐसे स्नातकों की संख्या बढ़ती जा रही है जो अपनी आगे की पढ़ाई विदेश में करना चाहते हैं, अतः यह उनके लिए जरूरी है कि वे अपने सामने वैश्विक रूप से उपलब्ध विभिन्न विकल्पों के बारे में जानें। ब्रिटेन में दुनिया के कुछ सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालय अवस्थित हैं और कक्षा 2016 से आनेवाले कुछ स्नातक सचमुच सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें इन प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश दिया गया है। ये छात्र मि. ब्रोकनशायर के दौरे से सबसे ज्यादा लाभान्वित हुए हैं।

आगे की जानकारी:

  • जेम्स ब्रोकनशायर के विभाग के तहत आनेवाले विषय हैं: आप्रवासन नीति/ कानून, यूरोपीय संघ, शाही पासपोर्ट कार्यालय, शरणार्थी, बॉर्डर फोर्स, आप्रवासन प्रवर्तन, वैयक्तिक मामलों के निर्णय, ब्रिटिश वीज़ा तथा आप्रवासन और प्रत्यर्पण एवं पारस्परिक कानूनी सहायता (एमएलए)।

  • सितंबर 2015 को समाप्त हुए वर्ष में वीज़ा आंकड़े प्रदर्शित करते हैं कि सभी भारतीय छात्रों को, जिन्होंने टीयर 4 वीज़ा के लिए आवेदन दिया था, उनमें से 89% यह प्राप्त हुआ है।

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स्टुअर्ट एडम, प्रमुख,
प्रेस और संचार
ब्रिटिश उच्चायोग, चाणक्यपुरी
नई दिल्ली 110021
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मेल करें: मंजुनाथ कोटा श्रीपति

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प्रकाशित 19 February 2016