विश्व की समाचार कथा

ब्रिटेन-भारत द्वारा अपने तरह के पहले नेशनल पॉलिसी राउंडटेबल की मेजबानी

नेशनल राउंडटेबल महिलाओं के विरूद्ध हिंसा जैसे सबसे उपेक्षित क्षेत्र में किए जा रहे नेशनल एक्शन को प्रेरित करने के लिए है।

burn victim

इस हफ्ते भारत द्वारा अपने तरह के पहले नेशनल पॉलिसी राउंडटेबल की मेजबानी की जाएगी जो बर्न वाइलेंस की वूमेन सर्वाइवर्स के प्रोत्साहन की दिशा में काम करेगी। 23 मार्च को नई दिल्ली में इस सम्मेलन का आयोजन चेन्नई की एनजीओ, इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर क्राइम प्रिवेंसन एंड विक्टीम केअर (पीसीवीसी) द्वारा किया जा रहा है जो भारत में ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा समर्थित राष्ट्रीय पहल का हिस्सा है।

सर डोमिनिक एस्किथ केसीएमजी, भारत के ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा:

मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि हम वूमेन बर्न सर्वाइवर्स को बेहतर तरीके से मदद करने के लिए जानकारी व अच्छी कार्यपद्धति को साझा करने और नई सार्वजनिक, निजी, समाजिक भागीदारी बनाने की इस नेक पहल में पीसीवीसी का सहयोग कर रहे हैं। यह पूरे भारत भर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने और उससे निपटने के लिए किए जा रहे हमारे निरंतर सहयोग का हिस्सा है। हम इसपर और ऐसे अन्य मुद्दों के प्रति लोगों को जागरूक व योग्य बनाने और अधिक से अधिक सामाजिक भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

डॉ एमएस प्रसन्ना गेटू, चेन्नई पीसीवीसी की सीईओ ने कहा:

हम भारत में ब्रिटिश उच्चायोग के समर्थन के लिए उनके प्रति आभारी हैं। चेन्नई के किलपौक मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के विज़नरी लीडरशिप के लिए उनका धन्यवाद और व्यापक तौर पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग और पीसीवीसी ने एक ऐसा मॉडल विकसित किया है जिसके अंतर्गत बर्न वाइलेंस की वूमेन सर्वाइवर्स को मनोवैज्ञानिक व सामाजिक सहयोग के साथ चिकित्सीय सहायता भी प्रदान की जाती है। हमें इस बात की खुशी है कि इस नई पहल के माध्यम से हम पूरे भारत में जानकारी, अनुभव और विचारों का आदान प्रदान कर पा रहे हैं। बर्न-केयर के अहम मनोवैज्ञानिक-सामाजिक पहलूओं को एकीकृत करने में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिखाई गई रूचि के लिए हम उनके भी आभारी हैं।

इस सम्मेलन में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय और महिला राष्ट्रीय आयोग के प्रतिनिधियों के अलावा वूमेन बर्न सर्वाइवर्स की बेहतर सहायता में रूचि रखने वाले वरिष्ठ चिकित्सीय और गैर-चिकित्सीय प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले अन्य लोगों में दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे चार लक्षित राज्यों के वरिष्ठ सार्वजनिक, निजी और सामाजिक प्रतिनिधि शामिल हैं।

अधिक जानकारी:

यह सम्मेलन गुरुवार 23 मार्च को सैलून ईस्ट एंड फ़ैमिली रूम, हयात रीजेंसी, दिल्ली फायर स्टेशन रिंग रोड, भिकाजी कामा प्लेस, नई दिल्ली में है।

मीडिया को प्रेस इंटरैक्शन के तत्काल बाद 10:00 से 10:30 बजे तक होने वाले उद्घाटन सत्र में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

शामिल होने के लिए, कृपया असद मिर्जा और मोबाइल नंबर 9810113775 पर अपना पंजीकरण कराएं।

बर्न वाइलेंस की वूमेन सर्वाइवर्स हेतु समग्र सहयोग को विकसित करने के लिए की जा रही इस नई अखिल भारतीय पहल को चेन्नई के ब्रिटिश उप उच्चायोग का समर्थन प्राप्त है और 2016-17 में जिसका नेतृत्व चेन्नई की एनजीओ पीसीवीसी द्वारा किया जा रहा है और इसका उद्देश्य चार राज्य - नई दिल्ली, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और तेलंगाना में चिकित्सकों के साथ रिसर्च और नॉलेज की शेयरिंग को बढ़ावा देना है। जलने का घटनाओं की समझ, उनकी रिपोर्टिंग, रिकॉर्डिंग, मेडिकल व पोस्ट-मेडिकल मैनेजमेंट और वूमेन सर्वाइवर्स को समग्र मनोवैज्ञानिक-सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराना इसके लक्ष्यों में शमिल है। अधिक जानकारी के लिए हमारे स्टोरीफाई पेज पर विज़िट करें।

मीडिया

स्टुअर्ट एडम, हेड,
प्रेस और कम्युनिकेशन
ब्रिटिश हाई कमीशन,
चाणक्यपुरी, नई दिल्ली 110021
टेलीफोन: 24192100; फैक्स: 24192400

मेल करें: असद मिर्ज़ा

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प्रकाशित 20 March 2017