भाषण

'यूके भारत में निवेश करने वाला सबसे बड़ा G20 देश'

9 सितम्बर 2015 को चेन्नई में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मेलन के यूके कंट्री सत्र में ट्रेड, यूके ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट की प्रबंध निदेशक श्रीमती निकोला बोल्टोन द्वारा दिए भाषण की लिखित प्रतिलिपि ।

Nicola Bolton

नमस्कार!

मेरा नाम निकोला बोल्टोन है और मैं यूके ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट में ट्रेड की प्रबंध निदेशिका हूं।

सबसे पहले, मैं तमिलनाडु सरकार को धन्यवाद देना चाहूंगी कि उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया। यूके को इस कार्यक्रम में भाग लेने का अपार हर्ष है, जिसे मैं समझती हूं तमिलनाडु का अपने आप में एक पहला आयोजन है।

जीआइएम में यूके

जीआइएम में यूके के एक बड़े शिष्टमंडल का नेतृत्व करने को लेकर मैं काफी रोमांचित हूं। हमारी दीर्घा में यूके की 30 कंपनियां और सहयोगी मौजूद हैं। आपको हरेक सेक्टर में हमारी कंपनियां मिल जाएंगी- जैसे कि एरोस्पेस, कृषि तथा खाद्य प्रसंस्करण, वाहन व वाहन पुर्जे, जैव-प्रौद्योगिकी तथा फार्मा, रसायन व पेट्रोकेमिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, भारी इंजीनियरिंग, आइटी, तथा आइटीईएस, नवीकरणीय ऊर्जा, कौशल विकास, टेक्सटाइल्स तथा स्वास्थ्य सेवा।

यूके दीर्घा में हमारे पास कई सारे आकर्षण हैं। हमने यहां ऑप्टेयर वर्सा को प्रदर्शित किया है, जो एक इलेक्ट्रिकल बस है जिसका निर्माण ऑप्टेयर- यूके की सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स बस सप्लायर प्रतिष्ठान है। जगुआर लैंड रॉवर ने भी अपने जगुआर एक्सजे का प्रदर्शन किया है तथा ब्रिटिश मोटरसाइक्लिंग का गौरव ट्र्म्प्स ने अपने क्रूजर बाइक्स- रॉकेट III, थंडरबर्ड एलटी तथा टाइगर एक्सआरएक्स का प्रदर्शन किया है।

हम कौन हैं?

  • यूके ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट (या UKTI), एक ऐसा संगठन है, जो अंतर्राष्ट्रीय रूप से प्रतिनिधित्व करता है, यूके आधारित व्यवसायों के साथ मिलकर काम करता है, ताकि निर्यातों के जरिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सफलता पाने में मदद मिल सके।
  • हम विदेशी कंपनियों को यूके में आकर अपने व्यवसाय की स्थापना तथा विस्तार के लिए बढ़ावा और मदद देते हैं।
  • हमारे पास यूके भर में पेशेवर परामर्शदाता तथा 100 से अधिक देशों में कर्मचारीगण मौजूद हैं।
  • यूके की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए UKTI ब्रिटिश सरकार के हृदय में बसता है।
  • पिछले वर्ष हमने 54,000 UK कंपनियों को निर्यात करने में मदद की थी और यूके में 1,600 एफडीआइ प्रॉजेक्ट्स की आपूर्ति करने में सहायता प्रदान की थी। यूके एफडीआइ के लिहाज से: नम्बर 1 स्थान है।
  • हमारा लक्ष्य वर्ष 2020 तक यूके निर्यातों को £1 ट्रिलियन तक बढ़ाने का है और यूके के एफडीआइ के स्टॉक को दुगना करने की मंशा है।
  • और भारत उस वैश्विक महत्वाकांक्षा का एक अहम हिस्सा है। आइए मैं इसे व्यापार तथा निवेश के जरिए समझाती हूं।

निवेश

  • यूके भारत में निवेश करने वाला सबसे बड़ा G20 देश है। पिछले 15 वर्षों में यूके ने भारत में आने वाले संपूर्ण जी20 निवेश का 9% योगदान दिया है, जहां यूके की एफडीआइ का आंकड़ा लगभग US$ 22 बिलियन का है। केवल पिछले वर्ष यूके ने भारत में लगभग $1.9 बिलियन का निवेश किया है।
  • भारत में मौजूद यूके के कुछ बड़े निवेशकों में शामिल हैं- वोडाफोन, बीपी, जेसीबी, जॉनसन, मैथी, ब्रिटिश गैस।
  • और यूके बुनियादी ढांचे और भारत की अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति में मदद हेतु £1 बिलियन का निर्यात वित्त ऋण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
  • पर ऐसा केवल एक तरफा नहीं है। भारत शेष ईयू से कहीं अधिक निवेश अकेला यूके में करता है। भारत ब्रिटेन के सबसे बड़े रोजगार प्रदाता के रूप में उभरा है, जहां इसने पिछले वर्ष 122 नए निवेश प्रॉजेक्ट्स चालू करने तथा यूके में 7730 नए रोजगार पैदा करने में मदद की।
  • यूके में कुछ बड़े भारतीय निवेशकों में शामिल हैं टाटा समूह, जो अब यूके की सबसे बड़ी निर्माण रोजगार प्रदाता कंपनी बन गई है। महिंद्रा भी यूके में भारी निवेश कर रहा है, जिनमें उनका नेक्स्ट जेनरेशन इलेक्ट्रिक वाहन का विकास भी शामिल है।

व्यापार

  • पिछले वर्ष भारत के साथ यूके की कुल वस्तुओं तथा सेवाओं का व्यापार £15.8 बिलियन था।
  • कोस्टा कॉफी के भारत भर में लगभग 100 आउटलेट्स हैं और जल्द ही इसकी योजना 200 की संख्या तक विकास करने की है।
  • बॉडी शॉप के भारत में 100 से अधिक आउटलेट्स हैं और मार्क्स एंड स्पेंसर के लगभग 45 आउटलेट्स हैं।
  • पेवर्स शूज, जिनकी कहानी चेन्नई में आरंभ हुई, भारत में बड़े विदेशी रिटेलरों में एक है, जिसकी भविष्य में और अधिक विस्तार करने के योजना है।

इसलिए हमारा व्यापार तथा निवेश संबंध एक दीर्घकालिक सहयोग पर आधारित हैI

सहयोग

  • पर हम आत्मसंतुष्ट नहीं हैं।
  • हम उस सहयोग गतिशीलता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
  • हमने अपने वीजा सिस्टम में सुधार किया है, विजिटर्स रूट्स की संख्या को 15 से घटाकर 4 कर दिया है। इससे वीजा प्रॉसेस करने में आसान होगा तथा व्यावसायिक यात्रियों के लिए अधिक आजादी तथा लचीलापन मिलेगा ।
  • भारतीय वर्क वीजा की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में हमने 60,000 भारतीय वर्क वीजा जारी किए थे, जो यूके द्वारा पूरी दुनिया के लिए जारी वर्क वीजा का एक तिहाई हिस्सा है।
  • हमारे बिजनेस एक्सप्रेस प्रोग्राम उन भारतीय व्यवसायियों को विशेष सेवा पेश करता है, जिनके यूके में अहम निवेश तथा व्यवसायिक हित हैं। इनके लाभों में शामिल हैं वे कागजी आवश्यकताएं, जिन्हें ऐसे भारतीय फर्मों के लिए आसान और त्वरित बना दी गई है ताकि वे अपनी टीमों को रणनीतिक या परिचालनात्मक व्यवसाय कारणों से यूके भेज सकें। और पिछले वर्ष यूके द्वारा जारी लगभग सभी इंट्रा-कंपनी वीजा का लगभग दो तिहाई वीजा केवल भारतीय नागरिकों को जारी किए गए थे।
  • हमने अपनी पहुंच बढ़ाई है। यूके का अब भारत में सबसे बड़ा राजनयिक मिशन है, जिनमें हमें व्यापार तथा निवेश समेत हरेक स्तर पर एक मजबूत, व्यापक तथा गहन सहयोग निर्मित करने में मदद मिलती है। नई दिल्ली में स्थित हमारे उच्चायोग के अलावा इस देश में हमारे 7 उप-उच्चायोग भी मौजूद हैं।
  • यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल (UKIBC), जो यूके एसएमई में मार्केट-एंट्री प्रदान करता है, अब भारत भर में इसके तीन बिजनेस सेंटर खुल गए हैं।
  • टेकहब तथा आइएसपीआइआरटी के सहयोग से UKTI का लक्ष्य भारत की सर्वाधिक आविष्कारी टेक फर्मों को यूके में उतारना है। हम उन रॉकेटशिप कंपनियों को मदद प्रदान करते हैं, जिनकी दीर्घकालिक अंतर्राष्ट्रीय विकास योजनाएं हैं, और तकनीकी सेक्टर में माप्य व्यवसाय मॉडल परिचालित करते हैं।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री मोदी ने सफल सहयोग स्थापित करने में यूके के साथ भारत की भागीदारी को एक ‘बेजोड़ संयोजन’ बताया है, जो हम दोनों देशों को गहन लाभ प्रदान करता है।

जीआइएम में एक सहयोगी देश के रूप में हमारी भागीदारी दिखाती है कि हम इस सहयोग को कितनी गंभीरता से लेते हैं और भारत के बड़े औद्योगिक राज्यों में शुमार तमिलनाडु के साथ सहयोग की संभावना को हम कितनी अहमियत देते हैं।

मैं आपको आज या कल यूके दीर्घा में आकर हमारी कंपनियों द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों, सेवाओं तथा तकनीकियों के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए तथा तमिलनाडु में, भारत में कहीं और स्थान पर अथवा वैश्विक रूप से आप कैसे अपनी प्रतियोगितात्मकता में सुधार ला सकते हैं या बढ़ा सकते हैं, यह जानने के लिए प्रोत्साहित करती हूं।

प्रकाशित 9 September 2015