भाषण

ब्रिटेन में अति-प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए उत्कृष्ट शिक्षा

भारत स्थित ब्रिटिश उच्चायुक्त सर जेम्स बेवन केसीएमजी ने शुक्रवार, 23 नवंबर 2012 को नई दिल्ली में उच्च शिक्षा पर एक आयोजन में भाषण दिया। इस आयोजन में ब्रिटेन के 65 विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यहां पेश है उनके मूल भाषण का पूरा पाठ।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
Sir James David Bevan KCMG

सवाल: इन व्यक्तियों में समान बात क्या है : राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, सलमान खुर्शीद, मोंटेक सिंह आहलूवालिया, साइरस मिस्त्री, करण थापर, विक्रम सेठ, सुनीत वर्मा, सोहा अली खान।

इसका स्पष्ट जवाब यह है कि ये सभी भारतीय व्यक्ति अपने पेशे में शीर्ष स्थान पर हैं। लेकिन, अधिक दिलचस्प जवाब यह है कि इन सभी व्यक्तियों ने ब्रिटेन में अध्ययन किया है।

यह जवाब ब्रिटिश शिक्षा की गुणवत्ता दर्शाते हुए बयान करता है कि चाहे राजनीति, व्यवसाय, मीडिया या कला हो, वर्तमान भारत के अधिकतर नेताओं ने ब्रिटेन में अध्ययन किया है। और, आप इतनी ही संख्या में इस सूची में महात्मा गांधी से लेकर नेहरू तक के उन महान नेताओं को जोड़ सकते हैं, जिन्होंने ब्रिटेन में कभी अध्ययन किया था।

हमें निश्चय ही इस बात की खुशी है कि भारत के वर्तमान एवं पूर्ववर्ती नेताओं ने शिक्षा पाने के लिए ब्रिटेन को चुना। हम चाहते हैं कि भारत के भावी नेता भी यही सशक्त विकल्प चुनें। और, यह एक विकल्प है क्योंकि दुनिया में बदलाव आ रहे हैं और स्वयं भारत एवं अन्य देश भी अच्छी शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसलिए, हमारे अन्य प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में युवा भारतीयों को अपने अध्ययन के लिए ब्रिटेन को क्यों चुनना चाहिए? शिक्षा के लिए ब्रिटेन को चुनने के लिए मैं यहां सर्वाधिक दस महत्वपूर्ण कारणों के बारे में बतला रहा हूं।

  1. गुणवत्ता ब्रिटिश शिक्षा विश्व में उत्कृष्ट है। क्यूएस संगठन द्वारा दुनिया के विश्वविद्यालयों की नवीनतम रैंकिंग के अनुसार विश्व के 6 शीर्ष विश्वविद्यालयों में से 4 ब्रिटेन में हैं। और, विश्व के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में से 18 शीर्ष विश्वविद्यालय ब्रिटेन में हैं।

  2. विकल्प ब्रिटेन में आप किसी भी स्थान पर किसी भी विषय का अध्ययन कर सकते हैं। ब्रिटेन में उच्च शिक्षा के 300 से भी अधिक संस्थान हैं। इनमें हजारों विभिन्न पाठ्यक्रमों का अध्ययन कराया जाता है। यदि आप ब्रिटेन में अध्ययन नहीं कर सकते तो आप किसी भी सूरत में अध्ययन नहीं करना चाहेंगे।

  3. मान्यता ब्रिटेन की अर्हता पूरी दुनिया में इस बात की पुष्टि माना जाता है कि इसके धारक ने उच्च कोटि की शिक्षा प्राप्त की है। यह वैश्विक सफलता का वह पासपोर्ट है, जिसकी प्रत्येक युवा भारतीय आकांक्षा रखता है।

  4. जीवनशैली रहने के लिए ब्रिटेन एक शानदार स्थान है। ब्रिटेन ने नवीनतम सॉफ्ट पॉवर की सूची में देश के रूप में शीर्ष स्थान पाया है, जो अन्य लोगों के लिए सर्वाधिक आकर्षक है। यह सराहना हासिल करने के कारकों में जयंती एवं ओलम्पिक्स, पॉप म्यूजिक, फिल्म (जेम्स बॉन्ड), विदेशी छात्रों की संख्या, ब्रिटेन में जीवन स्तर और यहां तक कि हमारे व्यंजन भी शामिल हैं। और, खेलों को न भूलें : ब्रिटेन भारत के पसंदीदा खेल- क्रिकेट का जन्म स्थल है।

  5. क्योंकि यहां घर जैसा महसूस होता है ब्रिटेन में 15 लाख से भी अधिक भारतीय मूल के लोग रहते हैं। ब्रिटेन आने वाले लगभग प्रत्येक व्यक्ति के वहां मित्र और परिवारजन होंगे। और, ब्रिटेन में चीनी राष्ट्रीयता के अपवाद को छोड़कर किसी भी अन्य राष्ट्रीयता की तुलना में अधिक भारतीय छात्र हैं। इसलिए, आप ब्रिटेन में जहां-कहीं जाएं तो यह घर आने जैसा लगता है।

  6. क्योंकि यह वैश्विक है विश्व में ब्रिटेन सर्वाधिक विविधता भरा देश है। हमारे यहां प्रत्येक देश के छात्र हैं : इनमें से 500,000 विदेशी छात्र किसी भी समय ब्रिटेन में रहते हैं। अपने भारतीय साथियों की तरह वे उत्कृष्ट एवं अति-प्रतिभाशाली हैं। भारतीय बहुत अधिक नेटवर्कर्स होते हैं। नेटवर्क कुशलता के साथ!

  7. क्योंकि हम अंग्रेजी में संवाद करते हैं मतलब यह है कि आप भाषा पर नहीं, बल्कि अध्ययन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। और, आपके सफल करियर की संभावनाएं अधिक होंगी। शोध दर्शाता है कि जो व्यक्ति उत्कृष्ट अंग्रेजी बोलते हैं - जो ब्रिटेन में अध्ययन करने वालों के लिए एक लाभप्रद बात है - उन्हें ऊंचा वेतन मिलता है और वे उन व्यक्तियों की तुलना में अधिक वरिष्ठ पदों पर पहुंचते हैं, जो अंग्रेजी भाषा में कमजोर हैं।

  8. कम खर्च पर अधिक फायदा उच्च कोटि के शिक्षा संस्थानों वाले अन्य देशों की तुलना में अध्ययन की दृष्टि से ब्रिटेन महंगा नहीं है। विश्वविद्यालय की फीस की दृष्टि से अमेरिका की तुलना में ब्रिटेन सस्ता है। और, अवधि की दृष्टि से अमेरिकी डिग्रियों की तुलना में ब्रिटिश डिग्रियों की अवधि आम तौर पर कम होती है : चार साल नही, बल्कि तीन साल। इस प्रकार, आप अपनी डिग्री के लिए कम राशि खर्च करते हैं। और, डिग्री मिलने के बाद आपके द्वारा अधिक कमाने की संभावना होती है। शोध दर्शाता है कि ब्रिटेन में शिक्षित विदेशी छात्र उन छात्रों की तुलना में ज्यादा अच्छा वेतन प्राप्त करते हैं, जिन्होंने अपने देश में शिक्षा प्राप्त की है। इसलिए, आपके द्वारा ब्रिटेन में शिक्षा पाने पर किया गया खर्च एक बेहतरीन निवेश हैं।

  9. हम मदद की पेशकश करते हैं क्षमतावान भारतीयों के लिए ब्रिटेन में सैकड़ों छात्रवृत्ति योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनकी विश्वविद्यालयों, निजी फाउंडेशनों और स्वयं ब्रिटेन सरकार द्वारा पेशकश की जाती हैं। हमें अग्रणी लोगों को दी जाने वाली अपनी प्रतिष्ठित चीवनिंग स्कालरशिप्स पर गर्व है, जिसके जरिए प्रतिवर्ष लगभग 60 भारतीय ब्रिटेन में आते हैं। और, हमने इस वर्ष ब्रिटेन में मास्टर्स पाठ्यक्रम के लिए 60 नई जुबली स्कालरशिप्स प्रदान की हैं। अन्य कईं छात्रवृत्तियां भी है – कृपया ब्रिटिश काउंसिल की वेबसाइट देखें।

  10. वीजा पाना कोई समस्या नहीं वाकई में। हमारी छात्र वीजा व्यवस्थाओं के बारे में विभिन्न भ्रांतियां प्रचलित हैं। मैं इनके बारे में हकीकत बतलाता हूं।

भ्रांति एक:

ब्रिटेन अपने यहां विदेशी छात्रों को नहीं चाहता। यह गलत धारणा है। हम ब्रिटेन में आव्रजकों की कुल संख्या में कटौती के प्रति कृत-संकल्प हैं और हम बोगस कॉलेजों एवं फर्जी छात्रों के साथ सख्ती से निपट रहे हैं। लेकिन, हमने उन वास्तविक छात्रों की संख्या की सीमा तय नहीं की है, जो ब्रिटेन आ सकते हैं। कोई सीमा तय नहीं की है। ब्रिटेन वाकई में अपने यहां बड़ी संख्या में उत्कृष्ट एवं बेहतरीन प्रतिभाओं को आकर्षित करना चाहता है : यह हमारे शिक्षा क्षेत्र, हमारी अर्थव्यवस्था और विश्व में हमारे स्थान की दृष्टि से अच्छा है। उत्कृष्ट एवं बेहतरीन प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए विश्व में प्रतिस्पर्धा हो रही है। यदि आप इस श्रेणी में हैं तो हम चाहेंगे कि आप ब्रिटेन में आएं। इसलिए, यदि आप एक वास्तविक छात्र हैं और किसी वास्तविक ब्रिटिश संस्थान में अध्ययन के लिए जा रहे हैं तो आपको अपना वीजा मिलेगा।

भ्रांति दो:

वीजा पाना कठिन है। यह गलत धारणा है। हमने आवेदन का तरीका आसान किया है : किसी भी अन्य प्रतिस्पर्धी देश की तुलना में भारत में हमारे अधिक आवेदन केंद्र हैं। और, हम उन अधिकतर भारतीयों को हां कहना पसंद करते हैं, जो छात्र वीजा के लिए आवेदन करते हैं। पिछले साल के दौरान हमने भारत में 30,000 छात्र वीजा जारी किए थे और आवेदकों में से 75 प्रतिशत व्यक्ति वीजा पाने में सफल रहे।

भ्रांति तीन :

ब्रिटेन में अध्ययन के बाद आप कार्य नहीं कर सकते। यह फिर गलत धारणा है। हम जानते हैं कि अध्ययन के बाद कार्य करना भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इनमें से अनेक ने ब्रिटेन में अपने अध्ययन के खर्च के लिए ऋण ले रखा होता है और बाद में उसे चुकाना आवश्यक है। दरअसल, हमने उस व्यवस्था को बंद कर दिया है, जिसके तहत कम वेतन वाला कार्य करने के लिए विदेशी छात्र ब्रिटेन में रह सकते थे, लेकिन हमने सोच-समझ कर अध्ययन के बाद भारतीयों और अन्य व्यक्तियों द्वारा ब्रिटेन में कार्य करने की योग्यता बनाए रखी है, बशर्ते वे ग्रेजुएट लेवल की नौकरी प्राप्त करें। इस तरह आप न्यूनतम तीन साल तक ब्रिटेन में रह कर कार्य कर सकते हैं और आगे तीन साल का विस्तार मिलने की संभावना रहेगी।

इस प्रकार, मेरा संदेश सीधा-सादा है : ब्रिटिश शिक्षा उच्च कोटि की है और जो भारतीय ब्रिटेन में अध्ययन का फैसला करते हैं, उन्हें यह प्रिय लगेगी।

लेकिन मैं कहूंगा कि, क्या मैं नहीं कहूंगा? इसलिए, इस सिलसिले में मेरे शब्दों पर यकीन न करें। मेरे शब्दों के बजाए अंतर्राष्ट्रीय छात्र बैरोमीटर के शब्दों पर यकीन करें, जो विदेशी छात्रों का एक वार्षिक सर्वेक्षण है। इस वर्ष का सर्वेक्षण यह दर्शाता है कि पांच विदेशी छात्रों में चार छात्रों से भी अधिक (81 प्रतिशत) ब्रिटिश विश्वविद्यालय के जीवन को पसंद करते हैं और ब्रिटेन में अध्ययन के सभी पहलुओं में संतुष्टि का स्तर पहले से ही अच्छा है, जो पिछले सालों में बढ़ा है।

इसलिए, यदि आप एक युवा भारतीय के नाते अपने भविष्य के बारे में सोच रहे हैं तो ब्रिटेन में अध्ययन करने पर सोचें। हम अति-प्रतिभाशाली व्यक्तियों को उत्कृष्टता की पेशकश करते हैं : भारत के सर्वाधिक प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए विश्व में सर्वोत्कृष्ट शिक्षा। हम आपसे ब्रिटेन में मिलने की आशा करते हैं। यह अब तक का आपका उत्कृष्ट फैसला होगा।

प्रकाशित 23 November 2013
पिछली बार अपडेट किया गया 15 May 2013 + show all updates
  1. First published.

  2. Added Hindi translation