भाषण

ब्रिटेन की रचनात्मक तकनीक नवोन्मेष प्रणाली की खोज

ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त डोमिनिक मैकलिस्टर के 21 जनवरी को दिए गए अभिभाषण की अनूदित प्रति।

Dominic McAllister

बंगलुरु में ब्रिटिश उपउच्चायोग की ओर से “ब्रिटेन की रचनात्मक तकनीक नवोन्मेष प्रणाली की खोज” में आपका स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है।

यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट, जिसने आज की रात इसे आयोजित किया है, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अग्रणी स्थान रखते हैं। वे उद्योग हेतु ब्रिटिश सरकार की रणनीति के तौर पर वैश्विक सफलता हेतु ब्रिटेन में स्थापित व्यवसायों की सहायता करते हैं। यूकेटीआई के कार्य ब्रिटिश सरकार के विस्तृत लक्ष्यों के अनुरूप हैं:

  • ब्रिटेन में व्यवसाय और निवेश लाभों के प्रति जागरुकता का निर्माण करना;
  • वैश्विक निर्यात तथा निवेश बाजार में ब्रिटेन की एक बड़ी भागीदारी सुनिश्चित करना; तथा
  • घरेलू तथा विदेशी दोनों प्रकार के व्यावसायिक वातावरण को प्रभावित करना।

आज का आयोजन ब्रिटेन में नवोन्मेषी वातावरण की तलाश करने के लिए, तथा खासतौर से इसके लिए है कि किस प्रकार विश्वस्तरीय रचनात्मक उद्यम तथा उभरती डिजिटल प्रौद्योगिकी का संयोजन नए स्वरूप, मंच और व्यावसायिक मॉडलों को प्रेरित कर रहा है।

रचनात्मक उद्यमों के अंदर उत्पादन प्रक्रियाएं प्रायः अंतर्राष्ट्रीय रूप से वितरित होती हैं…. और यही वजह है कि एक ब्रिटेन / भारत धुरी उभर रही है। नए साझा मंच, जिसमें ऑनलाइन, मोबाइल और सोशल मीडिया भी सम्मिलित है, रचनात्मक व्यवसायों के लिए बाजार के अवसर तथा प्रत्यक्ष ग्राहक संबंध निर्मित कर रहे हैं।

आज की रात हमारा कार्यक्रम इनपर केंद्रित होगा:

  • डिजिटल का प्रभाव;
  • अगली पीढ़ी के उपकरण जो वैश्विक उत्पादन तथा वितरण को प्रभावित करते हैं; तथा
  • रचनात्मक उद्यमों में डिजिटल क्रांति के परिणामस्वरूप ब्रिटेन में के बाजार को मिलनेवाले नए अवसर।

हम इसकी भी तलाश करेंगे कि इन त्वरित परिवर्तनों से लाभ उठाने के लिए किस प्रकार भारतीय कंपनियों का सहयोग लिया जा सकता है जिससे नए वाणिज्यिक अवसर पैदा होंगे।

बाद में आप इन अग्रणी रचनात्मक कंपनियों को सुनेंगे: टेक्नीकलर, एडोब, टाटा एलेक्सी और ब्रिटेन में रचनात्मक उद्यम नॉलेज ट्रांसफर नेटवर्क (केटीएन) जिनपर शायद भारत/ ब्रिटेन के संपर्कों की अगली पीढ़ी निर्भर करती है, और जहां रचनात्मक प्रौद्योगिकी के भावी रुझान हमारा मार्गदर्शन करते हैं। हमारे पास एक प्रतिष्ठित पैनल है….. ब्रिटेन में डिजिटल अर्थव्यवस्था में नवोन्मेष प्रेरित वैश्विक संवृद्धि के केंद्र में है। उसके इस स्थान को एक विस्तृत प्रतिभा आधार तथा सुस्थापित डिजिटल केंद्रों का समर्थन प्राप्त है। ब्रिटेन की रचनात्मकता, जो व्यवसाय करने की सुविधा के साथ है, ने दुनिया के कुछ सबसे बड़े डिजिटल खिलाड़ियों को निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया है। गूगल, फेसबुक, अमेजन इन सभी ने हाल ही में ब्रिटेन में शोध तथा विकास केंद्र स्थापित किए हैं।

मैं आपको ब्रिटिश प्रस्ताव के कुछ मुख्य तथ्यों के बारे में बताना चाहूंगा:

  • 2012/13 में ब्रिटेन में के रचनात्मक उद्योगों का सकल मूल्य वर्धन 76.9 बिलियन पौंड था- एक घंटे में 8.8 मिलियन पौंड सृजित हुए;
  • ब्रिटेन में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्वायत्त टेलीविजन प्रोडक्शन क्षेत्र है और यह दुनियाभर में संगीत का भी दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है;
  • ब्रिटेन में विज्ञापन व्यय 2014 में 5.8 प्रतिशत बढ़कर 18.6 बिलियन पौंड तक पहुंच गया है;
  • ब्रिटेन के ग्राहकों ने 2014 में वीडियो गेम सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर तथा उपकरणों पर 3.94 बिलियन पौंड खर्च किए हैं;
  • ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में ब्रिटेन के फैशन उद्योग का योगदान प्रतिवर्ष 26 बिलियन पौंड तक का है;
  • ब्रिटेन दुनिया में किताबों का सबसे बड़ा निर्यातक है;
  • रचनात्मक क्षेत्र कर छूट से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को प्रतिवर्ष 6 बिलियन पौंड से ज्यादा का रिटर्न हासिल होता है।

यूकेटीआई से कैसे सहायता मिल सकती है?

  • विशेषज्ञता तथा विशेषज्ञों के साथ यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट, आपको विश्वस्तर पर स्पर्धा के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान कर सकता है।
  • हम ब्रिटेन में आपकी कंपनियों की स्थापना और परिचालन के लिए त्वरित सहायता उपलब्ध कराते हैं।
  • हम कई प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराते हैं, जिनमें: बाजार अवसरों तक पहुंच, संपर्क बनाना, कर सहायता, आव्रजन सहायता, तथा ब्रिटेन में कुशल कर्मचारियों की बहाली सम्मिलित है। ये सभी सेवाएं आधारभूत, उच्च पेशेवर तथा शुल्कमुक्त हैं।
  • एक बार जब कंपनियां ब्रिटेन में स्थापित हो जाती हैं, हमारी रणनैतिक संपर्क प्रबंधन टीम यह सुनिश्चित करती है कि उनका निवेश सफल हो तथा उनके सामने आनेवाली किसी भी चुनौती का सामना कर सके। बड़े अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को ब्रिटेन में सरकार के मंत्री से संपर्क प्रबंधन मिल सकता है। हम यह भी सुनिश्चित करते हैं कि आगत निवेशकों के बारे में पूरी सरकार को जानकारी रहे और एक संपूर्ण सरकारी प्रयास हो, जिसके तहत आगत निवेशकों के सामने आनेवाली किसी भी चुनौती या मुद्दे का समाधान किया जा सके।

ब्रिटेन में भारतीय कंपनियों के लिए यूरोप में निवेश के लिए पसंदीदा देशों में पहले स्थान पर है:

  • 800 से ज्यादा भारतीय कंपनियां ब्रिटेन से परिचालित होती हैं।
  • 2014-15 में, परियोजनाओं की संख्या के संदर्भ में, भारत ब्रिटेन में तीसरा सबसे बड़ा आगत निवेशक रहा।122 भारतीय कंपनियों ने ब्रिटेन में अपने कार्यालय स्थापित किए अथवा अपने मौजूदा परिसरों का विस्तार किया।
  • रचनात्मक भारतीय कंपनियां, जैसे टाटा एलेक्सी, रिलायंस एंटरटेनमेंट, प्राइम फोकस, विस्तार, टूंज एनीमेशन, डीक्यू एंटरटेनमेंट्स, तथा जी टीवी, ये सभी ब्रिटेन में मौजूद हैं।

प्रधानमंत्री श्री मोदी तथा श्री कैमरन द्वारा हाल में शुरू “ब्रिटेन / भारत ग्रेट फॉर कॉलब्रेशन” अभियान से नई भागीदारियों को प्रेरणा मिलेगी तथा भारत के लिए ब्रिटेन में की प्रतिबद्धता के स्तर पर व्यापक जागरुकता को प्रोत्साहन प्राप्त होगा। इसका उद्देश्य हमारे दोनों देशों के बीच व्यवसाय के स्तर में वृद्धि करना है। यह अभियान भारत तथा ब्रिटेन में दोनों देशों के बीच परस्पर लाभ के क्षेत्रों, जैसे ऊर्जा, स्वास्थ्य, आधुनिक विनिर्माण, वित्तीय सेवाएं तथा अवसंरचना क्षेत्रों में सहयोग को प्रोत्साहित तथा प्रदर्शित करता है।

मैं अब आपके साथ एक बड़ा परिदृश्य साझा करने के लिए एक वीडियो प्रदर्शित करना चाहता हूं।

आपका शुक्रिया और मुझे आशा है कि यह शाम आप सब के लिए फलदायी होगी।

प्रकाशित 21 January 2016