अंतरिक्ष के क्षेत्र में ब्रिटेन और भारत
इस कार्यशाला का आयोजन संयुक्त रूप से यूके साइंस एंड इनोवेशन नेटवर्क, यूके स्पेस एजेंसी, यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट, ध्रुव स्पेस एंड एक्सीलेरेटर इंडिया द्वारा 10 मार्च, 2015 को बंगलुरु में किया गया।
दस्तावेज़
विवरण
प्रस्तावना
यूके साइंस एंड इनोवेशन नेटवर्क (यूकेएसआईएन), यूके स्पेस एजेंसी, यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट (यूकेटीआई), ध्रुव स्पेस एंड एक्सीलेरेशन इंडिया द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य था, अंतरिक्ष के क्षेत्र में ब्रिटिश तथा भारतीय निवेशकों के बीच वाणिज्यिक संभावनाओं को बढ़ावा देना। इस कार्यशाला की शुरुआत डॉ. उदय फडके, कार्यकारी अध्यक्ष, एक्सीलेरेटर इंडिया द्वारा, इस अद्भुत क्षेत्र में वाणिज्यिक सौदे उपलब्ध कराने के लिए एक आधार के तौर पर दोनों देशों के बीच सहभागिता के नए तरीकों की खोज के लिए रिफ्स्ट्रीम#कार्यप्रणाली का उपयोग करते हुए किया गया।
RiffStream#Bangalore-III (रिफस्ट्रीम#बंगलुरु-III) हेतु मुख्य रूप से तेजी से विकसित हो रहे भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के वातावरण के एक विस्तृत समझौते की तैयारी, तथा इसके अंतर्गत वास्तविक वाणिज्यिक अवसरों की पहचान पर ध्यान दिया गया। इसे प्राप्त करने के लिए, संपूर्ण ब्रिटिश-भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र की मूल्य-श्रृंखला के सभी निवेशक, जिसके अंतर्गत ऊपरी क्षेत्र के “उपग्रह डिजाइन तथा निर्माण, प्रक्षेपण अवसंरचना, मध्य- क्षेत्र के, “उड़ान प्रबंधन, नियंत्रण तथा प्रणालियां, तथा निम्न-क्षेत्र के “उपयोग तथा सेवाएं, क्षेत्रों से जुड़े निवेशक भी शामिल थे।