Policy paper

Programme of cultural cooperation between the Government of the Republic of India and His Majesty's Government of the United Kingdom of Great Britain and Northern Ireland for the years 2025 to 2030 (Hindi version)

Published 5 June 2025

भारत गणराज्य की सरकार और ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड के यूनाइटेड किंगडम की महामहिम सरकार, जिसे इसके पश्‍चात ‘प्रतिभागी’ और सामूहिक रूप से ‘प्रतिभागी’ कहा जाएगा;

  • दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को सुदृढ़ और सशक्‍त करने, अपने लोगों की आपसी समझ को गहन करने और सांस्कृतिक सहयोग और आदान-प्रदान को प्रोत्‍साहित करने की उनकी पारस्परिक इच्छा से प्रेरित होकर;

  • यह स्वीकार करते हुए कि इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच पिछले समझौते सफल रहे हैं और इनसे यूके-भारत के सांस्कृतिक संबंध सुदृढ़ हुए हैं;

  • सांस्कृतिक क्षेत्रों में बेहतर परस्‍पर समझ को बढ़ावा देने की इच्छा रखते हुए,

निम्नानुसार सहमति हुई है:

I. उद्देश्य

  • क.  कला और संस्कृति के क्षेत्र में दोनों देशों के लोगों के बीच परस्‍पर समझ और सहयोग को सुविधाजनक बनाना;

  • ख. संस्कृति के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच प्रवासी संबंधों को सुदृढ़ करना और समर्थन देना, सांस्‍कृतिक आदान-प्रदान करने के लिए विशेष रूप से युवा लोगों और उभरते कला क्षेत्रों सहित पहले से मौजूद सांस्‍कृतिक संबंधों को बढ़ाने और सामाजिक समावेशन के लिए मूल्‍यों को साझा करने के लिए प्रवासी समुदायों और हाशिए पर पड़े समुदायों के साथ कार्य करना। 

II. सहयोग के क्षेत्र

सांस्कृतिक क्षेत्रों में प्रतिभागियों के बीच सहयोग और आदान-प्रदान को बढ़ाना जिसमें निम्नलिखित क्षेत्रों में संग्रहालय, विरासत, फिल्म, रंगमंच और मंच कला, महोत्‍सव, शिल्प, संगीत, साहित्य, प्रकाशन और अनुवाद, दृश्य कला, डिजाइन, अभिलेखागार और पुस्तकालय जो इन्हीं तक सीमित नहीं हैं, शामिल हैं;

1. डिजिटल प्रौद्योगिकी 

संग्रहों के डिजिटलीकरण के साथ संग्रहालयों, अभिलेखागारों, पुस्तकालयों और दीर्घाओं का रखरखाव और उनकी सहायता करना तथा सूचना-साझाकरण पहलों का समर्थन करना; नई डिजिटल प्रौद्योगिकियों के लाभों और अवसरों को पहचानना, संस्कृति के संवर्धन, शोध कार्य और परिरक्षण के लिए नए डिजिटल सहयोग कार्यों की खोज करना, ऐसी संयुक्त परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने का प्रयास करना जो संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल क्षमताओं की समझ में सुधार लाएंगे, और वैश्विक डिजिटल संस्कृति की प्रस्‍तुति में विद्यमान अंतराल को भरने के लिए मिलकर काम करना;

2. प्रदर्शनियां और संग्रह

  • (क) ऐसी संयुक्त परियोजनाओं और प्रदर्शनों को मिलकर प्रोत्साहित करना जो संग्रहालय और पुस्तकालय प्रबंधन, संरक्षकीय विशेषज्ञता, विपणन कार्यनीतियों, संचार और मीडिया संबंधों, दर्शकों की पहुंच और अन्य संबंधित अंतरराष्‍ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं में सुधार लाएंगे;

  • (ख) नई डिजिटल प्रौद्योगिकियों और ऑनलाइन संग्रहों सहित क्यूरेशन, संरक्षण, संग्रह और भंडार प्रबंधन जैसे प्रमुख संग्रहालय तथा पुस्तकालय कार्यकलापों के संबंध में एक-दूसरे के साथ तकनीकी सहयोग करने के साथ-साथ विशेषज्ञता साझा करने का प्रयास करना;

3. प्रदर्शन और कार्यक्रम

दोनों देशों में कार्यकलापों में कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने का प्रयास करना ताकि विशेष कार्यक्रमों और आदान-प्रदान कार्यक्रमों सहित अपने-अपने कार्यक्रमों में दूसरे देश के कलाकारों की उपलब्धियों और प्रदर्शनों को शामिल किया जा सके, विशेष रूप से दोनों देशों में प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान तथा विरासत कलाकृतियों को अल्पकालिक ऋण के रूप में दिया जा सके, तथा कार्यक्रम आयोजकों और अपने-अपने देशों में संबंधित सांस्कृतिक प्राधिकारियों के बीच संपर्क को सुगम बनाना;

4. सांस्कृतिक संपत्ति

  • (क) राष्ट्रीय संरक्षण संस्थाओं के बीच सहयोग और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करके तथा संरक्षण कौशल वाले संगठनों को सहायता प्रदान करके अपनी-अपनी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में एक-दूसरे के साथ सहयोग करने का प्रयास करना;

  • (ख) सांस्कृतिक संपत्ति की अवैध तस्करी के विरुद्ध लड़ाई को सुदृढ़ करने, अवैध रूप से तस्करी की गई यथा प्रासंगिक सांस्कृतिक संपत्ति को वापस लाने के लिए की गई प्रतिबद्धताओं को दोहराना, तथा राष्ट्रीय कानून और संबंधित यूनेस्को कंवेंशनों के अनुरूप सांस्कृतिक कूटनीति और अंतर-सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सुदृढ़ करने के उद्देश्य के साथ उस प्रयास में निरंतर संवाद और कार्रवाई का आह्वान करना;

5. स्थिरता

वैश्विक जलवायु परिवर्तन को दृष्टिगत रखते हुए सांस्कृतिक क्षेत्र में अनवरत सक्रियता को बढ़ावा देना और इस क्षेत्र में बहुपक्षीय प्रयासों का एक साथ मिलकर समर्थन करना, साथ ही सभी रूपों में सांस्कृतिक विरासत में निहित विश्व की सांस्कृतिक विविधता की सुरक्षा और संवर्धन के लिए कार्रवाई को सुदृढ़ करना;

III. अन्य क्षेत्र

तथा सहयोग के अन्य क्षेत्र जिन पर प्रतिभागी उपयुक्त समझते हुए सहमत होंगे। 

IV. कार्यान्वयन

  • क. सांस्कृतिक सहयोग के इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए प्रतिभागी निम्नलिखित को नामोद्दिष्‍ट करेंगे:

    • i. ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड के यूनाइटेड किंगडम की ओर से: संस्कृति, मीडिया और खेल विभाग के सहयोग से नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश काउंसिल डिवीजन, उच्चायोग मुख्य कार्यान्वयन निकाय के रूप में,
    • ii. भारत गणराज्य की ओर से संस्कृति मंत्रालय और यूके स्थित भारतीय मिशन का सांस्कृतिक केंद्र ख. दोनों पक्ष निम्नलिखित माध्यमों से सहयोग कार्यों को कार्यान्वित करेंगे:
  • विभिन्न सांस्कृतिक क्षेत्रों के पदाधिकारियों और विशेषज्ञों का पारस्परिक आदान-प्रदान;

    • i. विभिन्न सांस्कृतिक क्षेत्रों के पदाधिकारियों और विशेषज्ञों का पारस्परिक आदान-प्रदान;
    • ii. दोनों पक्षों के सांस्कृतिक क्षेत्र के पेशेवरों और कलाकारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और संगोष्ठियों तथा/या आदान-प्रदान कार्यक्रमों की सुविधा प्रदान करना;
    • iii.संगठन’ के अंतर्गत सूचीबद्ध संगठनों के माध्यम से;
    • iv. दोनों पक्षों द्वारा सहमत कोई अन्य माध्‍यम।

V. संगठन

यूनाइटेड किंगडम की ओर से संगठन और संस्थाएँ भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाने वाले यथा उपयुक्‍त भारतीय राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग की संभावनाओं पर विचार कर सकती हैं। यूके संस्कृति, मीडिया और खेल विभाग के संबंधित निकायों/संगठनों की निम्‍नलिखित इकाइयां शामिल हो सकती हैं तथापि ये इन्‍हीं तक सीमित नहीं होंगी:

  • आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड
  • ब्रिटिश लाइब्रेरी
  • ब्रिटिश संग्रहालय
  • प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय
  • विज्ञान संग्रहालय समूह
  • विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय

इसके अतिरिक्त, अन्य संगठन नेटवर्क, साझेदारी और सहयोग के माध्यम से दूसरे पक्ष के अपने समकक्षों के साथ संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाएं खोजने के लिए कार्य करना जारी रख सकते हैं। ब्रिटिश काउंसिल भारत के साथ सांस्कृतिक संबंधों पर वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के न्‍यायगत प्रशासनों के साथ भी कार्य जारी रखेगी।

VI. विवाद

इस पीओसी की व्याख्या या कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले दोनों पक्षों के बीच किसी भी विवाद को राजनयिक चैनलों के माध्यम से प्रतिभागियों के बीच परामर्श या बातचीत द्वारा सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया जाएगा।

VII. संशोधन

सांस्कृतिक सहयोग के इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों की आपसी लिखित सहमति से किसी भी समय संशोधन किया जा सकता है। ऐसा कोई भी संशोधन सांस्कृतिक सहयोग के इस कार्यक्रम का अभिन्न अंग होगा।

VIII. प्रभाव, अवधि और समाप्ति

  • (क) यह सांस्कृतिक सहयोग कार्यक्रम हस्ताक्षर की तिथि से प्रभावी होगा तथा पांच वर्षों की अवधि तक प्रभावी रहेगा तथा प्रतिभागियों की लिखित सहमति से इसे पांच वर्षों की अगली अवधि के लिए नवीनीकृत किया जा सकता है।

  • (ख) कोई भी प्रतिभागी सांस्कृतिक सहयोग के इस कार्यक्रम को समाप्त करने की इच्छित तिथि से छह महीने पहले राजनयिक चैनलों के माध्यम से दूसरे प्रतिभागी को अपने सांस्कृतिक सहयोग के इस कार्यक्रम को समाप्त करने के इरादे की लिखित सूचना देकर किसी भी समय इसे समाप्त कर सकता है।

  • ग. जब तक कि प्रतिभागियों द्वारा संयुक्त रूप से अन्यथा निर्णय न लिया जाए, इस सांस्कृतिक सहयोग कार्यक्रम की समाप्ति से सांस्कृतिक सहयोग कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे कार्यक्रमों या परियोजनाओं के पूरा होने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

जिसके साक्ष्य स्वरूप, नीचे हस्ताक्षरकर्ताओं ने अपनी-अपनी सरकारों द्वारा विधिवत रूप से प्राधिकृत होकर इस सांस्कृतिक सहयोग कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए हैं। 2 मई, 2025 को नई दिल्ली में हिंदी और अंग्रेजी भाषा में दो मूल प्रतियों में हस्ताक्षरित, दोनों पाठ समान रूप से प्रामाणिक हैं। व्‍याख्‍या में किसी भी प्रकार के मतभेद की स्थिति में अंग्रेजी पाठ मान्य होगा।

भारत गणराज्य की सरकार की ओर से

नाम: गजेन्‍द्र सिंह शेखावत

पदनाम: संस्‍कृति मंत्री

ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की यूनाइटेड किंगडम सरकार की ओर से

नाम: लीज़ा नैंडी

पदनाम: संस्‍कृति, मीडिया और खेलकूद राज्‍य सचिव