विश्व की समाचार कथा

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त बनने का मौका

ब्रिटिश उच्चायोग (बीएचसी) 18-23 वर्ष की आयु की भारतीय महिलाओं को "एक दिन के लिए उच्चायुक्त" बनने के लिए आमंत्रित कर रहा है - ब्रिटेन के सबसे बड़े विदेशी नेटवर्क को जानने-देखने का अवसर।

HC for a Day

विजेता को ब्रिटिश-भारतीय कार्यों की एक विस्तृत श्रृंखला को देखने का, कोविड-19 के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिक्रिया पर चर्चा करने का, वरिष्ठ हितधारकों और भागीदारों के साथ मिलने का, और एक नया बीएचसी जेंडर चार्टर की शुरुआत करने का अवसर प्राप्त होगा।

“एक दिन के लिए उच्चायुक्त” प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए, “कोविड -19 के युग में लैंगिक समानता के लिए आप क्या वैश्विक चुनौतियाँ और अवसर देखते हैं” के बारे में कृपया एक मिनट का वीडियो रिकॉर्ड करें और करें। वीडियो को ट्विटर, फेसबुक या इंस्टाग्राम पर “@UKinIndia” टैग करके और हैशटैग “#DayoftheGirl” का उपयोग करते हुए पोस्ट किया जाना चाहिए। आवेदन की अंतिम तिथि 13 सितंबर, 2020 है।

एक्टिंग उच्चायुक्त जेन थॉम्पसन ने कहा:

मुझे चौथी बार एक दिन के लिए उच्चायुक्त प्रतियोगिता की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यूनाइटेड किंगडम के लिए दुनिया भर में महिलाओं और लड़कियों का सशक्तीकरण एक सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम दुनिया भर की सरकारों और साझेदारों के साथ जिसमे भारत भी शामिल है, काम करना जारी रखते हैं।

इस प्रतियोगिता का उद्देश्य हमारी युवा महिलाओं को एक मंच प्रदान करना है जिससे की वो उस दुनिया को आकार दे सके जिसमें हम रहते हैं। मैं विगत वर्षों में पूरे भारत से प्राप्त शानदार प्रविष्टियों से प्रेरित हूं और इस साल और अधिक प्रविष्टियाँ देखने के लिए उत्सुक हूं।

ब्रिटिश उच्चायोग ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (जो 11 अक्टूबर को मनाया जाता है) का जश्न मनाने के लिए 2017 से प्रति वर्ष “एक दिन के लिए उच्चायुक्त” प्रतियोगिता का आयोजन किया है, जिसका मकसद अगली पीढ़ी की महिलाओं को नेता और नेतृत्वकर्ता के रूप में सशक्त करना, और दुनिया भर की महिलाओं और लड़कियाँ जो अभी भी कुछ चुनौतियों का सामना कर रही है उसको उजागर करना है।

अन्य जानकारी

‘एक दिन के लिए उच्चायुक्त’ प्रतियोगिता देश भर में 18-23 वर्ष की महिलाओं के लिए उपलब्ध है। कोविड -19 में आवश्यक स्वास्थ्य और सुरक्षा सावधानियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष के प्रतियोगिता के विजेता को एक वर्चुअल कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि 13 सितंबर 2020 है।

पिछले साल की प्रतियोगिता को गोरखपुर, उत्तर प्रदेश की एक जनसंचार छात्रा 22 वर्षीय आयशा खान ने जीता था। “एक दिन के लिए उच्चायुक्त” के रूप में उन्होंने ब्रिटिश काउंसिल के लैंगिक सकारात्मक भूमिकाओं को बढ़ावा देने के कार्यक्रम के बारे में जानने के लिए पीतमपुर के एपीजे स्कूल का दौरा किया; दिल्ली में अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं के साथ मुलाकात की, यह देखने के लिए कि स्व-रोजगार महिला संघ (सेवा) उनकी सहायता कैसे करती है और फेसबुक के GOAL कार्यक्रम के लाभार्थी के साथ चर्चा की मेजबानी की। उन्होंने व्यापार, विदेश नीति और नागरिक समाज के नेताओं के साथ मुलाकात की।

प्रतियोगिता के लिए नियम और शर्तें:

  • ब्रिटिश उच्चायोग की एक जूरी विजेता का चयन करेगी, जिसकी घोषणा 23 सितंबर तक @UKinIndia सोशल मीडिया चैनलों पर की जाएगी। प्रति प्रतिभागी से केवल एक प्रविष्टि स्वीकार की जाएगी। एक ही व्यक्ति से कई प्रविष्टियाँ अमान्य होगी। उच्चायोग का निर्णय अंतिम होगा और प्रतियोगिता से संबंधित कोई पत्राचार संभव नहीं होगा।

  • प्रतियोगिता में आवेदन करने से प्रतिभागी अपने वीडियो का कॉपीराइट स्वामित्व ब्रिटिश उच्चायोग नई दिल्ली (बीएचसी) को हस्तांतरित कर देते हैं। बीएचसी इन वीडियो का उपयोग अपने सामाजिक मीडिया चैनलों पर भविष्य के संचार के लिए सामग्री तैयार करने के लिए कर सकता है।

  • प्रतिभागियों को याद दिलाया जाता है कि वे अपने वीडियो, पोस्ट या ट्वीट में व्यक्तिगत विवरण साझा न करें। बीएचसी उन डेटा के लिए ज़िम्मेदार नहीं है जो प्रतिभागी इन प्लेटफार्मों पर सार्वजनिक करते हैं।

यूके और भारत एक दूसरे से सीख रहे हैं और अपनी विशेषज्ञता साझा कर रहे हैं ताकि महिलाएं और लड़कियां दुनिया भर में अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच सकें। भारत में यूके राज्य सरकारों, कानून लागू कराने वाली एजेंसियों, शिक्षा प्राधिकरणों और ब्रिटिश व्यवसायों के साथ लिंग समानता को बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलाकर काम कर रही है। वर्तमान में चल रहे संयुक्त कार्यक्रमों के उदाहरणों में शामिल हैं:

  • महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से ग्रामीण समुदायों में महिलाओं के बीच आर्थिक और जलवायु स्थायित्व में सुधार के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ काम करना।

  • ब्रिटिश काउंसिल सामाजिक-आर्थिक रूप से किनारा कर दिए गए किशोरियों के साथ अंग्रेजी, डिजिटल और नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए काम कर रही है।

  • वित्तीय और डिजिटल साक्षरता पर ध्यान देने वाले वित्तीय समावेशन कार्यक्रम ने 12 मिलियन भारतीय महिलाओं को आजीविका शुरू करने के लिए ऋण तक पहुंच प्रदान की है। परियोजनाओं ने महिलाओं के स्वामित्व वाले 10,000 छोटे व्यवसायों को स्थापित करने में मदद की है, 6,000 नौकरियां उपलब्ध कराएं हैं और 270 से अधिक छोटे उद्यमियों को सहायता प्रदान की है।

मीडिया

मीडिया पूछताछ के लिए, कृपया संपर्क करें:

सैली हेडली, संचार प्रमुख
प्रेस और संचार, ब्रिटिश हाई कमीशन,
चाणक्यपुरी, नई दिल्ली-110021
दूरभाष: 24192100; फैक्स: 24192400

मेल करें : अश्वमेघ बनर्जी

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प्रकाशित 28 August 2020