विश्व की समाचार कथा

ग्रेट टेक रॉकेटशिप्स इनिशिएटिव 2015 के विजेता

ग्रेट टेक रॉकेटशिप्स इनिशिएटिव की विजेता पांच कंपनियां भारत से हैं।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
GREAT Tech Rocketships initiative

प्रतियोगिता जीतने वाली आईसीटी कंपनियां जो 3 एफएस मापदंडों – अच्छे संस्थापक, मजबूत प्रशंसक आधार बेहतरीन वित्त प्राप्ति पर खरी उतरती हैं:

  • कॉन्ग्रुएंट सॉल्यूशंस प्रा. लि., चेन्नई
  • FRILP.com, चेन्नई
  • टोन टैग, बेंगलुरू
  • टैलव्यू, बेंगलुरू
  • अग्रिमा इनफोटेक प्रा.लि., कोच्चि

दुनिया को बदलने की आकांक्षा रखने वाले उद्यमियों की ओर से विचार और प्रविष्टियों के लिए वैश्विक आह्वान के साथ यह महत्वाकांक्षी प्रयास 20 जनवरी 2015 को शुरु किया गया था जिसका लक्ष्य भारत, ब्रिटेन और दुनिया भर में विचारशील असरदार उदीयमान कंपनियां हैं जो तेजी से आगे बढ़ती हुई ‘रॉकेटशिप’ बनने की क्षमता रखती हैं।

विजेताओं को यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट (यूकेटीआई) प्रतिनिधिमंडल के एक अंग के रूप में 3 मार्च 2015 को लंदन में आयोजित एक टेकहब डेमो नाइट में अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने तथा ब्रिटिश कार्यक्रम के एक अंग के रूप में मैनचेस्टर के मीडिया सिटी की यात्रा हेतु ब्रिटेन की यात्रा पर आमंत्रित किया गया। इस यात्रा से विजेताओं को स्थानीय तकनीकी वातावरण में घुलने-मिलने में सक्षम बनाया, दूसरे उद्यमियों से मिलने वित्तपोषण के विकल्पों की पहचान करने और उन बाजारों के लिए अनुकूल उत्पाद प्रस्तावित करने का अवसर मिला।

मुंबई के ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त एवं यूकेटीआई इंडिया के महानिदेशक कुमार अय्यर ने कहा:

मैं हमारे ग्रेट टेक रॉकेटशिप्स अभियान के पांच विजेताओं को बधाई देता हूं। प्राप्त 289 प्रविष्टियों में से सर्वोत्तम पांच को चुनना आसान काम नहीं था। यद्यपि, यात्रा यहीं खत्म नहीं हुई है। यह तो बस यूकेटीआई की सहायता से हमारे विजेताओं को दुनिया भर आगे लाने की एक रोमांचक यात्रा की शुरुआत भर है। इस प्रयास को सफल बनाने के लिए, जैसा कि यह रहा है, यूकेटीआई की ओर से मैं अपने अभियान साझेदारों टेकहब, iSPIRT और इंडिया एंजेल नेटवर्क को धन्यवाद देना चाहूंगा।

iSPIRT के सह-संस्थापक और गवर्निंग काउंसिल के सदस्य शरद शर्मा ने कहा:

व्यवसाय गंतव्य के रूप में ब्रिटेन में अवसरों की तलाश हेतु भारतीय कंपनियों के लिए ब्रिटेन में ग्रेट टेक रॉकेटशिप्स एक बेहतरीन मंच है। यह अनेक संसाधनों तक पहुंच उपलब्ध कराता है जो भारतीय कंपनियों को वैश्विक बनने में सहायता करते हैं। हमें उम्मीद है कि iSPIRT, यूकेटीआई और टेकहब के बीच साझेदारी भारत और ब्रिटेन में उद्यमी परिवेशों के बीच मजबूत संबंध विकसित करेगा। iSPIRT, यूकेटीआई और टेकहब के वालंटियरों और व्यक्तियों वाली बहुराष्ट्रीय टीम की सराहनीय प्रतिबद्धता के कारण रिकॉर्ड समय में इस प्रयास के पहले चरण को पूरा करना संभव हुआ।

टेकहब बेंगलुरू के सह-संस्थापक स्टीवर्ट नोऐक्स ने कहा:

यह एक अनोखा अनुभव था। दुनिया भर के उच्च क्षमतावान नवविकसित उद्यमों की ओर से जैसी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है उससे हम अभिभूत हैं। यह प्रक्रिया तेज गति वाली और असरदार है। समान मानसिकता वाले संगठनों में ऐसा शानदार सहयोग संपूर्ण टीम प्रयास के बिना हासिल करना संभव नहीं होता।

विजेताओं के उद्गार:

FRILP.com चेन्नई के संस्थापक और सीओओ सेंथिल कांथास्वामी ने कहा:

यूकेटीआई के टेक रॉकेटशिप के जरिए यूके स्टार्ट-अप ईको सिस्टम को गहराई से जानने का यह एक शानदार अनुभव था। ब्रिटेन से होकर दुनिया भर में फैलने के लिए भारतीय नव-प्रवर्तित उद्यमों के लिए उपलब्ध सहायता प्रणाली, निवेश के विकल्प और आधारभूत संरचना के बारे में हमने विस्तार से समझा और अन्य खिलाड़ियों के साथ सहभागिता की संभावनाओं की तलाश का अवसर पाया। एक नजर हमने मैनचेस्टर में स्थापित मीडिया सिटी को भी देखा और उस दर्शन से हम अत्यंत प्रभावित हुए जिसके आधार पर इसका निर्माण किया गया जहां प्रतिभा, आधारभूत संरचना, निवेश और अन्य सहायता प्रणालियां एक स्थान पर उपलब्ध हुईं और हम यह देख पाए कि विश्व स्तर पर प्रगति करने को इच्छुक नव-प्रवर्तित कंपनियों के लिए यह एक बड़ा अवसर हो सकता है।

कॉन्ग्रुएंट सॉल्यूशंस प्रा.लि., चेन्नई के अध्यक्ष बलरामन जयरामन ने कहा:

अब तक यह कार्यक्रम बहुत बढ़िया रहा। ग्रेट टेक रॉकेटशिप के रूप में चुना जाना गर्व की बात है। डेमो नाइट के दौरान हमारी बैठक और हमारा आपसी संपर्क बहुत ही लाभदायक रहा। लेकिन मुख्य आकर्षण सही मायने में यूकेटीआई द्वारा प्रायोजित मैनचेस्टर की हमारी यात्रा रही। मैं उस सहायता से बहुत अधिक प्रभावित हुआ जो एमआईडीएएस द्वारा टेक कंपनियों तथा उनकी साझेदार संस्थाओं को प्रदान की जा रही है। द लैंडिंग और मीडिया सिटी में जो कुछ हमने देखा उससे हम अचंभित हुए। साइंस पार्क का दौरा भी हमारे लिए आंखें खोल देने वाला साबित हुआ। इस अवसर के लिए धन्यवाद!

अग्रिमा इनफोटेक इंडिया प्रा.लि., कोच्चि के बिजनस ऑपरेशंस वाइस प्रेसिडेंट अरुण रवि ने कहा:

यह एक कमाल का अनुभव था; टेकहब और डेमो नाइट में हमें अपने प्रदर्शन का पूरा अवसर मिला। यूरोप में कंपनी लगाने के लिए बैठक के आयोजन के लिए यूकेटीआई टीम का विशेष धन्यवाद। इस ब्रिटिश दौरे की सबसे सबसे मूल्यवान बात थी मैनचेक्स्टर का दौरा। ब्रिटिश सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद।

टोन टैग, बंगलुरू के संस्थापक और सीईओ कुमार अभिषेक:

टोन टैग की आकांक्षा वैश्विक है। टेकहब ने यूकेटीआई के साथ मिलकर हमारे लिए ग्रेट रॉकेटशिप के रूप में एक बड़ा अवसर उपलब्ध कराया। ग्रेट रॉकेटशिप विजेता के रूप में ब्रिटेन में हमारा शानदार स्वागत हुआ और लंदन (टेकहब + कैंपस) तथा मैनचेस्टर (द लैंडिंग) के गतिशील स्टार्टाप परिवेशों के बीच हम बहुत आह्लादित हुए। कानूनी, आप्रवासन संबंधी, नियुक्ति, वित्त प्रदायन से लेकर हमें ऑफिस खोलने के लिए जगह मुहैया करने तक ब्रिटेन में कार्यालय स्थापित करने में सहयता हेतु यूकेटीआई द्वारा मुहैया कराई जाने वाली सहायता की शानदार व्यवस्था देखना भी एक बहुत ही सुखद अनुभव था।

टैलव्यू, बंगलुरू के सैंजो जोस कहते हैं:

रॉकेटशिप कार्यक्रम ने हमें ब्रिटेन में खासकर लंदन और मैनचेस्टर के व्यावसायिक माहौल और बाजार की गतिशीलता को समझने का एक अवसर दिया है। इसने हमें स्थानीय माहौल में काम कर रही कंपनियों के साथ साझेदारी का एक मंच प्रदान किया है और यूरोपीय बाजार के लिए हमारे विस्तार की योजना तैयार करने का अवसर मुहैया कराया है।

आगे की जानकारी:

यह प्रयास एक यूकेटीआई गतिविधि है जो टेकहब के साथ मिलकर चलाई जा रही है और इसे यूकेआईबीसी, इंडियन एंजेल नेटवर्क तथा अन्य टायर I के निवेशकों की साझेदारी के साथ iSPIRT की सहायता प्राप्त है।

डेमो नाइट के रूप में इसे 5 शहरों (बंगलुरू, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद और नई दिल्ली) में चलाया गया, जहां भाग लेने वाली/पंजीकृत कंपनियां सूचीबद्ध थीं और उन्हें इनमें से प्रत्येक शहर में आयोजित डेमो नाइट में अपनी सूझ/प्रौद्योगिकी प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया। कुल 289 आवेदन मिले जिनमें से 5 कंपनियों को 22 फरवरी 2015 को विजेता घोषित किया गया। यह कार्यक्रम 60 सेकेंड के एक वीडियो के रूप में विचारों के आह्वान और प्रविष्टियों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई जो हैश टैग #IfNotNowThenWhen वाले @TechHubBlr पर ट्विट किया गया।

यूकेटीआई ब्रिटेन में स्थापित कंपनियों के साथ, निर्यात के जरिए अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उनकी सफलता सुनिश्चित करने हेतु काम करती है। विदेशी कंपनियों को अपने व्यवसाय की स्थापना और विस्तार के लिए ब्रिटेन सर्वोत्तम स्थान लगे इसके लिए हम उन्हें प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करते हैं।

iSPIRT फाउंडेशन सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट के उद्यमियों को आपस में जोड़ता और उन्हें मार्गदर्शन प्रदान करता है। मजबूत माहौल के लिए यह एक उत्प्रेरक है। हम सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट्स का लाभ उठाकर खरीदारों को निष्पादन में सुधार लाने को प्रोत्साहित करते हैं। मध्यस्थता पर हम नीति निर्माताओं को सलाह देते हैं जिससे इंडस्ट्री विकास के उच्च पथ पर अग्रसर हो। हम एक गैर-लाभकारी इंडस्ट्री थिंक-टैंक हैं जिसकी स्थापना भारतीय सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट इंडस्ट्री के महत्वपूर्ण भागीदारों और प्रवर्तकों द्वारा की गई है।

टेकहब एक विशिष्ट परिवेश है जहां प्रौद्योगिकी क्षेत्र की नई कंपनियां अपनी शुरुआत कर सकती हैं और तेजी से प्रगति कर सकती हैं। हम समान मानसिकता और केन्द्रित तकनीकी उद्यमों वाले एक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क का पोषण करते हैं जो ऐसा स्थान मुहैया करता है जहां वे मिलकर काम कर सकते हैं, आपस में मिल सकते हैं, सहयोग कर सकते हैं और सीख सकते हैं। वास्तविक जगत में सही लोगों के साथ आने से सही चीजें होती हैं।

मेल करें: नील झल्ला, सीनियर इनवार्ड इनवेस्टमेंट एडवाइजर, यूकेटीआई, ब्रिटिश ट्रेड ऑफिस, पुणे।

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प्रकाशित 12 March 2015