23 से 28 फरवरी के बीच ऊना ओ’ब्रायन की भारत यात्रा
ब्रिटेन के स्वास्थ्य-संरक्षण प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही थीं।

ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग में स्थायी सचिव, ऊना ओ’ब्रायन सीबी ने स्वास्थ्य-संरक्षण के क्षेत्र में भारत और ब्रिटेन के मध्य सहभागिता को और भी सुदृढ करने के उद्देश्य से 23-28 फरवरी को भारत का एक दौरा किया। अपने इस दौरे में उन्होंने स्वास्थ्य-संरक्षण संबंधित ब्रिटिश व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली, गोवा तथा पुणे का भ्रमण किया। इस प्रतिनिधिमंडल में उनके साथ अग्रणी ब्रिटिश विश्वविद्यालय, एनएचएस सेवा सहभागी तथा स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का एक संघटन भी सम्मिलित थे।
दिल्ली में, उन्होंने स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय के अपने समकक्ष सचिव श्री लव वर्मा से मुलाकात कर स्वास्थ्य-संरक्षण से संबंधित प्राथमिक क्षेत्रों पर परस्पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान अधिक संस्थागत सहभागिता के क्षेत्रों की पहचान का कार्य विकसित करने के उद्देश्य से 2013 में हस्ताक्षरित एक समझौता-ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया। इसके अलावा, इंग्लैंड लोक स्वास्थ्य (पीएचई) एवं जवाहरलाल परास्नातक मेडिकल शिक्षा तथा शोध संस्थान (जेआइपीएमईआर) के मध्य लोक-स्वास्थ्य, प्रशिक्षण तथा शोध क्षेत्रों में सहभागिता विकसित करने के लिए एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
द्विपक्षीय सहयोग के लिए जिन अन्य क्षेत्रों की पहचान की गई, उनमें सम्मिलित है, कि किस प्रकार ब्रिटेन भारत को एक विश्वस्तरीय स्वास्थ्य-संरक्षण तंत्र विकसित करने में अपना बेहतर योगदान दे सकता है, जिसमें मेडिकल साइंस (चिकित्सा विज्ञान) तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहभागिता के अलावा स्वास्थ्य-सेवा पेशेवरों के लिए प्रशिक्षण, शिक्षा तथा विनियमन शामिल हों।
वैज्ञानिक तथा तकनीकी सूचनाओं, कौशल तथा विशेषज्ञताओं का परस्पर आदान-प्रदान कर सकने, तथा भारत और ब्रिटेन के लिए समान रुचि के लोक-स्वास्थ्य मामलों में सम्मिलित पहलकदमी को प्रोत्साहित तथा विकसित करने के उद्देश्य से पीएचई (लोक-स्वास्थ्य, इंग्लैंड) तथा पीएचएफआइ (भारतीय लोक स्वास्थ्य संगठन) के मध्य एक अन्य समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
ऊनो ओ’ब्रायन ने सफदरजंग अस्पताल तथा अखिल भारतीय अयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का भ्रमण भी किया।
पुणे में, ऊनो ओ’ब्रायन ने ब्रिटिश विशेषज्ञ एंबुलेंस सेवा तथा भारत विकास समूह (बीवीजी) के मध्य एक सफल द्विपक्षीय सहयोग के समारोह में शिरकत की। भारत विकास समूह ने हाल ही में महाराष्ट्र सरकार से 1000 अत्याधुनिक एंबुलेंस की आपूर्ति का ठेका हासिल किया है। ब्रिटिश चिकित्सा-कक्ष उत्कृष्टता केंद्र (ब्रिटिश सेंटर ऑव क्लिनिकल एक्सीलेंस) तथा ‘तेरना दंत-चिकित्सा महाविद्यालय’ के मध्य प्रतिवर्ष 20 चिकित्सकों को आधुनिक दंत-चिकित्सा प्रविधियों में प्रशिक्षित करने के लिए एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान भी वे उपस्थित रहीं।
गोवा में, उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पार्रीकर, राज्य के स्वास्थ्य-मंत्री श्री लक्ष्मीकांत परसेनकर तथा राज्य के सार्वजनिक तथा निजी स्वास्थ्य-सेवा संस्थानों के अग्रणी कार्यकारी अधिकारियों से मुलाकात की।
अपने भ्रमण के पश्चात, उन्होंने कहा:
मुझे प्रसन्नता है कि हमें, अपने दोनों देशों के मध्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक विकसित करने का यह अवसर मिला है। मेरा यह दौरा अविश्वसनीय रूप से ज्ञानवर्धक रहा और मुझे इस दौरान स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारे संबंधों में पारस्परिक लाभ की वास्तविक संभावनाओं का पता चला। मुझे प्रसन्नता है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारे साझा प्रगतिशील संबंध रहे हैं; जो सुदृढ व्यापारिक सहभागिता तथा गहन नीतिगत गठबंधनों के स्वरूप में है। मुझे हर्ष है कि मैंने न केवल दिल्ली का भ्रमण किया और स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय के अपने सम्मानित भारतीय समकक्ष से मुलाकात की, वरन भारत के दो अत्यंत प्रगतिशील राज्यों: महाराष्ट्र तथा गोवा को भी जानने का अवसर प्राप्त किया। मुझे आशा है कि भविष्य में पुनः मुझे इस सुंदर देश का भ्रमण करने, तथा स्वास्थ्य-संरक्षण के इस अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र में हमारे सहयोग को और भी मजबूत करने का अवसर प्राप्त होगा।
आगे की जानकारी
- पीएचई, ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग का एक कार्यकारी अभिकरण है, जिसे लोक-स्वास्थ्य के विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक तथा तकनीकी विशेषज्ञता प्राप्त है। इसे जिन क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त है, वे हैं: संक्रामक तथा असंक्रामक रोग नियंत्रण, महामारी-विज्ञान (इपिडीमियोलॉजी), स्वास्थ्य-सुधार, रोग-निगरानी तंत्र, तथा आपातकालीन चिकित्सा तथा चिकित्सा-प्रबंधन।
- स्वास्थ्य-संरक्षण के विषय में 2013 के अति-महत्वपूर्ण भारत-ब्रिटेन समझौता-ज्ञापन में सम्मिलित है: भारत तथा ब्रिटेन के मध्य स्वास्थ्य-संरक्षण के क्षेत्र में सहयोग विकसित करने उद्देश्य से पंचवर्षीय अवधि के लिए सम्मिलित गतिविधियों के क्रियान्वयन-कार्यक्रम के साथ एक सम्मिलित कार्य-योजना का प्रस्ताव।