विश्व की समाचार कथा

यूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप हिंद महासागर क्षेत्र में पहुंचा

एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के नेतृत्व में यूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी) 2021, हाल ही में स्वेज नहर को पार करने के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश कर गया है।

The UK Carrier Strike Group 2021 led by HMS Queen Elizabeth Aircraft Carrier departing the UK (Image Credit: Royal Navy)

भूमध्य सागर में कई सफल अभियानों और संचालनों के बाद अब यह हिंद महासागर के पार पूर्व में भारत की ओर बढ़ रहा है। इसके बाद यह नियमित नौसैनिक अभ्यास करने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों से मिलेगा।

यह तैनाती भारत और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में राजनयिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को गहरा करने के लिए यूनाइटेड किंगडम की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती है। यह महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्गों से गुजरने की स्वतंत्रता और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी क्रम के लिए यूके के समर्थन को दर्शाता है।

रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा:

ब्रिटिश कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती यूनाइटेड किंगडम की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि हम दुनिया भर में इस अत्याधुनिक क्षमता को विकसित कर रहे हैं।

अभी यह हिंद महासागर में यात्रा कर रहा है और जल्द ही भारतीय नौसेना के साथ अभ्यास करेगा, जो एक महत्वपूर्ण सहयोगी और मित्र है, जिसके साथ हमारे पहले से ही मजबूत साझेदारी है।

यह तैनाती वैश्विक रक्षा और सुरक्षा के लिए यूनाइटेड किंगडम की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती करती है, हमारे मौजूदा संबंधों को मजबूत करती है और समान विचारधारा वाले देशों के साथ नई साझेदारी बनाने को प्रेरित करती है जैसा की हम 21 वीं सदी की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।

विदेश मंत्री डॉमिनिक रोब ने कहा:

कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती भारत और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोगियों के साथ रक्षा सहयोग के एक नए युग की शुरुआत है।

40 देशों का दौरा करने और हमारे साझेदारों के साथ काम करते हुए, यूनाइटेड किंगडम लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा दे रहा है, व्यापार के नए अवसरों का लाभ उठा रहा है और उन साझा खतरों से निपट रहा है जिनका हम एक साथ सामना करते हैं।

तैनाती भारत के साथ बातचीत करेगी, हमारे लोगों की सुरक्षा और समृद्धि के लिए हमारे पहले से ही गहरे संबंधों को मजबूत करेगी।

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा:

कैरियर स्ट्राइक ग्रुप भारत और हिंद-प्रशांत की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का शक्तिशाली प्रदर्शन है। इसका आगमन गुरुग्राम में हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना के सूचना संलयन केंद्र (इन्फोरमेशन फ्यूजन सेंटर) में शामिल होने वाले पहले यूनाइटेड किंगडम के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क अधिकारी के आगमन के बाद हुआ।

आज 2030 तक की अवधि के लिए रोडमैप में हमारे प्रधानमंत्रियों द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक और कदम है, जो हमारे देशों, अर्थव्यवस्थाओं और लोगों को एक साथ लाएगा।

आगे की जानकारी

कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की फ्री-टू-यूज़ तस्वीरें डाउनलोड करने के लिए यहाँ उपलब्ध है।

अपनी पहली परिचालन तैनाती में सीएसजी 26,000 नौटिकल मील से अधिक की यात्रा करेगा, भूमध्य सागर से हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों से संपर्क में रहेगा और फिर वापस आ जाएगा।

यह तैनाती हमारे दोस्तों को वास्तविक विश्वास और सुरक्षा प्रदान करेगी और वैश्विक सुरक्षा को कमजोर करने वालों के लिए ठोस अवरोध पैदा करेगी।

यूके की संयुक्त अभियान क्षमता के अग्रणी और यूके की पारंपरिक सैन्य निवारक की आधारशिला के रूप में, सीएसजी में नौ जहाज, 32 विमान और एक पनडुब्बी शामिल है और यूनाइटेड किंगडम, यूएस और नीदरलैंड की संयुक्त सेना के 3,700 नाविकों, एविएटर्स और मरीन द्वारा संचालित है।

पांचवीं पीढ़ी का एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ वाहक, जिसका वजन 65,000 टन है, यूके में अब तक का सबसे बड़ा सतही पोत है। प्रोपेलर जो नियाग्रा फॉल्स से लम्बे हैं, 50 हाई-स्पीड ट्रेनों की शक्ति उत्पन्न करते हैं। यह छह रॉयल नेवी जहाजों, एक रॉयल नेवी पनडुब्बी, एक अमेरिकी नौसेना विध्वंसक और नीदरलैंड से एक युद्धपोत का नेतृत्व करती है। यह पांचवीं पीढ़ी के F-35B लाइटनिंग मल्टी-रोल एयरक्राफ्ट से लैस है। इसे रॉयल एयर फ़ोर्स, रॉयल नेवी और यूएस मरीन कॉर्प्स द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है।

लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने और सामान्य खतरों का मुकाबला करने से लेकर सिंगापुर, कोरिया गणराज्य, जापान, भारत और अन्य के साथ जुड़ने के माध्यम से लेकर व्यापार के नए अवसरों का लाभ उठाने तक, इसकी तैनाती क्षेत्र में यूनाइटेड किंगडम की भागीदारी में एक और कदम बढ़ने का प्रतीक है। यूनाइटेड किंगडम आसियान वार्ता भागीदार का दर्जा हासिल कर पहले से ही इस क्षेत्र में भारी निवेश कर रहा है, कंप्रिहेंसिव और प्रोगेसिव ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप (सीपीटीपीपी) में शामिल होने के लिए बातचीत शुरू कर रहा है और ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और भारत के साथ व्यापार वार्ता में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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प्रकाशित 16 July 2021