प्रिंस ऑफ वेल्स तथा डचेज ऑफ कॉर्नवाल भारत-श्रीलंका की यात्रा पर
ब्रिटेन के शाही दंपत्ति की यह तीसरी आधिकारिक भारत यात्रा होगी।

महामहिम प्रिंस ऑफ वेल्स (राजकुमार) तथा डचेज ऑफ कॉर्नवाल (राजकुमारी) अगले महीने श्रीलंका प्रस्थान करने से पूर्व भारत की नौ दिनों की यात्रा पर आएंगे। श्रीलंका में प्रिंस ऑफ वेल्स 2013 कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ मीटिंग (सीएचओजीएम) में महारानी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
यह राजकुमार तथा राजकुमारी की भारत की तीसरी संयुक्त आधिकारिक यात्रा है। वे दोनों संरक्षण, शिक्षा,विकासशील व्यावसायिक संबंध, महिला सशक्तिकरण तथा प्रशिक्षण जैसे अहम विषयों में ब्रिटेन-भारत के मजबूत सहयोग को बढ़ावा देने हेतु कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। उन्हें दोनों देशों के बीच धार्मिक विविधता, रचनात्मकता तथा उदीयमान व्यक्तिगत पारिवारिक संबंधों का जश्न मनाने का भी मौका मिलेगा।
भारत की अपनी अबतक की सर्वाधिक विस्तृत यात्रा में राजकुमार तथा राजकुमारी देहरादून, नई दिल्ली, मुम्बई तथा कोच्ची की यात्रा करेंगे, जहां वे भारत के शीर्ष राजनैतिक, व्यावसायिक तथा सांस्कृतिक नेताओं से मुलाकात करेंगे।
उनके विशेष समारोहों में शामिल हैं- श्रीमान राजकुमार की केरल में “एलीफेंट कॉरिडोर” में एक ऑफ-रोड यात्रा, राजकुमारी की प्रतिष्ठित दून स्कूल की यात्रा तथा दोनों की भारतीय सैन्य ऐकेडमी की यात्रा तथा मुम्बई में बॉलीवुड हस्तियों के साथ रात्रि भोज समारोह। भारत यात्रा के दौरान वे रिमेम्ब्रेंस संडे भी मनाएँगे।
श्रीलंका के कोलंबों में प्रिंस ऑफ वेल्स कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ मीटिंग (सीएचओजीएम) में महारानी का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह शाही दंपत्ति कॉमनवेल्थ देशों के प्रमुखों के लिए आधिकारिक उद्घाटन समारोह तथा एक रात्रि भोज कार्यक्रम में शिरकत करेगा, जिसकी मेजबानी राजकुमार स्वयं करेंगे। इसके अलावा राजकुमार कॉमनवेल्थ प्रमुखों तथा अन्य हस्तियों के साथ एक बैठक भी करेंगे, जहां वे शिखर वार्ता के अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। श्रीलंका में राजकुमार तथा राजकुमारी आधिकारिक व्यवसाय के एक कार्यक्रम का भी संचालन करेंगे, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े प्रयास, एक अस्पताल तथा एक चाय बगान की यात्रा भी शामिल है। इससे पूर्व प्रिंस ऑफ वेल्स ने वर्ष 2005 में ‘बॉक्सिंग डे’ सुनामी के बाद यहां की यात्रा की थी।
ट्रिनिडाड में वर्ष 2000 में यूनिवर्सिटी ऑफ द वेस्ट इंडीज में अपने भाषण- ‘द कॉमनवेल्थ इन द न्यू मिलेनियम’ में राजकुमारी ने कॉमनवेल्थ के अनोखेपन तथा प्रासंगिकता का वर्णन करते हुए कहा था- “मैं लंबे समय से कॉमनवेल्थ से स्वाभाविक जुड़ाव महसूस करती रही हूं। यह सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देता है और उसकी सराहना करता है, वहीं यह समांगीकरण का प्रयास नहीं करता।”
प्रिंस ऑफ वेल्स और कॉमनवेल्थ के बारे में अधिक जानकारी:
अधिक जानकारी:
प्रिंस ऑफ वेल्स ने भारत की अ बतक सात आधिकारिक यात्राएं संपन्न की हैं। डचेज ऑफ कॉर्नवाल की भारत की यह तीसरी आधिकारिक यात्रा है। पिछली बार इस शाही दंपत्ति ने वर्ष 2006 तथा 2010 में भारत की साथ-साथ यात्रा की थी।
प्रिंस ऑफ वेल्स ने पिछली बार वर्ष 2005 तथा उससे पूर्व वर्ष 1998 में श्रीलंका की यात्रा की थी। डचेज ऑफ कॉर्निवाल की यह श्रीलंका की प्रथम आधिकारिक यात्रा है।
प्रिंस ऑफ वेल्स तथा डचेज ऑफ कॉर्निवाल भारत में बुधवार 6 नवम्बर से गुरुवार 14 नवम्बर 2013 तक भारत में रहेंगे। वे गुरुवार, 14 नवम्बर से लेकर शनिवार 16 नवम्बर 2013 तक श्रीलंका की यात्रा पर रहेंगे।
प्रिंस ऑफ वेल्स तथा डचेज ऑफ कॉर्निवाल वर्ष 2007 में युगांडा में आयोजित कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट मीटिंग में शामिल हुए थे।