विश्व की समाचार कथा

साजिद जाविद ने भारत में मिडलैंड्स इंजन का शुभारंभ किया।

मिडलैंड्स इंजन दोनों देशों के बीच के विकास में तेजी लाएगा।

Sajid Javid

माननीय साजिद जाविद एमपी,ब्रिटिश सरकार, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर बिजनेस, इनोवेशन तथा स्किल्स ने आज नई दिल्ली में फिक्की के निदेशक डॉ. ए दीदार सिंह के साथ मिडलैंड्स इंजन पहल का शुभारंभ किया।

मिडलैंड्स इंजन, युनाइटेड किंगडम के मिडलैंड्स प्रदेश को बढ़ावा देता है, जो आविष्कारी कार्यों तथा विनिर्माण का केंद्र है, जहां भारतीय तथा ब्रिटिश प्रोद्यौगिकी तथा ब्रेन पावर का दोहन किया जाता है और साथ मिलकर मिडलैंड्स के विश्वविद्यालयों के पूर्व भारतीय छात्रों तथा व्यवसायियों के साथ काम कर दोनों देशों के विकास के इंजन को गति दी जाती है।

श्री साजिद जाविद ने कहा:

द मिडलैंड्स की स्वाभाविक शक्ति और परिसंपत्तियां इसे विकास का एक स्वाभाविक वाहक बनाती हैं। मिडलैंड्स हमारे फलते-फूलते विनिर्माण सेक्टर का केंद्रीय स्थल है और यहां 25 ब्रिटिश विश्वविद्यालय स्थित हैं, जिनके कुछ पूर्व भारतीय छात्रों ने आज हमारे साथ शिरकत की है।

हम गहराई से समर्थन करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने मिडलैंड्स स्थित जेएलआर के संयंत्र में कहा था, “भारत तथा यूके के बीच का आर्थिक तालमेल से काफी कुछ हासिल किया जा सकता है। हम भारत के साथ मौजूदा शिक्षा तथा बिजनेस लिंक्स को बढ़ावा देना चाहते हैं और ज्ञान अर्थव्यवस्था के सर्जक तथा वाहकों के रूप में विश्वविद्यालयों पर केंद्रित करते हुए अपने देशों के बीच के इस महान सहयोग का और विकास करना चाहते हैं।

पिछले हफ्ते यूके में मिडलैंड्स इंजन के औपचारिक शुभारंभ के बाद भारत में इस अवधारणा का पहला विदेशी शुभारंभ है। इस शुभारंभ के मौके पर पूर्व छात्रों की भी शिरकत देखी गई, जिनमें फिक्की के निदेशक डॉ. ए दीदार सिंह शामिल थे, जो यूके में बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं।

डॉ.ए दीदार सिंह ने कहा:

मैं ब्रिटिश शिक्षा प्रणाली का प्रत्यक्ष लाभार्थी हूं और फिक्की को ऐसे प्रयास के साथ सहयोग करने का हर्ष है, जो हमारी दोनों महान अर्थव्यवस्थाओं के बीच विकास के इंजन को गति देने के लिए अकादमिक जुड़ावों को प्रोत्साहन दे रहा है। फिक्की इंडस्ट्री तथा बिजनेस उपक्रमों के साथ मिलकर उच्च शिक्षण संस्थानों को बढ़ावा देने वाला माहौल बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है।

भारत में होने वाला यह शुभारंभ ब्रिटिश तथा भारतीय संस्थानों तथा कंपनियों के साथ अगले सहयोग तथा अकादमिक अनुसंधान व व्यवसाय सहयोगों के नए द्वार खोलेगा।” आज यहां मौजूद लोग मिडलैंड्स शिक्षा तथा ट्रेड व पूर्व छात्रों ने निवेश संबंध में जो भूमिका निभाई, उसके साक्षी हैं।

मिडलैंड्स इंजन एक महत्वाकांक्षी योजना है, जो यूके में मिडलैंड्स को विकास का एक वाहक बनाएगी तथा इसकी शुरुआत बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के एक खास समारोह में सेक्रेटरी ऑफ स्टेट द्वारा की गई थी।

मिडलैंड्स इंजन प्रॉस्पेक्टस - यूके में अपने तरह का पहला प्रयास- जिसमें 11 स्थानीय उपक्रम सहयोगी (एलईपी) साथ आकर उत्पादकता बढ़ाने, निवेश को आकर्षित करने, कनेक्टिविटी बढ़ाने तथा एक क्षेत्रीय पर्यटन पेशकश की स्थापना के लिए कार्य कर रहे हैं।

आज की चर्चाओं में ब्रिटिश भारतीय बिजनेस नेता तथा बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के चांसलर, लॉर्ड किरन बिलिमोरिया और बर्मिंघम, लिसेस्टर तथा वार्विक यूनिवर्सिटीज के वाइस चांसलरने हिस्सा लिया। उन्होंने विश्वविद्यालय के अकादमिक तथा अप्लाइड रिसर्च बेस की भूमिका पर जोर डाला, जो साथ मिलकर कैसे रिसर्च ट्रांसलेशन सेंटर के साथ काम कर सकता है और कैसे ये यूके की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में नवीनता को बढ़ावा दे सकते हैं।

लॉर्ड बिलिमोरिया, बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के चांसलर ने कहा:

द मिडलैंड्स इंजन पहल न केवल मिडलैंड्स को बढ़ावा देने में बल्कि पूरे यूके को बढ़ावा देने में कमाल है, जो इस क्षेत्र की विश्व-स्तरीय क्षमताओं को दर्शाता है, चाहे यह हमारे 25 यूनिवर्सिटीज हों या हमारे विश्व-स्तरीय विनिर्माण कार्य हों।

इंडस्ट्री तथा यूनिवर्सिटीज इस क्षेत्र में साथ मिलकर काम कर रहे हैं और कौशलों, उत्पादकता, आरएंडडी तथा आविष्कारी कार्यों को बढ़ावा दे रहे हैं और इस प्रदेश के बुनियादी ढांचे में सुधार ला रहे हैं, जिससे मिडलैंड्स इंजन को एक क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ावा देने में मदद मिल रही है, जो यूके की वस्तुओं तथा सेवाओं को दुनिया भर में भेजेगा और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को भी आकर्षित करेगा; भारतीय कंपनी टाटा अब वर्ष 2008 में जगुआर लैंड रोवर के लिए किए भुगतान से कहीं अधिक लाभ कमा रही है; मिड्लैंड्स में निवेश, ऐसे निवेश हैं जो वास्तव में महत्व रखते हैं।

वर्ष 2010 तथा 2013 के बीच व्यवसायों द्वारा अनुसंधान तथा विकास व्यय में 52% का इजाफा हुआ।

अधिक जानकारी

  1. द मिडलैंड्स इंजन फॉर ग्रोथ प्रॉस्पेक्टस: यह नया प्रॉस्पेक्टस 5 अहम विषयों पर टिका है- स्किल्स, इनोवेशन, ट्रांसपोर्ट, इंजन को प्रोमोट करना तथा बिजनेस को वित्त प्रदान करना तथा यह रोजगार तथा विकास को बढ़ावा देने की सरकार की व्यापक योजना का एक हिस्सा है। यदि मिडलैंड्स प्रदेश अगले 15 वर्षों तक यूके के लिए अपेक्षित विकास दर के अनुरूप बना रहता है, तो यह 300,000 रोजगारों का सृजन कर सकता है तथा राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में £34 का बढ़ावा दे सकता है।

  2. ग्रेट फॉर कॉलेबरेशन एक महत्वाकांक्षी तथा रोमांचक नवीन अभियान है, जो भारत-यूके बिजनेस सहयोग को प्रदर्शित करता है। इस अभियान की शुरुआत प्रधान मंत्री श्री मोदी तथा प्रधान मंत्री श्री कैमरन ने की थी, जो नए सहयोगों को प्रोत्साहित करेगा तथा यूके का भारत के प्रति गहन प्रतिबद्धता को बढ़ावा देगा। समग्र उद्देश्य है दोनों देशों के बीच के कारोबार में तेजी लाना। यह अभियान कई सारे सेक्टरों में, जैसे कि ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, उन्नत विनिर्माण, वित्तीय सेवाओं तथा इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत तथा यूके के पारस्परिक लाभ के लिए सहयोगों को बढ़ावा देता है।

ग्रेट फॉर कॉलेबरेशन वीडियो

स्टुअर्ट ऐडम, प्रमुख,
प्रेस तथा संचार
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प्रकाशित 9 December 2015