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पूर्व उच्चायुक्त ने उच्च स्तरीय शिखर सम्मेलन में यूके-भारत के घनिष्ठ संबंधों की पुष्टि की

बैठक के दौरान सर फिलिप ने प्रधानमंत्री मोदी को दिसंबर क्लाइमेट एंबिशन समिट में भाग लेने का निमंत्रण दिया ।

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और सर फिलिप बार्टन, यूके के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (ऍफ़.सी.दी.ओह) में स्थायी अवर-सचिव, दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों के बारे में बात करने के लिए कल लंदन में मिले।

इस वर्ष अगस्त तक भारत के पूर्व उच्चायुक्त रहे सर फिलिप ने यूके की राजनयिक और विकास सेवा के प्रमुख के रूप में अपना नया पद संभालने के बाद से किसी भी देश के साथ अपनी पहली उच्च-स्तरीय बैठक में यूके का प्रतिनिधित्व किया।

चर्चा इस बात पर केंद्रित है कि यूके और भारत अपनी साझा महत्वाकांक्षाओं पर कैसे काम करेंगे। भविष्य की प्राथमिकताओं में व्यापार बढ़ाना,जलवायु परिवर्तन से निपटने, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और रक्षा शामिल होने की संभावना है।

दोनों देशों ने उभरते वैश्विक सुरक्षा खतरों के आकलन सहित अगली पीढ़ी की चुनौतियों और अवसरों पर भी विचार साझा किए। उन्होंने यूके और भारत के लिए बहुपक्षीय आयोजनों में सहयोग करने के लिए क्षेत्रों का पता लगाया, जिसमें यूके के G7 और COP प्रेसीडेंसी और 2022 में भारत की G20 प्रेसीडेंसी के माध्यम से मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं ।

बैठक के बाद बोलते हुए सर फिलिप बार्टन ने कहा:

मुझे अपनी संयुक्त प्राथमिकताओं पर चर्चा करने के लिए विदेश सचिव श्रृंगला का लंदन में स्वागत करते हुए प्रसन्नता हो रही है । मेरे दिल में भारत का एक विशेष स्थान है और मैं हमारे दोनों देशों के बीच संबंध बनाने के महत्व को बहोत खूब जानता हूँ । विदेश सचिव श्रृंगला और मैं इस बात पर सहमत हुए कि जलवायु परिवर्तन और वैश्विक सुरक्षा जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करने में यूके-भारत साझेदारी दुनिया में एक ‘फोर्स फॉर गुड’ - भलाई के लिए एक वैश्विक बल होगी ।

यह बैठक पिछले सप्ताह वित्त मंत्री के नेतृत्व वाली आर्थिक और वित्तीय वार्ता और निवेश मंत्री की बाद की आभासी यात्रा के बाद यूके-भारत के उच्च स्तरीय संबंधों की श्रृंखला में यह बैठक नवीनतम थी । यह नवंबर में एक नियोजित उच्च स्तरीय व्यापार मंत्रिस्तरीय से पहले है ।

यूके, COP26 (अगले दिसंबर में ग्लासगो में आयोजित होने वाले) के रूप में, अध्यक्ष, संयुक्त राष्ट्र और फ्रांस 12 दिसंबर को पेरिस समझौते की पांच साल की सालगिरह पर चिली के साथ साझेदारी में आभासी नेता-स्तरीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे (COP25 अध्यक्षों के रूप में) और इटली (COP26 साझेदार)।

अन्य जानकारी

स्थायी और सचिव के रूप में, सर फिलिप बार्टन यूके की विदेश मंत्री और उनकी टीम को विदेश और विकास नीति की सलाह देने और ऍफ़.सी.दी.ओह के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार हैं। वह ब्रिटेन के सबसे वरिष्ठ राजनयिक और यूके राजनयिक सेवा के प्रमुख हैं।

12 दिसंबर का क्लाइमेट एंबिशन समिट उन नेताओं के लिए एक मंच प्रदान करेगा जो नए, अधिक महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदानों और नेट शून्य पर दीर्घकालिक रणनीतियों के साथ-साथ नए जलवायु वित्त प्रतिज्ञाओं और महत्वाकांक्षी अनुकूलन योजनाओं के साथ आगे आने के लिए तैयार हैं।

मीडिया

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प्रकाशित 6 November 2020