विश्व की समाचार कथा

ब्रिटेन की सर्वश्रेष्ठ पशुधन कंपनियां भारत के साथ जुड़ेंगी

11 ब्रिटिश पशुधन कंपनियों का एक प्रमुख प्रतिनिधिमंडल भारत में आयोजित होने वाले एग्री-टेक ट्रेड मिशन में हिस्सा लेगा।

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प्रतिनिधिमंडल 28 से 29 नवंबर तक गुवाहाटी में, 30 नवंबर को चंडीगढ़ में एग्री-टेक कंपनियों और सरकारी अधिकारियों से मिलने के बाद 1 से 5 दिसंबर तक पटियाला में आयोजित पंजाब पशु चैम्पियनशिप शो में भाग लेगा।

ब्रिटिश उप उच्चायोग कोलकाता के मिशन की उप प्रमुख, शाहिदा खान ने कहा:

भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक और मुर्गीपालन का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। ब्रिटेन के पास नवोन्मेष और तकनीकी विशेषज्ञता का बेहतरीन मिश्रण है और इसे एग्री-टेक में विश्व का अगुआ माना जाता है।

एग्री-टेक मिशन ब्रिटिश कंपनियों के लिए लाइवस्टॉक में ब्रिटिश प्रदाताओं के इनोवेटिव सेट और भारतीय खरीदारों और प्रभावकों के सबसे सशक्त समूह के बीच गतिशील साझेदारी स्थापित करने का बेहतरीन अवसर होगा।

भाग लेने वाली कंपनियाँ हैं:

  1. ब्रिटिश पिग एसोसिएशन
  2. एग्रीबिजनेस एंड फूड इंटरनेशनल सर्विसेज
  3. बीसीएफ टेक्नोलॉजी
  4. जेनेसस यूके लिमिटेड
  5. हेल्दी हूव्स
  6. जेएसआर जेनेटिक्स
  7. लॉर्ड्सवुड फार्मिंग पार्टनरशिप
  8. मीटवाइस इंटरनेशनल
  9. पेडिग्री एक्सपोर्ट यूके
  10. पेडिग्री पिग्स आयरलैंड
  11. एस सी न्यूट्रिशन लिमिटेड

अधिक जानकारी:

लाइवस्टॉक मिशन पिग जेनेटिक्स सप्लाई पर फोकस करता है:

अक्टूबर 2017 में, जीवित सूअरों के निर्यात हेतु ब्रिटेन के हेल्थ प्रोटोकॉल पर भारत सरकार द्वारा सहमति जताई गई थी। ब्रिटिश सरकार द्वारा अपने प्रमाणपत्र को संशोधित करके यूके को ओआईई स्थलीय पशु स्वास्थ्य कोड के अनुसार अफ़्रीकी स्वाइन फीवर, क्लासिकल स्वाइन फीवर, स्वाइन वैस्कुलर डीजीज और औज़ेस्ज्की डीजीज से मुक्त घोषित किए जाने के बाद भारत सरकार के पशुपालन विभाग ने जीवित सूअरों के निर्यात हेतु ब्रिटेन के एक्सपोर्ट हेल्थ सर्टिफिकेट को स्वीकार कर लिया है।

ब्रिटेन पिग जेनेटिक्स प्रदान करने में विश्व भर में अग्रणी है। यूके ने यूएसए, कनाडा, चीन सहित दुनिया के हर सूअर उत्पादक देश को जेनेटिक्स की आपूर्ति की है। ब्रिटिश पेडिग्री पिग्स बेहतर उत्पादन को बढ़ावा देता है जिसमें तेज वृद्धि, लो फूड कंवर्जन, अधिकतम लीन मीट और बेजोड सो प्रोडक्टिविटी शामिल है।

वर्ल्ड क्लास पिग सेक्टर को विकसित करने के लिए भारत प्राकृतिक संसाधनों और श्रम की उपलब्धता से संपन्न है। भारत में फ़ीड के उत्पादन के लिए - घर में पैदा होने वाला सोया, मक्का और अनाज - मौजूद है और यहां गुणवत्ता युक्त लेबर बहुत प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उपलब्ध हैं। उपयुक्त ब्रीड मैनेजमेंट और ट्रेनिंग से स्थानीय उद्यमी और किसान न केवल बढ़ती घरेलू मांग को पूरा कर सकते हैं बल्कि दुनिया में पोर्क के सबसे बड़े उपभोक्ता चीन जैसे एक्सपोर्ट मार्केट में निर्यात भी कर सकते हैं।

मीडिया

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स्टुअर्ट एडम, हेड,
प्रेस और कम्युनिकेशन
ब्रिटिश उच्चायोग,
चाणक्यपुरी, नई दिल्ली 110021
टेलीफोन: 24192100; फैक्स: 24192400

मेल करें: श्रीजन प्रभाकर

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प्रकाशित 28 November 2017