विश्व की समाचार कथा

मानव तस्करी का सामना करने के लिए सामुदायिक जुड़ाव का महत्व

ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त, कोलकाता ने 19 सितंबर 2018 को बारासत, पश्चिम बंगाल में मानव तस्करी के मुद्दे पर बात करने के लिए जिला स्तरीय बैठक की।

District-level meet on human trafficking, West Bengal

हर साल हजारों लोग मानव तस्करी का शिकार हो रहे हैं और इसमें फँसने के बाद उनके लिए बचना या इससे बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है। वे उन लोगों पर विश्वास कर लेते हैं, जो उन्हें धोखा देते हैं और नौकरी दिलवाने, बेहतर शिक्षा दिलवाने और बेहतर जीवन जीने के नाम पर गुमराह करते हैं। ऐसे भी कई लोग होते हैं, जिनका बलपूर्वक अपहरण कर लिया जाता है। मानव तस्करी एक वैश्विक समस्या है, जो यूके सहित सभी देशों को प्रभावित कर रही है। दुनिया के लगभग हर देश मानव तस्करी से प्रभावित हो रहे हैं, चाहे वह पीड़ितों का अपना देश हो या उनके कहीं आने-जाने के बीच पड़ने वाला देश हो या फिर उनका गंतव्य देश हो। इस बुरे अपराध का सामना करने के लिए हर व्यक्ति को हमारे प्रयासों में शामिल होने की आवश्यकता है।

एनजीओ जबला , ने 19 सितंबर 2018 को इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए टिटुमिर कांफ्रेंस हॉल, जिला परिषद, बारासत में एक जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया। जबला उन गतिविधियों को आगे लेकर आ रही है, जिनका लक्ष्य तस्करी में फँसने वाले सबसे कमजोर लोगों के अंदर आत्मविश्वास का निर्माण करना है और उनकी तथा दूसरों की अधिक जानकारी देकर तथा इसकी रोकथाम के तकनीकों के बारे में बताकर उन्हें जागरूक बनाने में मदद करना है।

ब्रूस बकनेल, ब्रिटिश उप उच्चायुक्त, कोलकाता ने कहा:

तस्करी से निपटना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है और इसके लिए समुदायों और अधिकारियों के बीच मिलकर किए जाने वाले प्रयासों की आवश्यकता है। आज मुझे जिला प्रशासन और अधिकारियों के जुड़ाव को देखकर खुशी हो रही है।

मैं उम्मीद करता हूँ कि आज की तरह होने वाले कार्यक्रमों से इन बातों पर जागरूकता बढ़ेगी कि किस प्रकार सुरक्षित रहा जाए, किस प्रकार सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा दिया जाए और किस प्रकार खतरों का पता लगाने में लोगों को अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने के लिए सशक्त बनाया जाए। समुदाय के सभी वर्गों को सर्वोत्तम प्रक्रिया साझा करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। इतने सारे लोगों की मौजूदगी मानव तस्करी और शोषण को समाप्त करने में मदद किए जाने वाले प्रयासों का संकेत है।

उत्तरी 24 परगना के सहायक पुलिस अधीक्षक, बाल अधिकार संरक्षण के लिए पश्चिम बंगाल राज्य आयोग के अध्यक्ष अवजीत बनर्जी, सीमा सुरक्षा बल निजामुद्दीन के उप कमांडर तथा जबला, बैताली गांगुली के कार्यकारी निदेशक अनन्य चक्रवर्ती और अन्य जिला अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।

बैठक का मुख्य आकर्षण ‘गर्ल्स वॉयस’ रहा, जिसके तहत समुदाय की लड़कियों और जिला सरकार के अधिकारियों तथा कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच बातचीत हुई। बैठक में समुदाय के युवाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

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प्रकाशित 21 September 2018