विश्व की समाचार कथा

भारतीय नौसेना और ब्रिटिश रॉयल मरीन्स के बैंड का संयुक्त सनसेट परफॉर्मेंस

हर मैजेस्टी के रॉयल मरीन्स और भारतीय नौसेना के बैंड द्वारा नई दिल्ली के ऐतिहासिक इंडिया गेट पर संयुक्त सनसेट परफॉर्मेंस प्रस्तुत किया जाएगा।

Royal Marine Band

एक घंटे का आयोजन शुक्रवार 4 मार्च 2016 को सायं 6:30 से 7:30 के बीच आयोजित होगा।

हर मैजेस्टी के रॉयल मरीन्स का बैंड टॉरप्वाइंट, कॉर्नवाल के एचएमएस रैले में स्थित है जो ब्रिटिश शाही नौसेना का प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान है। इस बैंड ने ब्रिटिश मार्च किंग केजे अल्फोर्ड और एफजे रिकेट्स जैसे महान कंपोजर्स और संगीत निर्देशकों को जन्म दिया है। भारतीय बैंड में आईएनएस इंडिया के संगीतकार भाग लेंगे जिसके साथ भारतीय नौसेना के केन्द्रीय बैंड के संगीतकार भी संगत करेंगे।

इन बैंडों के द्वारा कई प्रकार के प्रसिद्ध सैन्य धुन बजाए जाएंगे जैसे कोलोनल बोगी, द थंडरर, हार्ट ऑफ द ओक, जय भारती, लाइफ ऑफ द ओसन वेव्स, सारे जहां से अच्छा। लोकप्रिय मूवी थीम ट्यून जैसे ड्रैगन म्यूजिक, पिंक पार्टनर और जेम्स बॉन्ड को अमैजन ग्रेस के साथ पेश किया जाएगा।

लोकप्रिय भारतीय रचना जैसे वैष्णव जन तो, जीना जीना और 1970 के दशक के हिन्दी संगीत भी बजाए जाएंगे। कार्यक्रम के आखिर में दोनों देशों के राष्ट्रगान प्रस्तुत किए जाएंगे।

बैंडों की प्रस्तुति क्रमशः कमांडर वीसी डी’क्रूज और मेजर रिचर्ड लॉन्ग के निर्देशन में होगी।

आगे की जानकारी

इस सप्ताह बैंड ने दिल्ली के कई स्थानों पर अपना प्रस्तुतिकरण पेश किया है, जिसमें शामिल है स्थानीय स्कूल और जिमखाना क्लब, और साथ ही भारतीय नौसेना बैंड के साथ एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।

रॉयल मरीन्स बैंड का दौरा ब्रिटेन और भारत के बीच संबंधों को घनिष्ठ बनाने के मुहिम का एक अंग है। नवंबर 2015 में प्रधानमंत्री श्री मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान ब्रिटेन और भारत के बीच सैन्य क्षमता, आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र तथा रक्षा एवं अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा साझेदारी को गहन बनाने सहित रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में पहले से चल रहे सहयोग को घनिष्ठ और मजबूत बनाने पर सहमति हुई।

ब्रिटेन और भारत रणनीतिक क्षेत्रों में क्षमता साझेदारी स्थापित कर अपने रक्षा संबंधों का समुन्नयन कर रहे हैं जिसके जरिए दोनों देश कई प्रकार के सिद्धांत, प्रशिक्षण और अन्य तत्वों पर साथ मिलकर काम करेंगे जिनपर सैन्य प्रभाविता निर्भर करती है। ये साझेदारी ‘मेक इन इंडिया’ के लिए सहायक हैं और इनसे रक्षा प्रौद्योगिकी और आपसी हित के क्षेत्रों में विनिर्माण सहित रणनीतिक क्षमताओं के दोनों देशों के बीच हस्तांतरण में भी मदद मिलेगी।

भारत ब्रिटेन प्रौद्योगिकी क्षमता साझेदारी के सहायतार्थ दोनों देश नए क्षेत्रों में अनुसंधान तथा अपने रक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहभागिता परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।

रॉयल मरीन्स बैंड

स्टुअर्ट ऐडम, निदेशक,
प्रेस और संचार
ब्रिटिश उच्चायोग,
चाणक्यपुरी, नई दिल्ली- 110021
टेलीफोन: 44192100; फैक्स: 24192411

मेल करें: उपेन्द्र सिंह

हमारा अनुसरण करे: Twitter, Facebook, Instagram, Flickr, Storify, Eventbrite, Blogs, Foursquare, Youtube, Vine, Periscope @UKinIndia, Snapchat @UKinIndia

प्रकाशित 3 March 2016