विश्व की समाचार कथा

रिसर्च काउंसिल यूके इंडिया के पांच वर्षों के सहयोग पर महोत्सव का आयोजन

इस नवम्बर में आरसीयूके इंडिया मनाएगा भारत के संग अपने पांच वर्षों के सहयोग का जश्न!

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
RCUK

इन पांच वर्षों के दौरान यूके-भारत द्वारा सह-वित्तप्रदत्त अनुसंधान गतिविधियों ने वर्ष 2008 में £1 मिलियन से कम राशि से आरंभ कर आज £100 मिलियन का उल्लेखनीय आंकड़ा प्राप्त कर लिया है। आज यह व्यापक रूप से ऊर्जा, स्वास्थ्य, आइसीटी, दवाइयों, पर्यावरण तथा सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रहा है।

आरसीयूके इंडिया ने उच्च गुणवत्ता तथा उच्च प्रभाव वाले 80 से अधिक यूके-भारत अनुसंधान परियोजनाओं को संचालित किया है, जिसमें 90 से अधिक औद्योगिक सहयोगी शामिल हैं।

समान सहयोग आवश्यक है और इन अनुसंधान कार्यक्रमों के जरिए समाज के कल्याण हेतु तथा ब्रिटेन-भारत तथा दुनिया भर की समृद्धि के लिए यह सहयोग भविष्य में अनुसंधान की प्रगति तथा विकास को बढ़ावा देने हेतु आगे भी जारी रहेगा। संयुक्त रूप से स्वीकृत प्राथमिकताओं पर केंद्रित उच्च गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान के एक सतत विकास तथा रणनीतिगत सहयोग द्वारा आरसीयूके इंडिया अनुसंधान के क्षेत्र में भारत का पसंदीदा सहयोगी बनता जा रहा है।

आरसीयूके इंडिया, यूके’ज साइंस एंड इनोवेशन नेटवर्क एवं ब्रिटिश उच्चायोग मिलकर 11 से 15 नवम्बर के बीच कई कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिसमें सप्ताह की शुरुआत 12 नवम्बर को आयोजित होने वाले परिपूर्णता सत्र के साथ होगी, जहां ब्रिटेन तथा भारत की फंडिंग एजेंसियों के प्रमुख नीति-निर्माता अपनी प्राथमिकताओं पर चर्चा करेंगे तथा भविष्य की योजना तैयार करेंगे। इस समारोहपूर्ण हफ्ते के दौरान कई गोलमेज वार्ताओं, एक नेटवर्किंग स्वागत बैठक, द्विपक्षीय वार्ताओं तथा एक उच्च-स्तरीय नीति संवाद भी आयोजित किए जाएंगे। गोलमेज वार्ताओं के विषय भारत की 12वीं पंचवर्षीय योजना तथा ब्रिटेन की अनुसंधान क्षमता पर आधारित होंगे। इस प्रकार इन कार्यक्रमों से ब्रिटेन तथा भारत के साथ आने वाले समय में सहयोग का मार्ग प्रशस्त होगा।

इस महोत्सव के दौरान ब्रिटेन-भारत के अनुसंधान सहयोग की क्षमताओं, खासकर पिछले पांच सालों के दौरान इन सहयोगों को आगे बढ़ाने में आरसीयूके इंडिया द्वारा प्रदर्शित कार्यों का उल्लेख किया जाएगा। इस रंगारंग कार्यक्रम वाले हफ्ते के दौरान ब्रिटेन तथा भारत दोनों के वरिष्ठ साझेदारों, नीति-निर्माताओं तथा अनुसंधान समुदायों के लोगों के बीच नेटवर्किंग के उल्लेखनीय अवसर प्राप्त होंगे।

इनमें से किसी कार्यक्रम पर अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु या इनमें भाग लेने के लिए कृपया आप हमें ई-मेल करें।

प्रकाशित 7 November 2013