विश्व की समाचार कथा

टाइकॉन चंडीगढ़ में ब्रिटेन की सहभागिता

ब्रिटेन टाइकॉन चंडीगढ़ सम्मेलन में अपने व्यवसाय का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की इच्छुक भारतीय स्टार्ट-अप कंपनियों का समर्थन करता है।

TiECON at Chandigarh

चंडीगढ़ में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त डेविड लेलियॉट तथा नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग में वाणिज्य और निवेश के उपायुक्त अमो कलार इस द्वितीय टाइकॉन चंडीगढ़’ के मुख्य वक्ताओं में होंगे।

टाइकॉन चंडीगढ़ सम्मेलन, जो 17 से 18 फरवरी 2017 तक आयोजित हो रहा है, भारत में नेतृत्वकर्ताओं की अगली पीढ़ी और उद्यमों पर केंद्रित होगा।

दूसरे वर्ष, ब्रिटेन इस टाइकॉन चंडीगढ़ सम्मेलन में भाग लेनेवाला अकेला देश है, जिसका लक्ष्य अपने व्यवसाय का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के इच्छुक स्टार्टअप संस्थापकों के लिए एक उत्साहजनक वातावरण बनाना है।

डेविड लेलियॉट ने कहा:

ब्रिटेन व्यवसाय करने के लिए एक शानदार जगह है और यह भारतीय कंपनियों की बेहद पसंदीदा जगह रही है। भारतीय कंपनियों के साथ हमारे महान सहयोगात्मक संबंध दोनों देशों के लिए व्यापक रूप से लाभकारी हैं।

यह हमारा एक बेहद सक्रिय प्रयास रहा है कि भारत की तीव्र गति से विकासशील प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ जुड़कर ब्रिटेन में अवसरों, विशेषज्ञताओं तथा वित्तीय समर्थन के माध्यम से भारत के स्टार्ट अप अभियान को सहायता प्रदान की जाए।

टाइकॉन में भागीदारी से चंडीगढ़ क्षेत्र के विकास के प्रति समर्थन, तथा चंडीगढ़ स्थित कंपनियों को भी उस जीवंत सेतु का एक भाग बनता हुआ देखने की हमारी अनवरत प्रतिबद्धता अभिव्यक्त होती है, जो जनता, निवेश तथा विचारों के बीच सेतु के रूप में ब्रिटेन-भारत संबंधों को इतना अनोखा बनाता है।

इस सम्मेलन में नवाचार तथा सक्रिय उद्यमियों के विविधता भरे समूह एक साथ एकत्र होंगे। अग्रणी उद्यमी, संरक्षक, आविष्कर्ता, निवेशक, स्टार्टअप, शिक्षाविद, पत्रकार, नीति-निर्माता तथा अन्य प्रमुख भागीदारों का मुख्य बल हमारी नई पीढ़ी के नेतृत्वकर्ताओं और उद्यमों का सृजन करने पर होगा। इन 2 दिनों में 800 से ज्यादा प्रतिभागियों के सम्मिलित होने की संभावना है।

अमो कलार ने कहा:

चूंकि हम यूरोपीय संघ से निकल गए हैं, ब्रिटेन भारत के सर्वाधिक प्रतिभाशाली नवाचार-विदों, उद्यमियों तथा विचारकों को उनके उच्च-संवृद्धि युक्त व्यवसायों, विचारों तथा उद्यमों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। ब्रिटेन अब भी डिजिटल व्यवसाय की शुरुआत के लिए दुनिया की सबसे अच्छी जगह है।

भारतीय कंपनियों का ब्रिटेन में बेहद मजबूत रिकार्ड रहा है। अभी लगातार 2 वर्षों से भारतीय कंपनियां 110,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करते हुए, ब्रिटेन में तीसरे सबसे बड़े निवेश का अपना स्थान बरकरार रखे हुए हैं, वहीं ब्रिटेन भी इस सदी की शुरुआत से ही भारत में किसी भी जी20 देश से ज्यादा निवेश करने का अपना दर्जा बनाए हुए है।

भारत-ब्रिटेन टेक-समिट के दौरान अपने हालिया संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और ब्रिटेन के बीच ‘जीवंत सेतु’ की बात की। उद्यमी तथा उनके विचार इसके महत्वपूर्ण अंग हैं।

यह आयोजन टेक रॉकेटशिप अवार्ड की सफलता के बाद और सरगर्म हो उठा है, जहां और अधिक के वायदे के साथ 1 मिलियन पौंड से ज्यादा के निवेश भारतीय स्टार्ट-अप के लिए किए जा चुके हैं।

उस अवार्ड के कई विजेता- गेटमाइपार्किंग सहित- टाइकॉन में प्रत्यक्ष मौजूद होंगे, जो इस जीवंत सेतु की चलती-फिरती मिसाल हैं, और जो ब्रिटेन के अपने हालिया प्रायोजित दौरे से अभी-अभी लौटे हैं।

मीडिया संपर्क

जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें: आलम बैंस, मीडिया परामर्शी, ब्रिटिश उप उच्चायोग, चंडीगढ़, फोन +91+ 9501925556

स्टुअर्ट एडम, प्रमुख,
प्रेस तथा संचार
ब्रिटिश उच्चायोग, चाणक्यपुरी
नई दिल्ली 110021
टेलीफोन: 44192100; फैक्स: 24192411

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प्रकाशित 17 February 2017