विश्व की समाचार कथा

एनाबेल मेहता को एमबीई अवॉर्ड

यूके-भारत के बीच लिविंग ब्रिज़ का प्रख्यात उदाहरण।

Apnalaya

महामहिम महारानी ने ब्रिटेन की नागरिक एनाबेल मेहता को मुंबई, भारत में वंचित समुदायों के लिए किए गए कार्य एवं सेवा और एनजीओ ‘अपनालय’ के लिए एमबीई अवॉर्ड का अनुमोदन कर दिया है। यह घोषणा 16 जून को बकिंघम पैलेस द्वारा की गई।

एनाबेल को भारत में वंचित समुदाय के लोगों की 40 वर्षों से अधिक की सेवा के लिए सम्मानित किया गया है। इनमें से ज्यादातर गैर-सरकारी संगठन, अपनालय में उनकी प्रमुख भूमिका के माध्यम से रही हैं, जिसमें से वह 2013 से अध्यक्ष रही हैं। पिछले 25 वर्षों में, एनाबेल के नेतृत्व में अपनालय देवनार डंपिंग ग्राउंड के पास, लगभग 600,000 की आबादी वाले विशेष रूप से शिवाजी नगर झुग्गी समुदाय पर केंद्रित रहा है, जिनमें से कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में रहते हैं। अपनालय एकीकृत समुदायिक विकास के दृष्टिकोण के माध्यम से स्वास्थ्य, लिंग, शिक्षा और आजीविका के मुद्दों को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।

सामाजिक कार्य और झुग्गी समुदायों में लोगों के जीवन को सुधारने के लिए एनाबेल का जुनून स्पष्ट है, क्योंकि वह इस जनाधारित संगठन में पूरी तरह से स्वैच्छिक आधार पर काम कर रही हैं। वह भारत और यूके के बीच प्रतिनिधि जीवंत सेतु (लिविंग ब्रिज़) के रूप में एक ज्वलंत उदाहरण हैं।

एनाबेल ऑनलाइन डोनेशन प्लेटफॉर्म ‘गिवइंडिया’ की बोर्ड सदस्यों में से एक हैं। वह भारतीय क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर की सास भी हैं।

एनाबेल को इस वर्ष के अंत में लंदन के बकिंघम पैलेस में एमबीई अवॉर्ड प्रदान किया जाएगा।

मुंबई में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त कुमार अय्यर ने कहा:

अपने परोपकारी कार्यों के माध्यम से एनाबेल ब्रिटिश नागरिकों द्वारा विदेशों में किए जाने वाले अद्भुत स्वैच्छिक कार्यों के उल्लेखनीय उदाहरण को दर्शाती हैं। मुंबई के शिवाजी नगर स्थित झुग्गी में कमजोर वर्ग के लोगों की मदद करने की उनकी प्रतिबद्धता को पूरी तरह से स्वीकार किया गया है। एनाबेल निस्वार्थ सेवा की प्रतीक होने के साथ साथ एक ऐसी प्रचारक हैं, जो वंचित समाज के लोगों के जीवन को सुधारने का प्रयास करती हैं। मुझे खुशी है कि महामहिम ने कृपापूर्वक इस पुरस्कार के लिए मंजूरी दे दी है। एनाबेल इसके योग्य है।

जीटीवी के संस्थापक-प्रमोटर / निदेशक अशोक कुरियन ने एमबीई सम्मान के बारे में कहा:

एनाबेल एक फरिश्ता हैं। और उन्होंने अपने जीवन का अधिकतर समय अपने बेहतरीन कार्यों के माध्यम से इस संस्था को बनाने में दिया है जिससे मुंबई के वंचित क्षेत्रों में लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आये हैं। वह इन समुदायों के लिए समान सुविधाओं की हिमायती रहीं हैं और उन्होंने स्वच्छ पेयजल, महिलाओं व बच्चों के लिए प्री व पोस्ट नेटल हेल्थ केयर के साथ स्कूली शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं दिलाने में उनकी मदद की है। ये मुद्दे उनके दिल के करीब हैं और वह ऐसी अपार ऊर्जा पैदा करती हैं जिससे वह चलती रहती हैं और अपने आसपास के लोगों को प्रेरित करती रहती हैं।

अधिक जानकारी

एनाबेल मेहता का जन्म 1940 में बर्मिंघम में हुआ था और उन्होने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से सामाजिक प्रशासन की पढ़ाई की थी, जहां उनकी मुलाकात अपने भारतीय पति आनंद मेहता से हुई थी। 1966 में एनाबेल भारत चली गई।

आप अपनालय के कार्यों के बारे में अधिक जानकारी वेबसाइट पर पा सकते हैं।

ब्रिटिश साम्राज्य के क्रम (जिसमें कई रैंक हैं) का निर्धारण 1917 में किंग जॉर्ज पंचम द्वारा उन लोगों के सम्मान हेतु किया गया था, जिन्होंने अपने समुदायों के लिए मूल्यवान सेवा का योगदान दिया है। एमबीई ऑर्डर का रैंक है और यह ब्रिटिश साम्राज्य के मेंबर ऑफ ऑर्डर का प्रतीक है।

मीडिया

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:

प्राची जतानिया, प्रेस और कम्युनिकेशन प्रमुख
ब्रिटिश उप उच्चायोग, मुंबई
टेलीफोन: +91 22 6650 2235 | मोबाइल: +91 7045497517

ईमेल: प्राची जतानिया

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प्रकाशित 17 June 2017