विश्व की समाचार कथा

ईयू द्वारा भारतीय आमों पर प्रतिबंध हटाने पर ब्रिटेन खुश

प्रतिबंध हटाने के लिए ब्रिटेन ने भारत और यूरोपीय आयोग के साथ मिलकर काम किया।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था

पादप स्वास्थ्य नियंत्रण के संदर्भ में हुए सुधारों के फलस्वरूप् ईयू द्वारा भारत से आमों के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने के फैसले का ब्रिटेन ने स्वागत किया है। संपूर्ण ईयू में भारतीय आमों के आयात पर रोक का निर्णय तब लिया गया था जब हानिकारक पादप कीटों का आमों के साथ बार-बार आना जारी रहा था।

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त सर जेम्स बेवन ने कहा:

ब्रिटिश सरकार ने इस प्रतिबंध को रद्द करवाने हेतु कड़ी मिहनत की। इसमें शामिल है सितंबर में ईयू की जांच से पहले तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञ को भारत भेजना। यह ब्रिटेन-भारत और ईयू-भारत के वाणिज्य संबंधों के लिए और खासकर भारतीय निर्यातकों और ब्रिटिश उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी खबर है। प्रतिबंध को रद्द करवाने में हमने जिस महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है उस पर हमें बहुत खुशी है।

भारत से होने वाले फलों और सब्जियों के निर्यात में ईयू की हिस्सेदारी 50% है। यहां भारतीय निर्यात का सबसे बड़ा गंतव्य ब्रिटेन है जिसके बाद नीदरलैंड, जर्मनी और बेल्जियम का स्थान है।

        2012-2013 में ईयू को ताजे फलों का निर्यात 
स्थानीय नाम वैज्ञानिक नाम मात्रा (टन में)    
    2011 2012 2013
आम मैंगिफेरा एसपी. 2995 3060 3933
अंगूर विटिस एसपी. 29380 28945 80326
अन्य ताजे फल   8802 8056 5077

आज ईयू के मतदान ने आमों पर लगे प्रतिबंध को उठाने का मार्ग प्रशस्त किया है। अब कानून के औपचारिक रूप से लागू किए जाने का और यूरोपीय आयोग द्वारा इसके प्रकाशन की प्रतीक्षा है। इसमें लगभग एक महीने का समय लगेगा, लेकिन समिति द्वारा सकारात्मक मतदान किए जाने से आगामी आमों के मौसम के लिए भारतीय निर्यातकों और ब्रिटिश आयातकों के लिए एक निश्चितता का माहौल तैयार हुआ है।

अधिक जानकारी:

कृपया देखें: EU वेबसाइट

आगे की जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:

Stuart Adam, Head,
Press and Communications
British High Commission, Chanakyapuri
New Delhi 110021
Tel: 44192100; Fax: 24192411

ईमेल: Deepti Soni

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प्रकाशित 20 January 2015