ईयू द्वारा भारतीय आमों पर प्रतिबंध हटाने पर ब्रिटेन खुश
प्रतिबंध हटाने के लिए ब्रिटेन ने भारत और यूरोपीय आयोग के साथ मिलकर काम किया।
पादप स्वास्थ्य नियंत्रण के संदर्भ में हुए सुधारों के फलस्वरूप् ईयू द्वारा भारत से आमों के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने के फैसले का ब्रिटेन ने स्वागत किया है। संपूर्ण ईयू में भारतीय आमों के आयात पर रोक का निर्णय तब लिया गया था जब हानिकारक पादप कीटों का आमों के साथ बार-बार आना जारी रहा था।
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त सर जेम्स बेवन ने कहा:
ब्रिटिश सरकार ने इस प्रतिबंध को रद्द करवाने हेतु कड़ी मिहनत की। इसमें शामिल है सितंबर में ईयू की जांच से पहले तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञ को भारत भेजना। यह ब्रिटेन-भारत और ईयू-भारत के वाणिज्य संबंधों के लिए और खासकर भारतीय निर्यातकों और ब्रिटिश उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी खबर है। प्रतिबंध को रद्द करवाने में हमने जिस महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है उस पर हमें बहुत खुशी है।
भारत से होने वाले फलों और सब्जियों के निर्यात में ईयू की हिस्सेदारी 50% है। यहां भारतीय निर्यात का सबसे बड़ा गंतव्य ब्रिटेन है जिसके बाद नीदरलैंड, जर्मनी और बेल्जियम का स्थान है।
2012-2013 में ईयू को ताजे फलों का निर्यात
स्थानीय नाम | वैज्ञानिक नाम | मात्रा (टन में) | ||
2011 | 2012 | 2013 | ||
आम | मैंगिफेरा एसपी. | 2995 | 3060 | 3933 |
अंगूर | विटिस एसपी. | 29380 | 28945 | 80326 |
अन्य ताजे फल | 8802 | 8056 | 5077 |
आज ईयू के मतदान ने आमों पर लगे प्रतिबंध को उठाने का मार्ग प्रशस्त किया है। अब कानून के औपचारिक रूप से लागू किए जाने का और यूरोपीय आयोग द्वारा इसके प्रकाशन की प्रतीक्षा है। इसमें लगभग एक महीने का समय लगेगा, लेकिन समिति द्वारा सकारात्मक मतदान किए जाने से आगामी आमों के मौसम के लिए भारतीय निर्यातकों और ब्रिटिश आयातकों के लिए एक निश्चितता का माहौल तैयार हुआ है।
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