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व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत आए ब्रिटेन के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री

ब्रिटेन के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री लियाम फॉक्स 6-10 नवम्बर के बीच भारत की यात्रा पर हैं।

UK Secretary of State for International Trade, Liam Fox

UK Secretary of State for International Trade, Liam Fox speaking at the India-UK TECH Summit in New Delhi.

अंतराष्ट्रीय व्यापार मंत्री भारत की यात्रा पर हैं ताकि वे व्यवसाय, व्यापार, कौशल और उद्यमिता में भारत-ब्रिटेन के सहयोग को उन्नति की ओर बढ़ा सकें। वे अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत में ब्रिटेन की कम्पनियों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के साथ भारत-ब्रिटेन टेक समिट (7-9 नवम्बर) में हिस्सा ले रहे हैं। स्मार्ट शहरों, कृषि-प्रौद्योगिकी, उन्नत इंजीनियरिंग, स्वास्थ्यसेवा और जीव विज्ञान क्षेत्रों में पांच अन्य संगठित व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए हैं, जिन्हें मिलाकर सर्वश्रेष्ठ और सबसे उन्नत ब्रिटिश कम्पनियों की कुल संख्या 100 हो गई है।

ब्रिटेन के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री, लियाम फॉक्स ने कहा:

मैं तीन महीनों के भीतर भारत में दूसरी बार वापस आने पर काफी प्रसन्न हूं। मेरी यात्रा से यह स्पष्ट हो जाता है कि मेरे लिए ब्रिटेन का भारत के साथ गहरा संबंध कितना महत्वपूर्ण है। हमारे साझा निवेश से एक भरोसेमंद व्यापारिक संबंध की नींव बनती है जिसका लाभ हमारे लाखों नागरिकों को होता है।

अब जब ब्रिटेन दुनिया का सामना करने को तैयार है, भारत के साथ हमारे घनिष्ठ संबंध हमारे लिए पहले से भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाएंगे।

डॉ. फॉक्स 7 नवम्बर को दिल्ली में आयोजित ब्रिटेन-भारत संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति (जेईटीसीओ) के 11वें संस्करण में भारत की वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारामन के साथ सह-अध्यक्ष थे। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और आर्थिक भागीदारी को मजबूत और गहरा करने की मौजूदा प्रतिबद्धता की पुष्टि की। दोनों मंत्रियों और प्रमुख वरिष्ठ उद्योगपतियों ने पूर्ण अधिवेशन में भी भागीदारी की, जिसमें दो मौजूदा संयुक्त कार्य समूह (अर्थात स्मार्ट शहर और प्रौद्योगिकी उन्नत विनिर्माण और इंजीनियरिंग) के सह-अध्यक्षों ने पिछले जेईटीसीओ से लेकर अब तक संबंधित संयुक्त कार्य समूहों (जेडब्ल्यूजी) के तहत हुई प्रगति पर एक ताज़ा जानकारी प्रस्तुत की।

डॉ. फॉक्स ने सीईओ फोरम में भी हिस्सा लिया जो ब्रिटेन-भारत के व्यावासायिक संबंधों को सुधारती व्यापार-से-व्यापार की एक गोष्ठी है। उन्होंने टेक समिट में मेडी-सिटीज के राउंडटेबल पर भी उद्घाटन संबोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने भारतीय निवेशकों के राउंडटेबल पर भी ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के साथ हिस्सा लिया।

मंगलवार 8 नवम्बर को उन्होंने टेक समिट के दूसरे दिन के उद्घाटन सत्र को भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ संबोधित किया। वे ‘दो केनेक्टेड सिटी: भारतीय स्मार्ट शहरों के लिए तकनीकी समाधान, ब्रिटेन के नेतृत्व का स्मार्ट शहरों में प्रदर्शन’ पर होने वाले सत्र में शुरुआती टिप्पणी प्रस्तुत करेंगे। वे टेक समिट में आयोजित होने वाले ‘हैकाथन’ का भी समापन करेंगे जिसके आयोजन का उद्देश्य है भारत में वित्तीय समावेशन के मुद्दों के लिए समाधान के रूप में प्रौद्योगिकी का प्रचार करना। वे ‘फिनस्कोप कंज्युमर इंडिया 2015’ ( 'FinScope Consumer India (PSIG) 2015' (PDF, 1.79 MB, 94 pages)), की भी शुरुआत करेंगे, जो चार भारतीय राज्यों में बढ़ते वित्तीय समावेशन पर सर्वेक्षण को प्रस्तुत करती एक रिपोर्ट है।

डॉ. फॉक्स पुणे भी जाएंगे जहां वे ‘भविष्य के विनिर्माण एवं नवाचार पर कार्यशाला’ का उद्घाटन करेंगे जिसका उद्देश्य होगा उन्नत इंजीनियरिंग क्षेत्र में ब्रिटेन के सहयोग के अवसरों का प्रचार करना। वे पुणे से बाहर आधारित उद्योग, व्यापार महत्वपूर्ण हितधारकों से भी मुलाकात करेंगे। गुरुवार 10 नवम्बर को वे यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के विलग होने का भारत पर प्रभाव को समझने के लिए आयोजित एक सत्र में शामिल होंगे जिसका विषय है ‘ब्रेक्जिट के बाद भारत और यूरोप’।

भारत ब्रिटेन में तीसरा सबसे ब‌ड़ा निवेशक है और ब्रिटेन किसी भी अन्य जी20 अर्थव्यवस्था की अपेक्षा सबसे अधिक निवेश भारत में करता है।

अधिक जानकारी

  • डॉ. लियाम फॉक्स की सीवी

  • टेक समिट व्यापार, नवोन्मेष, अनुसंधान, शिक्षा और उद्यमिता के क्षेत्र में भारत-यूके की गहरी साझेदारी का प्रदर्शन करेगा और साथ ही यह हर क्षेत्र में रिश्तों को मजबूत बनाने की ब्रिटिश विशेषज्ञता और प्रतिबद्धता का सबसे बड़ा प्रदर्शन प्रस्तुत करेगा। इसमें यूके का एक प्रमुख प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा जो महत्वपूर्ण क्षेत्र जैसे स्मार्ट शहर, स्वास्थ्यसेवा, उन्नत विनिर्माण, कृषि-प्रौद्योगिकी, शिक्षा और कौशल में यूके की क्षमताओं पर प्रकाश डालेगा। यह समिट यूके- भारत के बीच प्रौद्योगिकी साझेदारी का एक विशाल प्रदर्शनी की भी मेजबानी करेगा और रोमांचक बात यह है कि यह समिट बार्कलेज राइज द्वारा आयोजित हैकाथॉन की भी मेजबानी करेगा जिसमें युवा भारतीय विद्यार्थी, उद्यमी और प्रौद्योगिकी पेशेवर प्रतियोगिता में भाग लेकर एक साथ मिलकर विशेष तकनीकी समस्या का समाधान ढूंढेगे। अधिक जानकारी आगे दी जाएगी।

  • यूके-भारत संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति (जेईटीसीओ) यूके कम्पनियों को अपने संबंधों को बढ़ाने और भारतीय व्यापारियों एवं नीति निर्धारकों के साथ नए रिश्ते बनाने का मंच उपलब्ध करवाता है। यह सभी प्रतिभागियों के लिए जीवंत बातचीत का एक वातावरण प्रदान करता है और साथ ही इसमें भारत में उपलब्ध अवसरों पर केंद्रित सत्र भी शमिल है जहां दोनों देश शिक्षा और कौशल, उन्नत इंजीनियरिंग और स्मार्ट शहरों समेत (प्रौद्योगिकी और मूलभूत संरचना समेत) कई क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ा सकते हैं।

  • फिनस्कोप कंज्युमर इंडिया (पीएसआइजी) 2015 चार राज्य- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार एवं ओडिशा में किया गया पहला वित्तीय सर्वेक्षण है। यह सर्वेक्षण लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) द्वारा कार्यांवित ब्रिटेन के अंतर्राष्ट्रीय विकास विभाग (डीएफआइडी) के सबसे गरीब राज्य के समावेशी विकास कार्यक्रम के तहत प्रमाणित है। पीएसआइजी एक सात वर्षीय 30 मिलियन पाउंड की लागत का तकनीकी सहायता कार्यक्रम है जिसे भारत के चार सबसे गरीब राज्य यानी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार एवं ओडिशा द्वारा वित्तीय सेवाओं तक पहुंच को सुधारने के लिए शुरू किया गया है। इस सर्वेक्षण को पारम्परिक रूप से भारत के अन्य राज्यों से पिछड़े पीएसआइजी राज्यों में वित्तीय समावेशन के विस्तार पर अंतर्दृष्टी प्रस्तुत करने के लिए प्रमाणित किया गया था।

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स्टुअर्ट एडम्, निदेशक,
प्रेस एवं संचार,
ब्रिटिश उच्चायोग, चाणक्यपुरी
नई दिल्ली 110021
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प्रकाशित 8 November 2016