विश्व की समाचार कथा

ब्रिटेन-भारत साथ बना रहे हैं भविष्य की दवाइयां

वाइब्रेंट गुजरात 2017 में ब्रिटेन के मंडप में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

UK Department for International Trade

9 से 13 जनवरी को गांधीनगर में आयोजित इस वर्ष के वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में ब्रिटेन का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभाग (डीआइटी) ब्रिटेन की 30 नवीन कम्पनियों से 65 लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहा है।

इस समिट में ब्रिटेन एक राष्ट्रीय साझेदार है और वह जीव विज्ञान क्षेत्र में ब्रिटेन की क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा, जिसके तहत विशिष्ट रूप से औषधीय निर्माण एवं विकास पर ध्यान केंद्रित होगा।

ब्रिटेन की जीव विज्ञान की कम्पनियां इस व्यापार मिशन में नई साझेदारियां विकसित करने के उद्देश्य से हिस्सा लेंगी। जीव विज्ञान का अभियान वाइब्रेंट गुजरात में 9 से 11 जनवरी के बीच यात्रा करेगा और उसके बाद 12 जनवरी को आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जाएगा।

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 जनवरी को बाइब्रेंट गुजरात के यूके के मंडप का दौरा किया। भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त डॉमिनिक एस्क्विथ ब्रिटेन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।

श्री डॉमिनिक ने कहा:

हम ब्रिटेन के मंडप में भारतीय प्रधानमंत्री के दौरे से काफी उत्साहित हैं जहां भारत के लिए ब्रिटेन द्वारा प्रस्तावित अनेक पहलुओं को प्रदर्शित किया जा रहा है जिसमें व्यापार, संस्कृति, शिक्षा और पर्यटन शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और ब्रिटेन को एक’ अद्वितीय संयोजन’ का नाम दिया था।

यह उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में परामर्श से दी जाने वाली दवाओं का एक बड़ा हिस्सा भारत में निर्मित (‘मेड इन इंडिया’) होता है और यह अभिव्यक्त करता है कि कैसे दोनों देश स्वास्थ सेवा और जीव विज्ञान के क्षेत्र में सफलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। ये दवाएं हमारे राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की कीमतों को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण योगदान करती हैं।

हमने वाइब्रेंट गुजरात में हमारे देश के सत्र में जीव विज्ञान और विशिष्ट रूप से औषधीय निर्माण एवं विकास पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है। इसका कारण यह है कि ब्रिटेन इस क्षेत्र में भारत का नैसर्गिक साझेदार है और हम साथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं।

ब्रिटेन, चिकित्सा अनुसंधान में एक वैश्विक अगुआ के रूप में प्रख्यात है और नवोन्मेष, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और वाणिज्यिकीकरण में हमारा रिकॉर्ड सिद्ध है और इससे भी ऊपर वह भारत के साथ सहयोग कर सकता है जो जेनेरिक दवाओं के विनिर्माण में वैश्विक अगुआ है।

सर डॉमिनिक गुजरात राज्य और ब्रिटेन के बीच गहरे संबंधों पर चर्चा करने के हेतु गुजरात के मुख्यमंत्री के साथ साथ अहमदाबाद में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त जेफ वायन से आमने-सामने मुलाकात करेंगे। वे 11 जनवरी को वाइब्रेंट गुजरात में ब्रिटेन के राष्ट्रीय सत्र का उद्घाटन भी करेंगे और समिट में ब्रिटेन के मंडप का भी दौरा करेंगे।

ब्रिटेन के मंडप में डीआइटी, ब्रिटिश काउंसिल और विजिट ब्रिटेन से जानकारी प्राप्त की गई है।

विश्व के प्रमुख जीव विज्ञान क्षेत्रों में से एक ब्रिटेन में है। पिछले 60 वर्षों में मानव दवाओं की संख्या, विशेषता और सुरक्षा के मामले में क्रांतिकारी रूप से वृद्धि हुई है जिसमें ब्रिटेन की एक प्रमुख भूमिका रही है। ब्रिटेन के जीव विज्ञान क्षेत्र में 5,600 से अधिक कम्पनियाँ हैं जो देश की अर्थव्यवस्था में 60 बिलियन पाउंड के मूल्य का राजस्व उपसर्जित करती हैं।

अधिक जानकारी

भारत में व्यापार मिशन में प्रतिभागी जीव विज्ञान कम्पनियों की सूची:

कार्यक्रम: वाइब्रेंट गुजरात 2017

स्थान दिनांक स्थल
गांधीनगर 9 से 13 जनवरी 2017 यूके का खेमा-ओल्ड हैलीपैड एरिया, हॉल नम्बर 1 स्टॉल नम्बर 1.12.
मुम्बई 12 जनवरी 2017 ताज लैंड्स एंड: साल्सेट

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प्रकाशित 11 January 2017