विश्व की समाचार कथा

ब्रिटेन के सेना अध्यक्ष ने सैन्य संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत का दौरा किया

यूनाइटेड किंगडम के सेना अध्यक्ष (सीडीएस), एडमिरल सर टोनी राडाकिन, इस सप्ताह भारत में उच्च स्तरीय बैठकों की एक श्रृंखला में भाग ले रहे हैं, जो दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों के निर्माण में गति को बनाए रखने के मकसद से किया गया है।

UK's Chief of the Defence Staff, Admiral Sir Tony Radakin

सीडीएस ने अपने भारतीय समकक्ष जनरल अनिल चौहान के साथ अपनी पहली बैठक से पहले आज सुबह (17 अप्रैल) राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के साथ अपनी तीन दिवसीय दौरे की शुरूआत की।

दोनों सेना प्रमुखों ने ब्रिटेन-भारत रक्षा साझेदारी के विभिन्न स्तंभों पर प्रगति की समीक्षा की और सभी क्षेत्रों में संबंधों को और विस्तारित करने के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया। ब्रिटेन और भारत रक्षा में स्वाभाविक साझेदार हैं और अनुसंधान, विकास और प्रशिक्षण में सहयोग सहित एक मजबूत और स्थायी संबंध साझा करते हैं।

2019 में एक अद्यतन समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद, एयरोस्पेस क्षेत्र में औद्योगिक सहयोग के बारे में चर्चा आगे बढ़ रही है, जिसमें फरवरी में यूके के रक्षा खरीद मंत्री और मार्च में फर्स्ट सी लॉर्ड का दौरा किया गया था।

रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा,

भारत ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार है और हमारे संबंध हमारे अनुसंधान और औद्योगिक क्षेत्रों में फल-फूल रहे हैं।

उन्होंने कहा,

हमारे दोनों देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम क्षेत्र में सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपने भारतीय साझेदारों के साथ प्रशिक्षण और संचालन जारी रखे हुए हैं।

एडमिरल राडाकिन ने बाद में नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, रक्षा सचिव गिरिधर अरामाने और अतिरिक्त सचिव रक्षा उत्पादन टी नटराजन के साथ चर्चा की।

अगले दो दिनों में, एडमिरल राडाकिन को देश भर में भारतीय सशस्त्र बलों के विभिन्न प्रतिष्ठानों द्वारा मेजबानी की जाएगी, ताकि सैन्य-से-सैन्य जुड़ाव को बढ़ावा दिया जा सके और भविष्य की प्रौद्योगिकियों के सह-निर्माण के आसपास अवसरों का पता लगाया जा सके।

सेना अध्यक्ष एडमिरल सर टोनी राडाकिन ने कहा,

मेरा भारत दौरा ब्रिटेन के इस विश्वास को दर्शाती है कि हमारी सुरक्षा व्यापक विश्वास से अविभाज्य है। एक वैश्विक व्यापारिक राष्ट्र के रूप में यह ब्रिटेन के लिए मायने रखता है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र खुला और मुक्त है, यही कारण है कि ब्रिटिश सशस्त्र बल किसी भी यूरोपीय राष्ट्र के क्षेत्र में व्यापक और सबसे एकीकृत उपस्थिति स्थापित कर रहे हैं।

उन्होंने कहा,

भारत और ब्रिटेन ऐसी विश्व में स्वाभाविक रूप से साझेदार हैं जो अधिक विवादित और अस्थिर होती जा रही है। हम कई समान लोकतांत्रिक प्रवृत्तियों और मूल्यों को साझा करते हैं और दोनों कानून के शासन के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम सम्मानित सैन्य शक्तियां हैं, दोनों देश महत्वपूर्ण निवेश और आधुनिकीकरण के दौर से गुजर रहे हैं, और भूमि, समुद्र और वायु में एक साथ अभ्यास कर रहे हैं। लेकिन हम इसमें और अधिक कर सकते हैं। मैं जनरल अनिल चौहान से मिलने के अवसर को महत्व देता हूं ताकि इस बात पर चर्चा की जा सके कि हम अपनी साझेदारी को इस तरह से कैसे विकसित कर सकते हैं जो हमारी आपसी सुरक्षा और समृद्धि को लाभ पहुंचाए।

रॉयल नेवी, ब्रिटिश आर्मी और रॉयल एयर फोर्स सभी इस वर्ष अपने भारतीय समकक्षों के साथ अभ्यास कर रहे हैं, अंतर-परिचालन और संयुक्त रणनीति विकसित कर रहे हैं।

हाल के सप्ताहों में, एचएमएस लैंकेस्टर ने अभ्यास कोंकण के रूप में भारतीय नौसेना के साथ प्रशिक्षण लेने के लिए कोच्चि का दौरा किया, जबकि ब्रिटेन में रॉयल एयर फोर्स के सबसे बड़े हवाई अभ्यास - अभ्यास कोबरा वॉरियर में भारतीय वायु सेना के पायलटों द्वारा पांच मिराज 2000 लड़ाकू विमान उड़ाए गए।

इस माह के अंत में, भारतीय सेना के सैनिक ब्रिटिश सेना के साथ प्रशिक्षण के अभ्यास अजेय वारियर में भाग लेने के लिए ब्रिटेन में तैनात होंगे।

सेना अध्यक्ष का यह दौरा रॉयल एयर फोर्स के चीफ ऑफ एयर स्टाफ (सीएएस) एयर चीफ मार्शल सर माइक विगस्टन के दौरा के साथ भी हो रही है। ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के दो वरिष्ठतम अधिकारियों का यह दौरा इस बात का उदाहरण है कि ब्रिटेन किस महत्व के साथ भारत के साथ अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को आगे बढ़ा रहा है।

अधिक जानकारी

  • सीडीएस की भारत यात्रा की फ्री-टू-यूज तस्वीरें यहां अपलोड की जाएंगी।
  • अधिक विवादित और अस्थिर विश्व का जवाब देने के लिए, यूके ने मार्च 2023 में अपनी एकीकृत समीक्षा को पुनः दोहराया, जिससे वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपने रक्षा वित्त पोषण में काफी वृद्धि हुई। यहाँ Gov.uk पर उपलब्ध है।
  • सैन्य अध्यक्ष और वायु सेना अध्यक्ष का यह दौरा 2023 की शुरुआत से ब्रिटेन और भारत के बीच द्विपक्षीय दौरा और सैन्य व्यस्तताओं की एक श्रृंखला के बाद हो रही है।
  • इस माह के शुरुआत में, एचएमएस तामार ने हिंद महासागर में अपनी गश्त समाप्त की, जहां उसने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, चेन्नई और विशाखापत्तनम में भारत में कई बंदरगाह पर रुके।
  • फर्स्ट सी लॉर्ड एडमिरल सर बेन की ने मार्च में भारत का दौरा किया था, जिसमें भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा सह-आयोजित रायसीना डायलॉग में यूके की भागीदारी का नेतृत्व किया गया था।

मीडिया

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प्रेस और संचार प्रमुख, ब्रिटिश उच्चायोग,
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प्रकाशित 19 April 2023