विश्व की समाचार कथा

प्रिंस ऑफ वेल्स ने भारत का दसवां आधिकारिक दौरा संपन्न किया

हिज रॉयल हाइनेस द प्रिंस ऑफ वेल्स ने आज नई दिल्ली और मुंबई की दो दिवसीय यात्रा का समापन किया।

The Prince of Wales in Mumbai

अपने व्यस्तताओं के बीच उन्होंने यूके और भारत के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंधों को मनाया और भविष्य में स्थिरता और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग के लिए आशान्वित दिखे।

नई दिल्ली

हिज रॉयल हाइनेस ने अपनी यात्रा की शुरुआत हेल्पिंग हैंड्स ऑर्गनाइजेशन (H20) के संस्थापक केरलन जॉली जॉनसन को कॉमनवेल्थ “प्वॉइंट ऑफ़ लाइट” पुरस्कार प्रदान करके की। जॉली के नेतृत्व में H20 ने दिव्यांग बच्चों के लिए एक केंद्र स्थापित किया जो थेरेपी सत्र, वोकेशनल ट्रेनिंग और फॅमिली काउंसलिंग भी प्रदान करता है । यह संगठन 2018 में केरल के विनाशकारी बाढ़ के बाद उनके पुनर्वास कार्यक्रम के माध्यम से भी शामिल था।

हिज रॉयल हाइनेस ने अगला दौरा भारतीय मौसम विभाग में मौसम पूर्वानुमान प्रणालियों पर चर्चा करने के लिए किया। नियंत्रण कक्ष में उन्हें यह जानकारी दी गयी कि केंद्र कैसे चक्रवातों का पूर्वानुमान, ट्रैक और कार्यवाही करता है - जिसमें बांग्लादेश में नवीनतम चक्रवात बुलबुल भी शामिल है। वहां उन्होंने भारत के वायु प्रदूषण के समाधान के बारे में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की सुनीता नारायण को सुना और एशडेन अवार्ड्स के तीन विजेताओं से मुलाकात की जिन्होंने अपनी नवीन तकनीकों का प्रदर्शन किया। हिज रॉयल हाइनेस को एक नए तरह का सनमोबिलिटी द्वारा डिजाइन किया गया ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन दिखाया गया; जिसके बाद एशडेन विजेता एसएमवी ग्रीन के साथ काम करने वाली महिला ड्राइवरों में से एक मारिया ने उन्हें ई-रिक्शा की सवारी भी कराई।

हिज रॉयल हाइनेस ने भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद के साथ द्विपक्षीय चर्चा की जहाँ उन्होंने ग्रीन इशूज और पारंपरिक चिकित्सा के साथ-साथ राष्ट्रमंडल की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। राष्ट्रपति ने हिज रॉयल हाइनेस को हर्बल बगीचे का भ्रमण कराया, जहाँ प्रिंस ने अपने नाम पर एक चम्पा का पेड़ लगाया।

हिज रॉयल हाइनेस ने दोपहर में एक सिख गुरुद्वारा का दौरा किया जहां उन्होंने गुरु नानक की 550वीं जयंती के महत्व के बारे में जाना। सिख समुदाय के प्रतिनिधियों द्वारा उनका स्वागत किया गया जहाँ उन्हें लंगर रसोई दिखाई गई और साथ ही साथ उन्हें चपाती बनाने में अपना हाथ आजमाने का अवसर दिया गया।

उन्होंने अपने दिन की समाप्ति भारत, ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल के सैनिकों की विश्व युद्ध प्रथम और द्वितीय में बलिदान की याद में एक सेवा में समाप्त की। कोहिमा की लड़ाई की 75 वीं वर्षगांठ को याद करते हुए हिज रॉयल हाइनेस ने कोहिमा समाधि-लेख का पाठ किया और ब्रिटेन में रॉयल ब्रिटिश सेना के सदस्यों द्वारा बनाई गई खादी पोपियों पर माल्यार्पण किया। उन्होंने सेवाकाल में अपनी जान गंवाने वालों की कब्रों का दौरा किया जिसमें आर्मी मेडिक सार्जेंट हेनरी बॉम्ब्रॉफ भी शामिल थे, जिनके 80 वर्षीय बेटे बिल इस कार्यक्रम में मौजूद थे।

मुंबई

मुंबई आगमन पर हिज रॉयल हाइनेस ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट की बैठक में शामिल हुए जिसमें उन्होंने ट्रस्ट के भारत में कामकाज का जायजा लिया। बैठक में क्वालिटी एजुकेशन डेवलपमेंट इम्पैक्ट बांड के बारे में चर्चा हुई।

इसके बाद उन्होंने भारतीय व्यापार जगत के प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ एक चर्चा में भाग लिया कि स्थायी बाजारों में परिवर्तन को कैसे तेज किया जा सकता है । वित्त, परिवहन, प्रौद्योगिकी और जीवन विज्ञान का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ सहभागियों ने संभावनाओं पर चर्चा की कि दुनिया भर में स्थायी निवेशकों को स्थायी अवसरों से कैसे जोड़ा जाए। चर्चा में बताया गया कि कैसे हिज रॉयल हाइनेस और सस्टेनेबल मार्केट्स काउंसिल विशिष्ट उपक्रमों को आगे बढ़ा सकती है। जिन मुद्दों पर चर्चा की गई उनमें ग्रीन फाइनेंस मार्केट्स, बायोडायवर्सिटी, वेस्ट एंड प्लास्टिक्स रिडक्शन और रिन्यूएबल एनर्जी तक शामिल है।

हिज रॉयल हाइनेस को कलाकार हरिबाबू नकेतन से मिलने का अवसर मिला, जिनकी कलाकृति - पुनर्नवीनीकरण सामग्री से बनी - बैठक के दौरान प्रदर्शित की गई थी।

हिज रॉयल हाइनेस ने अपने कार्यक्रम की समाप्ति उन बच्चों से मिलकर पूरी की जिन्हें ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट के समर्थन से फायदा हुआ है। प्रिंस के 71वे जन्मदिन पर बच्चों ने जन्मदिन गीत भी गाया।

अन्य जानकारी

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हिज रॉयल हाइनेस द प्रिंस ऑफ़ वेल्स ने पिछली बार नवंबर 2017 में डचेस ऑफ़ कॉर्नवाल के साथ ब्रुनेई, भारत, सिंगापुर और मलेशिया के संयुक्त आधिकारिक दौरे के तहत भारत का दौरा किया था।  कॉमनवेल्थ पॉइंट ऑफ़ लाइट अवार्ड 53 कॉमनवेल्थ देशों के व्यक्तिगत स्वयंसेवकों को उनके समुदाय और समुदाय से परे भी उनके विशिष्ट योगदान के लिए धन्यवाद देता है।

2001 में एशडेन अवार्ड्स की स्थापना के बाद से एशडेन ने दुनिया भर के 225 से अधिक उपक्रमों को पुरस्कृत किया है, जिसने अब तक सामूहिक रूप से 88 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन में सुधार किया है, जिससे हर साल 13 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन की बचत होती है। तीन विजेता थे:

  • Shuttl, यह निजी वातानुकूलित बसों पर किफायती परिवहन प्रदान करता है जो डिजिटल डिमांड के लिए क्राउड सोर्स करता है और व्यस्ततम मार्गों के लिए बस रूट बनाता है

  • SMV Green, जो इलेक्ट्रिक रिक्शा और विश्वसनीय अनुबंधों के साथ उचित काम करने की स्थिति उत्पन्न कर रहा है। संगठन का वाहिनी कार्यक्रम भारत की कुछ पहली महिला रिक्शा चालकों (जैसे मारिया) को प्रशिक्षित कर रहा है

  • Greenway Appliances,जो सस्ती बायोमास कुक-स्टोव बनाता है और बेचता है जो धुएं को कम करता है, अधिक जल्दी से खाना पकाता है और अधिक समय तक के लिए साफ़ रहता है. महिलाओं के जीवन गुणवत्ता को सुधारेगा

  • हिज रॉयल हाइनेस ने विश्व आर्थिक मंच के साथ भावी पीढ़ियों के लिए स्थिरता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से Sustainable Markets Council की सितम्बर में शुरुआत की थी

मीडिया

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प्रेस और संचार, ब्रिटिश हाई कमीशन,
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दूरभाष: 24192100; फैक्स: 24192400

मेल करें: कृति गुप्ता

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प्रकाशित 14 November 2019